Monday, October 7, 2024
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जीएसटीआर 3B ऑनलाइन कैसे भरें, देखिये Live वीडियो

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कोटा। जीएसटी में पंजीकृत करदाता डीलर्स को 20 अगस्त तक अपनी रिटर्न भरनी है। शुरूआती दौर में करदाताओं के लिये सरलीकृत रिटर्न जीएसटीआर-3बी भरने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यह सुविधा जुलाई 2017 एवं अगस्त 2017 में की गई सप्लाई के सम्बन्ध में दी गयी है।

व्यापारी जुलाई 2017 की रिटर्न जीएसटीआर-3बी 5 अगस्त से जीएसटीएन पोर्टल पर भर सकते हैं एवं इसे भरने की अंतिम तारीख 20 अगस्त 2017 निर्धारित की गयी है। करदाता डीलर्स की सुविधा के लिए इस खबर के साथ वीडियो दे रहे हैं जिससे आपको समझने में आसानी होगी।

यह वीडियो आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। यहाँ हमारे टैक्स कंसल्टेंट अंशुल काला आपको वीडियो के माध्यम से समझा रहे हैं । आप हमें www.youtube.com, www.facebook.com, http/tweeter.com पर भी फॉलो कर सकते हैं। 

 

4 दिन में निवेशकों ने गंवाए 6.4 लाख करोड़

मुंबई। अमेरिका और उत्तर कोरिया में संभावित युद्ध का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी नजर आ रहा है। इसका खमियाजा भारतीय शेयरधारकों को भी उठाना पड़ रहा है। पिछले चार दिनों के ट्रेडिंग सेशन में भारतीय निवेशकों को करीब 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 6.4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का मार्केट कैप अब 133.1 लाख करोड़ रुपये है। 7 अगस्त को यह अपने सर्वोच्च स्तर, 139.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था। बाजार का मार्केट कैप 6 जुलाई को 133 लाख करोड़ रुपये था। इसके बाद 23 ट्रेडिंग सेशन के बाद बाजार 7 अगस्त को 139.5 लाख करोड़ के अपने सर्वोच्च स्तर तक पहुंचा।

रॉयटर्स रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर के निवेशकों को करीब एक ट्रिलियन डॉलर यानी करीब 640 खरब 85 अरब रुपये का नुकसान हो चुका है। शुक्रवार को सेंसेक्स में 318 अंकों की गिरावट के साथ 31214 अंको के करीब बंद हुआ। यह पिछले महीनों का इसका निम्नतर स्तर है।

निफ्टी में 1.1 फीसदी यानी करीब 109 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। यह 9711 अंकों पर बंद हुआ। इस सप्ताह में सेंसेक्स में कुल 1100 अकों की गिरावट दर्ज हुई है।

डीलर्स का कहना है कि भारत और चीन के बीच डोकलाम विवाद, सेबी द्वारा मंगलवार से 331 शैल कंपनियों को ट्रेडिंग से रोकना और कॉर्पोरेट सेक्टर में कमजोरी के चलते भी इस सप्ताह बाजार को नुकसान हुआ है। भारत ही नहीं दुनियाभर के शेयर बाजारों में यही चलन देखा जा रहा है।

गुरुवार रात को अमेरिका के डाउ जॉन्स इंडेक्स में करीब 1 फीसदी और एसऐंडपी 500 इंडेक्स में करीब 1.45 फीसदी की गिरावट हुई। वहीं यूके के एफटीएसई में भी 1.5 प्रतिशत की गिरावट हुई।शुक्रवार की शुरुआती खरीदारी में अमेरिकी शेयर बाजार स्थिर थे वहीं यूके में अच्छे संकेत नहीं थे।

दुनियाभर के बाजार विशेषज्ञों को अभी तक इस बात का अंदाजा नहीं है कि अगर अमेरिका और उत्तर कोरिया में युद्ध के हालात पैदा होते हैं तो बाजार की क्या स्थिति होगी। वहीं बाजार में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इस करेक्शन को अच्छा मान रहे हैं। उनका मानना है कि यह अभी रुका नहीं है।

