Friday, November 15, 2024
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किस बिजनेस पर क्‍या असर पड़ेगा जीएसटी का

नई दिल्‍ली। भारत में अप्रत्‍यक्ष करों ने भारत के बिजनेस और सप्‍लाई चेन को बदल कर रख दिया था। गुड्‌स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) के आने के बाद भारत में बिजनेस का तरीका पूरी तरह से बदल जाएगा।देश के प्रत्‍यक्ष और अप्रत्‍यक्ष करों के जरिये करीब 14.6 लाख करोड़ रुपए कर जमा होता है। इसमें से करीब 34 फीसद अप्रत्‍यक्ष करों के जरिये मिलता है, जिसमें एक्‍साइज के जरिये 2.8 लाख करोड़ रुपए और सर्विस टैक्‍स के जरिये 2.1 लाख करोड़ रुपए मिलते हैं।जीएसटी के लागू होने के बाद माना जा रहा है कि एक्‍साइज, राज्‍य स्‍तरीय वैट और सर्विस टैक्‍स खत्‍म हो जाएंगे।

विभिन्‍न सेक्‍टर्स पर असर-

सीमेंट उद्योग पर इसका सकारात्‍मक असर पड़ेगा।- उपभोक्‍ता उत्‍पादों पर सकारात्‍मक असर पड़ेगा।- एफएमसीजी पर सकारात्‍मक असर पड़ेगा।- फार्मास्‍युटिकल सेक्‍टर पर सकारात्‍मक असर पड़ेगा।- ऑटोमोबाइल सेक्‍टर पर सकारात्‍मक असर पड़ेगा।- आईटी सेक्‍टर पर सकारात्‍मक असर पड़ेगा।- मीडिया पर नकारात्‍मक असर पड़ेगा।- टेक्‍सटाइल पर कर दरों का नकारात्‍मक असर, लेकिन ओवर ऑल सकारात्‍मक असर पड़ेगा।- टेलीकम्‍युनिकेशन पर कर दरों का न्‍यूट्रल असर, लेकिन ओवर ऑल नकारात्‍मक असर पड़ेगा।- मैटल्‍स पर कर दरों का नकारात्‍मक असर, जबकि समग्रता से देखें, तो सकारात्‍मक असर पड़ेगा।

उपभोक्‍ता उत्‍पाद

वर्तमान में उपभोक्‍ता उत्‍पादों पर सात से 30 फीसद कर लगता है। जीएसटी के लगने से कंपनियों को अधिक फायदा होगा, जिन्‍हें अतीत में कर छूट नहीं मिलती थी। इससे संगठित और असंगठित क्षेत्र में के बीच कीमतों में अंर कम होगा। माना जा रहा है कि सातवें वेतन आयोग के लगने के बाद मांग में तेजी आएगी और इस साल उपभोक्‍ता उत्‍पादों की खरीद बढ़ेगी। हैवेल्‍स, बजाज इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स, वोल्‍टास जैसी कंपनियों को फायदा होगा।

लॉजिसि्टक्स

जीएसटी के लागू होने से सामान के लाने ले जाने में लगने वाले समय में कमी आएगी। इससे ट्रकों का अधिकतम उपयोग हो सकेगा। ऐसा होने पर भारी-भरकम बड़े ट्रकों का अधिकतम उपयोग हो सकेगा, जिससे ट्रांसपोर्टेशन की लागत में कमी आएगी।इसके साथ ही सामानों का अंतरराज्‍यीय परिवहन आसान होगा, जिससे लॉजिस्टिक सर्विस की मांग में इजाफा होगा। जीएसटी के कारण लॉजिस्टिक सेक्‍टर में काम करने वाले असंगठित प्‍लेयर्स और संगठित प्‍लेयर्स के बीच कीमतों का अंतर खत्‍म होगा।दरअसल, कई असंगठित कंपनियां कर चोरी करती हैं और इसलिए वह कीमत पर सामान पहुंचाने की पेशकर कर पाती हैं। एक जैसी कर दरें होंने से संगठित क्षेत की गति, ब्‍ल्‍यू डार्ट, ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया जैसी कंपनियों को फायदा होगा।

