BOX OFFICE: ‘नाम शबाना’ ने पहले दिए कमाए 4.75 करोड़
‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ ने अभी तक कमाए 115 करोड़
मुम्बई। कोटा , झाँसी , जयपुर, मुम्बई और सिंगापुर में फिल्माई फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ की कमाई का चौथा हफ्ता शुरू हो चुका है। अब देखना यह है कि फिल्म अभी भी करोड़ों में कमा पाती है या नहीं।अभी तक इसकी कुल कमाई 112.13 करोड़ रुपए हो चुकी है। गुरूवार को भी इसने एक करोड़ रुपए कमाए थे। अब अगर यह लाखों में भी कमाए तो कुल कमाई 115 करोड़ रुपए के पार हो जाएगी।यह सबकुछ इस वीकेंड पर निर्भर करेगा। पूरे हफ्ते इस फिल्म ने ‘फिल्लौरी’ के मुकाबले आधी कमाई की है, जो बड़ी बात है। बता दें कि इस फिल्म ने 100 करोड़ रुपए की कमाई को 14 दिन में हासिल किया था। यह साल की चौथी फिल्म है जिसने 100 करोड़ रुपए से ज्यादा धंधा भारत में किया है। इससे पहले ‘रईस’, ‘काबिल’ और ‘जाॅली एलएलबी 2’ इस क्लब में एंट्री ले चुकी हैं।चार हफ्ते इसे रिलीज हुए हो गए हैं। वरुण धवन और आलिया भट्ट की इस फिल्म को माउथ पब्लिसिटी का खासा फायदा मिला। जानना मजेदार है कि आलिया भट्ट की किसी भी फिल्म ने इतनी कमाई नहीं की है। करण जौहर के प्रोडक्शन को ‘एे दिल है मुश्किल’ के बाद मिली यह दूसरी बड़ी सफलता ह
हाड़ौती में इस बार 1.72 लाख मीट्रिक टन धनिया उत्पादन का अनुमान
कोटा। हाड़ौती के चारों जिलों में मिलाकर इस बार धनिया 1 लाख 54 हजार 510 हैक्टेयर में धनिया की पैदावार हुई है। इस क्षेत्रफल में करीब 1.72 लाख मीट्रिक टन धनिया पैदा होने का अनुमान है। जो पिछले वर्ष के मुकाबले में इस बार 43 हजार मीट्रिक टन कम है। हाड़ौती की मंडियों में नए धनिए की आवक शुरू हो चुकी है। रोजाना औसतन 40 से 50 हजार बोरी धनिया की आवक हो रही है। इस बार धनिया की फसल पिछले सालों के मुकाबले अच्छी है।
उद्यान विभाग का कहना है कि हाल ही में हुई बारिश एवं ओलावृष्टि का धनिया की फसल पर कोई असर नहीं पड़ा है। धनिया का रकबा इस बार जरूर कम रहा है। पिछले वर्ष 2015-16 में धनिया का रकबा चारों जिलों में मिलाकर 1 लाख 93 हजार 759 हैक्टेयर था। जबकि इस बार मात्र 1 लाख 54 हजार 510 हैक्टेयर है। जो पिछले साल से 39 हजार 259 हैक्टेयर कम है। हाड़ौती में सबसे ज्यादा धनिया इस बार झालावाड़ जिले में 83 हजार 750 हैक्टेयर में बोया है। परन्तु फिर भी पिछले वर्ष 14 हजार 606 हैक्टेयर रकबा कम हुआ है। पांच जिलों की तुलना करें तो सबसे कम रकबा हाड़ौती में सिर्फ कोटा का है, जहां 34600 हैक्टेयर में धनिया की बुवाई हुई है। इसकी वजह किसानों का रुझान धनिया के प्रति कम होना है। इस फसल से ध्यान हटाकर किसानों ने लहुसन की बुआई अधिक की है। लहसुन इस बार 1 लाख 38 हजार 268 हैक्टेयर में बोया गया है। जो पिछले वर्ष के मुकाबले में दुगने से भी अधिक है। पिछले वर्ष लहसुन सिर्फ 65 हजार 311 हैक्टेयर में ही बोया गया था।
–पिछले पांच साल में कौन से जिले में धनिया का कितना रकबा
वर्ष कोटा बारा बूंदी झालावाड़ संभाग
12-13 36704 45890 1244 72186 156024
13-14 48524 52713 843 76130 178210
14-15 67954 64815 3404 106697 242870
15-16 54830 35000 5600 98356 193759
16-17 34600 30750 5410 83750 154510
-प्रति हैक्टयर उत्पादन का अनुमान लाख हैक्टेयर
वर्ष 12-13 13-14 14-15 15-16 16-17
क्षेत्रफल 156000 178000 243000 194000 154000
उत्पादन 229000 114000 199000 215000 172000
उत्पादकता 147000 63000 82000 111000 112000