निवेश फर्म क्रिस (KRIS) के निदेशक अरुण केजरीवाल का कहना है, ‘चूंकि इसने रिचली वैल्यूड स्टॉक्स और फेयरली वैल्यूड स्टॉक्स के बीच के अंतर को कुछ कम कर दिया है। लेकिन यह अभी काफी नहीं है। हालांकि इस हफ्ते के दूसरे हिस्से में कुछ समय के लिए कीमतों में फिर इजाफा हो सकता है।

“हार ही जीत की प्रथम सीढ़ी”

कोटा। एस.आर.पब्लिक स्कूल में शुक्रवार को हाउस कॉम्पीटिशन के तहत प्रतियोगिताओं का आयोजन रखा गया। जिसमें विद्यालय के चारों हाउस अरावली, हिमालय,नीलगिरी एवं शिवालिक के छात्रों ने हिस्सा लिया।

जूनियर वर्ग के लिए देशभक्ति कविता एवं सीनियर वर्ग के लिए नाटक मंचन प्रतियोगिता आयोजित की गई। जूनियर वर्ग में हिमालय हाउस की वर्तिका सिंह ने प्रथम एवं हिमालय हाउस की ही सानवी कसेरा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। सीनियर वर्ग में अरावली हाउस ने प्रथम, नीलगिरी हाउस ने द्वितीय एवं हिमालय हाउस ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

विजयी छात्रों को प्राचार्या सीमा शर्मा एवं उप प्राचार्या सपना शर्मा ने पुरस्कार देकर उनका हौसला बढ़ाया एवं संदेश दिया कि हार से कभी हार न मान कर उसे जीत की प्रथम सीढ़ी मानकर स्वीकार करना और आगे बढ़ते जाना।

झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में मेडकॉर्ड्स को मिली मंजूरी

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डिजिटल इंडिया मिशन :

  • हर रोगी की बनेगी डिजिटल हैल्थ प्रोफाइल।
  • एमओयू से प्रतिवर्ष 5 लाख मरीजों को मिलेगी निःशुल्क डिजिटल रिकॉर्ड सुविधा, डॉक्टर का पर्चा व जांच रिपोर्ट रहेगी सुरक्षित।

अरविंद
कोटा। ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को समय पर सस्ता इलाज मुहैया कराने के उद्देश्य से मेडकॉर्ड्स हेल्थकेअर सिस्टम द्वारा झालावाड़ मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल को डिजिटल किया जाएगा।

इस बारे में शनिवार को कॉलेज के डीन डॉ.आरके आसेरी तथा मेडकॉर्ड्स के सीईओ श्रेयांस मेहता व निखिल बाहेती ने एमओयू किया। मुख्यमंत्री के जिले में ग्रामीण स्तर तक यह सुविधा मिलने से ग्रामीण रोगियों को इलाज में बहुत राहत मिलेगी। 

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सभी विभागों में 100 से अधिक चिकित्सकों को मरीजों के पंजीयन, डिजिटल रिकॉर्ड को देखने तथा सुरक्षित रखने के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। मरीजों के लिए यह डिजिटल सुविधा बिल्कुल निशुल्क रहेगी।

अतिरिक्त प्रिंसीपल (प्रथम) डॉ.दीपक गुप्ता ने कहा कि इससे मरीजों को बहुत फायदा मिलेगा। वो कहीं भी इलाज करवाए, उसके पर्चे और रिपोर्ट्स दोनों उसके पास सुरक्षित रहेंगे। गांवों के मरीजों को यह सुविधा मिलने से स्वस्थ भारत अभियान में यह मील का पत्थर साबित होगा।

डॉक्टर व मरीज दोनों के लिए फायदेमंद
झालावाड़ मेडिकल कॉलेज को मेडकॉर्ड्स के सहयोग से अत्याधुनिक बनाया जाएगा, ताकि यह कॉलेज देश में उदाहरण बन सके। डिजिटल तकनीक से जुड़ने के बाद रोगियों की पुरानी जांच रिपोर्ट सुरक्षित रहेगी। उन्हें जल्द व सही इलाज मिलेगा। मेडकॉर्ड्स डॉक्टर व मरीज के बीच सेतु का काम करेगा।
– डॉ.आरके आसेरी, डीन, मेडिकल कॉलेज, झालावाड़

