Patnaik Record: क्या इस बार ओडिशा के ‘पप्पू’ बनायेंगे नया रिकॉर्ड!

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    पवन चामलिंग का रिकॉर्ड तोड़ने की दहलीज़ पर नवीन पटनायक

    -कृष्ण बलदेव हाडा-
    Naveen Patnaik Record: वर्तमान में देश में नवीन पटनायक(Naveen Patnaik) संभवत देश या किसी प्रदेश के ऎसे एकमात्र नेता है जो किसी भी तरह के विवाद से परे रहकर संतुलित तरीके से अपने राजकार्य को निपटाते हुए जनता के बीच अपनी निरंतर पेठ बनाए हुए हैं और इसके बूते अब एक नया रिकॉर्ड़ बनाने की दहलीज पर पहुंच गए हैं।

    जिस संदर्भ में नवीन पटनायक की चर्चा की जा रही है, उसकी बड़ी वजह यह है कि कभी ओडिशा (पुराना नाम उड़ीसा) की राजनीति के दिग्गज नेता रहे अपने पिता बीजू पटनायक के निधन के बाद राजनीति में आए और न केवल सफलतापूर्वक अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। बल्कि उसे पूरी शिद्दत और निर्विवाद रूप से आज तक बरकरार रखे हुए हैं।

    अपने परिवारजनों और मित्र मंडली में पप्पू के नाम से अपनी खास पहचान रखने वाले नवीन पटनायक वर्ष 1997 में उनके पिता बीजू पटनायक के निधन के बाद उनके स्थान पर ओडिशा की अस्का लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़कर 11वीं लोकसभा के सदस्य चुने गए थे।

    यहां उल्लेखनीय खास बात यह है कि सक्रिय चुनावी राजनीति में आने के बाद नवीन पटनायक ऐसे राजनीतिज्ञ हैं जो कभी चुनाव नहीं हारे। केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में इस्पात एवं खान मंत्री रहने के बाद नवीन पटनायक 5 मार्च 2000 को भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करके ओडिशा के मुख्यमंत्री बने थे और तब से लगातार अब तक इस पद पर बने हुए हैं।

    नवीन पटनायक की आज चर्चा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अब वे पश्चिमी बंगाल के इतिहास के सर्वाधिक लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे ज्योति बसु, जो एक मौके पर देश के प्रधानमंत्री बनने से बाल-बाल ही बचे थे, के रिकॉर्ड को तोड़कर देश के ऎसे दूसरे मुख्यमंत्री बन गए हैं, जिन्होंने लगातार सर्वाधिक कार्यकाल मुख्यमंत्री के रूप अपने प्रदेश को दिया है।

    अब इस कतार में उनसे आगे केवल सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ही है और जिस तरह की आत्म संतुष्ट भाव से राजनीति नवीन पटनायक करते हैं, उससे कहीं अधिक खास बात यह है कि उनकी राजनीति से उनके प्रदेश की जनता पूरी तरह से संतुष्ट है। उसे देखते हुए वह दिन अब महज एक साल से भी कुछ ही अधिक दिनों तक का ही शेष रह गया है, जब वे पवन कुमार चामलिंग का रिकॉर्ड तोड़ कर देश में सबसे अधिक समय तक किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री बने रहने का नया कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं।

    देश में पश्चिमी बंगाल के वामपंथी मुख्यमंत्री दिवंगत ज्योति बाबू ने लगातार 23 साल 137 दिन तक इसका मुख्यमंत्री बने रहने का एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था जिसे बाद में सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने 24 सालों से भी अधिक समय तक मुख्यमंत्री के पद पर लगातार बरकरार रहते हुए तोड़ा है। वे 12 दिसंबर 1994 से 27 मई 2019 तक 24 सालों से भी अधिक समय इस छोटे लेकिन देश की बहुत ही खूबसूरत राज्यों में शामिल सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे हैं।

    उनके इस रिकॉर्ड के नजदीक बीजू जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोमवार तक इस तटीय राज्य के 23 साल 139 दिन तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड कायम किया है। इस तरह से उन्होंने ज्योति बाबू के 23 साल 137 दिन तक लगातार मुख्यमंत्री पश्चिमी बंगाल के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड तोड़ा।

    अब नवीन पटनायक पवन कुमार चामलिंग के स्थान पर नए रिकॉर्डधारी मुख्यमंत्री बनने की ओर बढ़ रहे हैं। आमतौर पर नवीन पटनायक की इस सफलता का राज राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य में बेवजह हस्तक्षेप कर आगे आने की पूरी कोशिश करने के बजाए अपने ही प्रदेश की जनता के हर वर्ग को येन-केन-प्रकारेण संतुष्ट रखने और पराई राजनीति ने पैर फ़ंसाकर विवाद की स्थिति पैदा करने की जगह शांत चित्त भाव से राजनीति करने में अधिक विश्वास रखते हैं, जो उनकी सफलता का मूल मंत्र भी है।

    147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा का अगला चुनाव जून, 2024 या उससे पहले संभावित है। अगर कुछ भी अप्रिय नहीं घटा तो नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल को लगातार मिल रहे अपार जनसमर्थन के कारण उनकी पार्टी का बहुमत के साथ यह विधानसभा चुनाव जीतना भी तय है।

    इसके साथ ही तय है कि वे ओडिशा के अगले मुख्यमंत्री के पद पर भी बरकरार रहेंगे। तो जाहिर है कि पवन कुमार चामलिंग का रिकॉर्ड टूटना भी तय है। अगर नवीन पटनायक ऐसा करने में कामयाब होते हैं तो वे किसी राज्य का लगातार छठी बार मुख्यमंत्री बनने के दुर्लभ रिकॉर्ड बनाने के करीब होंगे।