-दामों में 25 प्रतिशत की गिरावट
मंडियों में धनिया की आवक बढ़ने के साथ ही भाव भी गिरने लगे हैं। जो धनिया अप्रैल 2016 में 7100 रुपए क्विंटल था। फरवरी 2017 में 19 रुपए क्विंटल घटकर 5200 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
ऑफलाइन बंद, अब रीको में ऑनलाइन करना होगा आवेदन
कोटा । रीको कार्यालय पूरी तरह अब ऑनलाइन हो चुका है। नई इंडस्ट्री के लिए भूखंड के आवेदन से लेकर, फाइनेंस, एनओसी, और नाम टांसफर जैसे सभी काम अब ऑनलाइन ही स्वीकार किए जाएंगे। इस विभाग के ऑनलाइन होने से अब उद्यमियों को बार-बार रीको के अधिकारियों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
रीको के अधिकारियों का कहना था कि 1 फरवरी से पहले तक सब काम मेनुअल यानी आफलाइन था। अब सब काम ऑनलाइन कर दिया गया है। यहां तक कि पुरानी फाइलें भी ऑनलाइन करने का काम किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में आलमारियों में रखी फाइलें भी जल्दी ही कंप्यूटर पर नजर आएंगी। अभी तक उद्यमियों को अपनी फाइलें आगे बढ़ाने के लिए बार-बार अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ते थे। कंप्यूटराइजेशन होने के बाद उद्यमी अपने कार्यालय पर घर पर बैठकर भी अपनी एप्लीकेशन दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन भेज सकेगा।
–उद्यमी अपना रिकॉर्ड ऑनलाइन देख सकेंगे
उद्यमी अपना रिकॉर्ड ऑनलाइन देख सकेंगे। सारा काम पेपरलैस होने से सिस्टम में पूरी पारदर्शिता रहेगी। उद्यमी के आवेदन के बाद फाइल की ऑनलाइनही प्रोसेसिंग होगी। इंडस्ट्री के लिए चाहे बिजली का कनेक्शन लेना हो या पानी का। भूखंड भर भवन निर्माण की परमीशन लेनी हो या भूखंड ट्रांसफर की, उद्यमी अपने कार्यालय से आॅनलाइन कर सकेगा। फाइल का ऑनलाइनप्रोसेसिंग होने के बाद स्टेटस का भी पता लगाया जा सकेगा, कि फाइल किस स्टेज पर है।
-आवेदन के साथ ऑनलाइन ही डॉक्यूमेंट भेजने होंगे
अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह का आवेदन है, उसका फोरमेंट विभागीय वेबसाइट पर रहेगा। साथ ही उसमें डॉक्यूमेंट अपलोड करने की भी व्यवस्था की गई है।
-शुल्क भी ऑनलाइन ही जमा होगा
-रीको कई तरह के चार्ज जैसे सर्विस चार्ज, आवेदन शुल्क चार्ज, भूखंड ट्रांसफर चार्ज, भवन निर्माण स्वीकृति चार्ज आदि वसूल करती है। यह शुल्क भी ऑनलाइन ही जमा कराने होंगे।
–एसएसओ पर रजिस्ट्रेशन करना होगा
राजस्थान सरकार की एसएसओ यानी राजस्थान सिंगल साइन आन वेबसाइट पर पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए लॉग इन पासवर्ड बनाने के बाद सभी केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होती है। इसके बिना सीधे रीको की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सकते। इसमें एक आईडेंटीटी से सभी तरह के आवेदन किए जा सकते हैं।
एक बार रद्द होने पर दोबारा कभी नहीं बनेगा ड्राइविंग लाइसेंस
नई दिल्ली। देश के किसी भी शहर में ड्राइविंग लाइसेंस रद्द होता हैं तो अब नई व्यवस्था के तहत कहीं भी ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन पाएगा। केंद्र सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की जटिलता को समाप्त करने जा रही है। साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस के नियमों को सख्त करने का निर्णय लिया है।
नेशनल पोर्टल से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू
सभी राज्यों में बनने वाले ड्राइविंग लाइसेंस को नेशनल पोर्टल से जोड़ने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। किसी भी शहर में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर लाइसेंस रद्द होता है, तो वह नेशनल पोर्टल में अपडेट हो जाएगा। दोबारा उस चालक का किसी भी शहर से लाइसेंस नहीं बन पाएगा।
आधार से भी जुड़ेगा लाइसेंस
वहीं आवेदनकर्ता को डीएल बनवाने के लिए आधार कार्ड देना होगा। इससे देशभर में फर्जी डीएल बनवाने के सिलसिले पर अंकुश लगेगा। सडक़ परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार वर्तमान में राज्यों के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (आरटीओ) में लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनाया जाता है। आधार कार्ड को जोड़ने से व्यावसायिक वाहनों का ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में आसानी होगी। सड़क हादसों से हिट एंड रन केस करने वालों को आसानी से पकड़ा जा सकेगा। फर्जी डीएल बनाने का धंधा करने वाले दलालों पर भी नकेल कसेगी। आधार कार्ड से कई दस्तावेजों की पूर्ति हो जाएगी। इससे बायोमेट्रिक टेस्ट के लिए लंबी लाइन से मुक्ति के साथ थम्ब्स इम्प्रेशन, फोटो के काम में बचत हो जाएगी।
नेशनल पोर्टल पर अपडेट होगा
तीन बार लगातार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ने जाने वाले चालकों का लाइसेंस पंच कर दिया जाएगा। लाइसेंस पर बने पहली बार हरा, दूसरी बार पीला और तीसरी बार लाल प्वाइंट पर ट्रैफिक पुलिस पंच करेगी तो वह नेशनल पोर्टल पर अपडेट होता चला जाएगा।
बैंकों ने घटाई ब्याज दरें, सस्ते होंगे होम-ऑटो लोन
मुंबई। नए वित्त वर्ष में बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती करना शुरू कर दिया है। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने बेस रेट 0.15 फीसदी घटाकर 9.10 कर दिया है। घटी हुई दर 1 अप्रैल से लागू हो गई है।इससे ऑटो और होमलोन सस्ता होगा। इसी तरह कोटक महिंद्रा बैंक ने दरों में 0.05 फीसदी की कटौती की है। ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स 3 अप्रैल से बेस रेट में 0.15 की कटौती करेगा।इसके बाद बैंक की बेस रेट 9.50 फीसदी हो जाएगी।
एसबीआई दुनिया के 50 सबसे बड़े बैंकों में शुमार
स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर सहित भारतीय स्टेट बैंक के पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का शनिवार को देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक में विलय हो गया।इसके साथ ही स्टेट बैंक दुनिया के 50 बड़े बैंकों में शामिल हो गया है।
58 लाख ईपीएफ पेंशनधारकों को मिलेंगी मेडिकल सुविधाएं
नई दिल्ली । केंद्र सरकार ईपीएफ पेंशनधारकों को मेडिकल बेनिफिट यानी चिकित्सीय सुविधा देने जा रही है। इससे करीब 58 लाख रिटायर्ड कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।
कर्मचारियों को मेडिकल बेनीफिट दिए जाने वाले प्रस्ताव के बारे में शुक्रवार को संसद को जानकारी देते हुए श्रम एवं रोजगार मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि कर्मचारियों को बहुत ही कम राशि की पेंशन मिलती है जिससे स्वास्थ्य सेवाएं उनकी पहुंच से बाहर हैं।
उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव के लागू होने के बाद अब 58 लाख ईपीएफ पेंशनधारकों को चिकित्सीय लाभ मिलेगा। यह चिकित्सीय लाभ कर्मचारियों को ईएसआईसी(कर्मचारी राज्य बीमा निगम) के तहत मिलेगा। इससे करीब 58 लाख रिटायर्ड कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।