डिजिटिल हेल्थकेअर की शुरुआत हाड़ौती से
सांसद ओम बिरला ने निःशुल्क डिजिटल हेल्थ केअर सुविधा से कोटा-बूंदी जिले के हर नागरिक को जोड़ने की पहल की। कोटा में दादाबाडी व रामपुरा सेटेलाइट अस्पताल में इसे चालू किया गया।

जल्द ही यह सुविधा मेडिकल कॉलेज, एमबीएस हॉस्पीटल व जेके लोन हॉस्पिटल में भी प्रारंभ होगी। जहां पूरे संभाग से लाखों मरीज इलाज के लिए आते हैं। 

मेहता ने बताया कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के मरीजों के लिए अलग-अलग एप बनाए गए हैं, जो उस क्षेत्र में बीमारियों का सर्वे कर बनाए गए। दुनिया के टॉप-10 स्टार्टअप में शामिल तकनीक को ग्रामीण मरीजों तक पहुंचाना चुनौतीपूर्ण था, जिसे अच्छी सफलता मिल रही है। 

पर्सनल हैल्थ असिस्टेंट है मेडकॉर्ड्स
मेडकॉर्ड्स के सीइओ श्रेयांस मेहता एवं निखिल बाहेती ने कहा कि डिजिटल होने से हर रोगी को मेडिकल प्रोफाइल एक पेज पर मिल जाएगी, जिसे मोबाइल से वह देश-विदेश के विशषज्ञ को भेजकर इलाज करवा सकता है। हमारी व्यस्त दिनचर्या में यह पर्सनल हैल्थ असिस्टेंट की भूमिका निभाएगा। 

 

 

ईपीएफ अंशदान में एक फीसद का इजाफा कर सकती है सरकार

नई दिल्ली । संगठित क्षेत्र में नौकरी के नए अवसर सृजित करने के लिए सरकार प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना (पीएमआरपीवाई) के तहत कर्मचारियों के कर्मचारी भविष्य निधि में योगदान बढ़ाने का विचार कर रही है। इसमें बेसिक पे का एक फीसद हिस्सा बढ़ाया जा सकता है।

सरकार ने यह स्कीम बीते वर्ष अगस्त में लॉन्च की थी। सरकार रोजगार के पहले तीन वर्षों के दौरान कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस) के अंतर्गत उन कर्मचारियों का ईपीएस (इम्प्लॉई पेंशन स्कीम) योगदान का पूरा हिस्सा भुगतान करने के लिए बाध्य है, जिनका वेतन 15,000 रुपये प्रति माह है। 

ईपीएफ के कुल योगदान में से 8.33 फीसद ईपीएस में, 3.67 फीसद ईपीएफ में, 0.65 फीसद एडमिनिस्ट्रेटिव, 0.5 फीसद इम्प्लॉई डिपॉजिट लिंक्ड (ईडीएलआई) स्कीम में और 0.01 फीसद ईडीएलआई के मेंटेनेंस में जाता है।

पीएमआरपीवाई के तहत ईपीएस का हिस्सा सरकार की ओर से उपलब्ध कराया जाता है ताकि कंपनियां बेरोजगार लोगों को नौकरी देने के लिए प्रोत्साहित हों और असंगठित कर्मचारियों को पेरोल पर लाएं।

पीएमआरपीवाई को अब तक सुस्त प्रतिक्रिया मिली है। इसमें केवल 6588 इस्टेबिलिशमेंट्स ने ही इस योजना का लाभ उठाया है और करीब तीन लाख कर्मचारियों ने 30 जून, 2017 तक इसमें एनरोल किया है। इस योजना के लिए 1000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था, लेकिन अब तक महज 31 करोड़ रुपये ही इसके लिए खर्च किये गये हैं।