इन पर नहीं लगेगा जीएसटी

पेट्रोलियम उत्‍पादों परपंचायत/जिला काउंसिलों/ म्‍युनिसिपलों द्वारा लगाए गए और वसूले गए मनोरंजन कर परशराब के उपभोग पर करस्‍टैंप ड्यूटी और कस्‍टम ड्यूटीबिजली के उपभोग और बिक्री पर कर

कोटा में 18 परीक्षा केंद्रों पर 9800 परीक्षार्थी देंगे जेईई-मेन परीक्षा

कोटा। इंजीनियरिंग की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा 5वीं जेईई-मेन्स,2017 में करीब 12 लाख परीक्षार्थी ऑनलाइन एवं ऑफलाइन पेपर देंगे। 2 अप्रेल (रविवार) को होने वाली ऑफलाइन परीक्षा में शहर के 18 परीक्षा केंद्रों पर 9800 परीक्षार्थी सुबह 9.30 बजे से 12.30 बजे तक पेपर-1 देंगे। 8 व 9 अप्रैल को ऑनलाइन परीक्षा भी कोटा में दो परियों में होगी।
सीबीएसई के कार्डिनेटर श्री प्रदीप सिंह गौड़ ने बताया कि शहर के सभी प्रमुख सीबीएसई स्कूलों में जेईई-मेन के परीक्षा केंद्र होंगे। लगभग 20 हजार से अधिक परीक्षार्थियों ने कोटा सेंटर के लिए आवेदन किया था, सीबीएसई ने लड़कियों को स्थानीय सेंटर देने को वरीयता दी है। इनमें डीएवी पब्लिक स्कूल, इमानुअल स्कूल, मोदी पब्लिक स्कूल, लारेंस एंड मेयो स्कूल, सोफिया स्कूल, सेंट पाल स्कूल, सेंट जोन्स स्कूल, सिंघानिया स्कूल, एसआर पब्लिक स्कूल, बख्शी पब्लिक स्कूल, आर्मी स्कूल, मित्तल स्कूल, गुरूनानक स्कूल सहित  निर्धारित सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। राज्य के शेष परीक्षार्थी जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर व बीकानेर शहर के परीक्षा केंद्रों पर पेपर देंगे। कोटा से बड़ी संख्या में विद्यार्थी 1 अप्रैल को ट्रेन, बसों एवं टेक्सियों से जयपुर, उदयपुर, जोधपुर व अजमेर के लिए रवाना हों जाएंगे।
सुबह 7 से 9.30 के बीच सेंटर पहुंचे
गौड़ ने बताया कि परीक्षा में सुरक्षा को देखते हुए सभी केंद्रों पर जांच अधिकारी परीक्षार्थियों की मेटल डिटेक्टर से सघन जांच करके प्रवेश देंगे। ऐसे में परीक्षार्थी असुविधा से बचने के लिए प्रातः 7 बजे से 9.30 बजे तक परीक्षा केंद्र पर अवश्य पहुँच जाएं। सुबह 8.30 बजे तक सेंटर पहुंचने से उन्हें आवश्यक देरी नहीं होगी। जिन सेंटर्स पर परीक्षार्थी 800 तक होंगे वहां जांच के लिए कतारें लगेंगी।
9 देशों में होगी ऑनलाइन परीक्षा
सीबीएसई ने 9 अप्रैल,2017 को होने वाली ऑनलाइन जेईई-मेन परीक्षा के लिए विदेश में कोलम्बो, ढाका, काठमांडु, सिंगापुर, बहरीन, दुबई, रियाद, मस्कट एवं शारजाह सहित 9 देशों में भी परीक्षा केंद्र घोषित किए हैं। इन देशों में रहने वाले अप्रवासी भारतीयों के बच्चे जेईई-मेन पेपर देंगे।