दरअसल, रिवोलुशनरी सोशलिस्ट पार्टी के सदस्य एनके रामचंद्रन ने लोकसभा में सवाल पूछकर ईपीएफ पेंशनधारकों को को सामाजिक सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम के बारे में सरकार से जानकारी मांगी। जिसके जवाब में श्रममंत्री दत्तात्रेय ने यह जानकारी दी।
ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग पर 30 जून तक नहीं लगेगा सर्विस चार्ज
नई दिल्ली। 1 अप्रैल से ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुक करवाने वालों के लिए एक खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने ट्रेन टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग पर सर्विस चार्ज की माफी 30 जून तक के लिए बढ़ा दी है।
नोटबंदी के बाद सरकार ने डिजिटल मोड से पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग को 23 नवंबर, 2016 से 31 मार्च 2017 तक सर्विस टैक्स से मुक्त कर दिया था। सरकार ने अब ये सीमा 30 जून तक बढ़ा दी है।
रेल मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए रेलवे को ये निर्देश दिया है। आईआरसीटीसी की साइट से ऑनलाइन टिकट बुक कराने पर 20 से 40 रुपए तक प्रति टिकट शुल्क लगते थे।
अब एक मिनट में बुक होंगे 15 हजार टिकट
आईआरसीटीसी के सर्वर को अपग्रेड किया गया है। बढ़ी हुई क्षमता और नई विशेषता से वेबसाइट पर एक मिनट में 15 हजार टिकट बुक किए जा सकते हैं। इससे बुकिंग के दौरान सर्वर धीमा नहीं चलेगा और यात्री आसानी से टिकट बुक कर सकेंगे।
ब्लैक मनी के खिलाफ ऑपरेशन, 300 फर्जी कंपनियों पर ईडी की छापेमारी
छापे से अनेक सफेदपोशों में हंड़कंप मच गया। संभावना है कि कई लोगों की पोल खुल जाए। एक निजी न्यूज चैनल से ईडी के डायरेक्टर कर्नल सिंह ने कहा, ‘एंट्री ऑपरेटर और शेल कंपनी काले धन को सफेद करने में रीढ़ की हड्डी होते हैं। ब्लैक मनी के इस खेल में जो भी शामिल पाया जाएगा, बख्शा नहीं जायेगा।’
कहीं राहत, कहीं आफतः स्मार्टफोन महंगा, रेल टिकट बुकिंग सस्ता
ऐसे में हम आपको बताते हैं कि कौन-कौन सी चीजें सस्ती होंगी और किन चीजों के लिए आपको पहले ये ज्यादा कीमत अदा करनी होगी।
ये चीजें होंगी महंगी
1- अगर आप स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं तो फिर आपको आज से इसके लिए ज्यादा कीमत चुकानी होगी क्योंकि इसमें लगने वाले प्रिंटेड सर्किट बोर्ड पर सीमा शुल्क लगा दिया गया है।
2- कार, मोटरसाइकिल और व्यावसायिक वाहनों के बीमा एक अप्रैल से महंगे होंगे, इससे वाहन खरीदना महंगा हो जाएगा।
3- तंबाकू वाले पान मसाले, गुटखा और सिगरेट के दाम बढे़ंगे।
4- चांदी के सामानों की कीमतें बढ़ेंगी।
5- स्टील के बर्तनों और एल्यूमीनियम के कई सामानों के दाम भी एक अप्रैल से बढ़ जाएंगे।
6- LED बल्ब भी महंगे होंगे।
7- अब वाहन चालकों को 5 से 10 रुपये ज्यादा टोल टैक्स चुकाना होगा।
ये 6 चीजें होंगी सस्ती
1- अगर आप एक अप्रैल के बाद घर खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको इसका लाभ होगा। सरकार ने सस्ते मकान उपलब्ध कराने के इरादे से होम लोन पर लगने वाले ब्याज पर छूट का ऐलान किया था।
2- खराब पानी की समस्या से पीडि़त हैं तो अब आपके लिए खुशखबरी है, अब आरओ के दाम पहले से कम हो जाएंगे। साफ पानी के लिए घर पर आरओ लगवा सकेंगे।
3- रेल टिकट बुकिंग अब सस्ती हो जाएगी, टिकट पर लगने वाला सर्विस चार्ज कम कर दिया गया है।
4- इस वित्तीय वर्ष से डाक की सुविधा पहले से सस्ती होने वाली है।
5- लेदर के सामान सस्ते होंगे।
6- बायोगैस के दाम कम होंगे।