 

सेंसेक्स एक महीने से अधिक के निम्न स्तर पर, 32214 अंक पर बंद

अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपये में गिरावट से भी धारणा प्रभावित हुई।

मुंबई। मुंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 318 अंक की गिरावट के साथ एक महीने से अधिक के निम्न स्तर 31,214 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 9,800 अंक के नीचे पहुंच गया।

भू-राजनीतिक तनाव तथा आर्थिक समीक्षा में आर्थकि वृद्धि को लेकर लगाये गये अनुमान में उच्च स्तर की वृद्धि हासिल होना मुश्किल कहे जाने से बाजार को झाटका लगा।

बाजार में पिछले छह सप्ताह में साप्ताहिक आधार पर यह पहली गिरावट है। इसके अलावा अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपये में गिरावट से भी धारणा प्रभावित हुई। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान नकारात्मक दायरे में रहा और अंत में 317.74 अंक यानी 1.01 प्रतिशत टूटकर 31,213.59 अंक पर बंद हुआ।

चार जुलाई के बाद साप्ताहिक आधार पर बाजार का यह सबसे न्यूनतम स्तर है। पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 794.08 अंक नीचे आ चुका है। एनएसई निफ्टी 109.45 अंक 1.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 9,710.80 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले यह स्तर सात जुलाई को देखा गया। कारोबार के दौरान यह 9,685.55 अंक के न्यूनतम स्तर तक चला गया था।

आर्थकि समीक्षा में कहा गया है कि आर्थकि वृद्धि का पूर्व में लगाये गये 6.75-7.5 प्रतिशत वृद्धि के अनुमान में उच्च स्तर वाले अनुमान को प्राप्त करना मुश्किल होगा। इसका कारण रुपये की विनिमय दर में वृद्धि, कृषि कर्ज माफी तथा जीएसटी क्रियान्वयन के दौरान होने वाली चुनौतियां हैं।

सप्ताह के दौरान सेंसेक्स तथा निफ्टी दोनों में छह सप्ताह में पहली बार गिरावट आयी। जहां सेंसेक्स 1,111.82 अंक या 3.43 प्रतिशत नीचे आ गया वहीं निफ्टी में 355.60 अंक या 3.53 प्रतिशत की गिरावट आयी है।

 

 

मिठाइयों पर जीएसटी के विरोध में 21 से प. बंगाल बंद

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असोसिएशन ने बताया कि 21 अगस्त से मिठाई की सारी दुकानें बंद रहेंगी।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मिठाई बेचने वालों ने जीएसटी के खिलाफ राज्य स्तर के बंद की घोषणा की है। राज्य के मिठाई बेचने वालों के असोसिएशन ने बताया कि 21 अगस्त से मिठाई की सारी दुकानें बंद रहेंगी।

मिठाई बेचने वाले जीएसटी का विरोध कर रहे हैं क्योंकि नए टैक्स सिस्टम से मिठाई की कीमतें काफी बढ़ रही हैं।

पश्चिम बंगाल स्वीट सेलर्स असोसिएशन के रबींद्र कुमार पाल ने कहा, ‘संदेश और रसगुल्ला जैसी मिठाइयों पर 5 पर्सेंट जीएसटी लगाया गया है। ज्यादातर बंगाली मिठाइयां जल्द खराब होती हैं क्योंकि ये छेना से बनी होती हैं। हमने इन मिठाइयों पर जीएसटी ना लगाए जाने का अनुरोध किया है।

हमारे फाइनैंस मिनिस्टर अमित मित्रा ने मिठाइयों पर जीएसटी 12 पर्सेंट से घटाकर 5 पर्सेंट करवाने का प्रयास किया।’ वाम दलों की सरकार के दौरान मिठाई बनाने और बेचने वालों के विरोध के बाद मिठाई पर लगे वैट को वापस ले लिया गया था।

असोसिएशन का मानना है कि इस बार भी सरकार को मिठाइयों पर से जीएसटी हटाना ही होगा। 21 अगस्त से बंद के अलावा असोसिएशन ने 24 से 26 अगस्त तक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया है। कोलकाता के मशहूर मिठाई विक्रेता धिमान दास का कहना है, ‘ग्राहक पहले के जैसे मिठाइयां नहीं खरीद रहे हैं, इसलिए हम हड़ताल करने पर मजबूर हैं।’

यात्री कारों की बिक्री जुलाई में 15 फीसदी बढ़ी

नयी दिल्ली। इस साल जुलाई महीने में यात्री कारों की बिक्री 15.12 प्रतिशत बढ़कर 2,98,997 इकाई पर पहुंच गयी। पिछले साल के इसी महीने में कुल 2,59,720 यात्री कार बेची गईं थीं।

वाहन निर्माता कंपनियों के संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सिआम) के आज जारी आंकड़ों के अनुसार आलोच्य माह में घरेलू बाजार में कारों की बिक्री 8.52 फीसदी बढ़कर पिछले साल की 1,77,639 इकाइयों के मुकाबले इस साल 1,92,773 इकाई पर पहुंच गयी है।

मोटरसाइकिलों की बिक्री भी इस दौरान पिछले साल की 8,97,084 इकाइयों से 16.9 प्रतिशत बढ़कर 10,48,657 इकाई हो गयी है। दोपहिया वाहनों में इस साल जुलाई में कुल 16,79,055 वाहन बेचे गये जो पिछले साल के इसी महीने के 14,76,332 वाहनों के मुकाबले 13.73 फीसदी अधिक है।

सिआम ने कहा कि इस दौरान व्यावसायिक वाहनों की बिक्री 13.78 फीसदी बढ़कर 59 हजार इकाई पर पहुंच गयी है।सभी श्रेणियों के वाहनों की बिक्री इस दौरान 13.3 प्रतिशत बढ़कर 20,78,313 इकाई पर पहुंच गयी। पिछले साल के जुलाई महीने में यह 18,34,302 इकाई रही थी।

नोटबंदी से सरकार को घाटा, आधा लाभांश देगा रिजर्व बैंक

मुंबई। रिजर्व बैंक ने सरकार को जून 2017 को समाप्त वित्त वर्ष में 30,659 करोड़ रुपये का लाभांश देने की घोषणा की है। यह लाभांश पिछले साल के मुकाबले करीब आधा है।

विश्लेषकों के अनुसार, नोटंबदी के कारण नए नोटों की छपाई समेत अन्य कारणों से रिजर्व बैंक की ओर से सरकार को मिलने वाले लाभांश में कमी आई है। पिछले वित्त वर्ष में रिजर्व बैंक ने सरकार को लाभांश के रूप में 65,876 करोड़ रुपये दिए थे।

केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, ‘रिजर्व बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल ने आज हुई बैठक में 30 जून 2017 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए अधिशेष राशि 306.59 अरब रुपये (30,659 करोड़ रुपये) भारत सरकार को ट्रांसफर करने का फैसला किया है।’

हालांकि शीर्ष बैंक ने कम लाभांश दिए जाने के बारे में कुछ नहीं बताया। बजटीय अनुमान के सरकार ने रिजर्व बैंक से 2017-18 में 58,000 करोड़ रुपये के लाभांश मिलने का अनुमान रखा था।

सरकार ने चालू वित्त वर्ष में रिजर्व बैंक, सरकारी बैंकों और वित्तीय संस्थानों से 74,901.25 करोड़ रुपये के लाभांश का अनुमान रखा गया था।

इसके पीछे के कारणों को बताते हुए रिजर्व बैंक के पूर्व डेप्युटी गवर्नर आर गांधी ने कहा कि पिछले कुछ साल से रिटर्न कम हो रहा है जिसका कारण विकसित देशों में नकारात्मक ब्याज दरें हैं।

उन्होंने कहा कि बैंकों में नकदी बढ़ने के कारण रिजर्व बैंक रिवर्स रीपो पर धन उधार लेता रहा है और ब्याज दे रहा है। इससे उसके राजस्व पर असर पड़ा। विश्लेषकों के अनुसार, रिजर्व बैंक की आय में कमी का एक कारण नई मुद्रा की छपाई की लागत भी है।

इसके अलावा, 500 और 1,000 रुपये के नोटों को चलन से हटाने के बाद की व्यवसथा को संभालने पर भी रिजर्व बैंक की लागत बढ़ गई।

सॉफ्टबैंक ने फ्लिपकार्ट को दिया सहारा, $2.5 अरब का निवेश

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टेक्नॉलोजी और ई-कॉमर्स स्केल के लिहाज से भारत लीडर बनने का दम रखता है। फ्लिपकार्ट के संस्थापकों सचिन और बिन्नी ने कहा।

बेंगलुरु। देश की सबसे कीमती स्टार्टअप फ्लिपकार्ट में दुनिया के सबसे बड़े टेक्नॉलजी फंड सॉफ्टबैंक विजन फंड ने 2.5 अरब डॉलर का निवेश किया है। देश के कंज्यूमर टेक्नॉलजी सेक्टर में यह सबसे बड़ा निवेश है।

जापान के सॉफ्टबैंक के पास अब भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन कंपनी के 25 पर्सेंट शेयर होंगे, जो अभी अमेरिका के ऐमजॉन से यहां मुकाबला कर रही है। फ्लिपकार्ट के संस्थापकों सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने कहा, ‘यह फ्लिपकार्ट और भारत के लिए ऐतिहासिक डील है।’

उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि टेक्नॉलोजी और ई-कॉमर्स स्केल के लिहाज से भारत लीडर बनने का दम रखता है। सॉफ्टबैंक कंपनी में कुछ शेयर सीधे तो कुछ मौजूदा शेयरहोल्डर्स से खरीदेगा। इस सौदे से टाइगर ग्लोबल को कुछ हिस्सेदारी बेचने का मौका मिलेगा।

न्यूयॉर्क की यह इन्वेस्टमेंट कंपनी अब तक फ्लिपकार्ट की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर थी। सॉफ्टबैंक के साथ डील की खबर रखने वाले तीन सूत्रों ने यह जानकारी दी है। इस सौदे में कंपनी की कीमत 7-8 अरब डॉलर लगाई गई है।

सूत्रों ने बताया कि कंपनी के दोनों संस्थापक और इसमें सबसे पहले निवेश करने वाले वेंचर फंड एक्सेल पार्टनर्स भी सॉफ्टबैंक को कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे। एक सूत्र ने कहा, ‘दोनों संस्थापक अपनी कुछ शेयरहोल्डिंग बेच रहे हैं।’

आईआईटी दिल्ली के क्लासमेट्स सचिन और बिन्नी बंसल ने 2007 में ऑनलाइन किताबें बेचने की शुरुआत इस कंपनी से की थी। एक दशक में उन्होंने फ्लिपकार्ट को सफलता के इस मुकाम तक पहुंचाया।

अप्रैल 2017 में कंपनी ने ईबे, चीन की टेनसेंट और माइक्रोसॉफ्ट से 1.4 अरब डॉलर का फंड जुटाया था, तब इसकी वैल्यू 11.6 अरब डॉलर लगाई गई थी।

सचिन और बिन्नी बंसल ने एक बयान में कहा, ‘हम सॉफ्टबैंक विजन फंड को पार्टनर बनाकर खुश हैं। हम सभी भारतीयों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने बिजनस को बढ़ा रहे हैं। हम देश में अगले फेज के टेक्नॉलजी अडॉप्टेशन में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।’

इससे दो सप्ताह पहले स्नैपडील को खरीदने की बातचीत फ्लिपकार्ट के साथ टूट गई थी। सॉफ्टबैंक के संस्थापक मासायोशी सन ने एक स्टेटमेंट में कहा, ‘हम इनोवेटिव कंपनियों को सपॉर्ट करना चाहते हैं, जो भारत में विजयी बनें। ये ‘इस डील के साथ सॉफ्टबैंक का भारत में कुल निवेश 6 अरब डॉलर से अधिक हो जाएगा।