कोटा। आर्य समाज के अंतर्राष्ट्रीय नेता एवं दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के महामंत्री विनय आर्य ने कहा है कि आर्य समाज कोरोना महामारी संकट एवं अन्य सामाजिक सरोकारों में हमेशा अग्रणी रहा है।
विनय आर्य शुक्रवार को यहां प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अंग्रेजो के कानूनों ने हिंदू समाज को बांटने का काम किया था। आर्यसमाज मेरिज वेरिएशन एक्ट के माध्यम से अब समाज में जातिवाद को तोड़ने के लिए प्रांतीय आर्य प्रतिनिधि सभा के पंजीकृत मंदिरों के माध्यम से विवाह संस्कार कराता है। यह धारणा गलत है कि आर्य समाज गलत तरीके से शादी ब्याह करता है।
हर संकट में देश व समाज को सुरक्षित रखने की हमारी जिम्मेदारी का निर्वाह आर्य समाज कर रहा है। बाल विवाह के खिलाफ शारदा एक्ट बनवाने में भी आर्य समाज की बड़ी भूमिका रही संपूर्ण विश्व में आर्य समाज की 42 देशों में 10 हजार से अधिक शाखाऐं कार्य कर रही है। कोराना के संदर्भ में उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन में आर्य समाज ने यज्ञ के माध्यम से कोरोना महामारी के खिलाफ वातावरण बनाया, जिसे सरकार के आयुष मंत्रालय ने भी माना है। गुरूकुल व कन्या आश्रम,अखिल भारतीय दयानंद सेवाश्रम संघ के महामंत्री जोगेंद्र खट्टर ने भी आर्य समाज की प्रगति व कार्यक्रमों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आर्य समाज 250 से अधिक बड़े चिकित्सालयों व 10 हजार से अधिक अनाथ बच्चों के लिए अनाथालयों का संचालन कर रहा है। महामारी के समय लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पिला कर इम्यूनिटी बढ़ाने का कार्य किया। समाज धार्मिक अंध विश्वासों के खिलाफ जन जागृति के प्रयास करता रहता है। बेटी बचाओ हमारे लिए सिर्फ नारा नहीं है हम महिलाओं का सम्मान कर उन्हें समाज में सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रहे है।
आर्य उप प्रतिनिधि सभा के संभागीय प्रधान अर्जुनदेव चड्ढा ने बताया कि सिख समाज के ज्ञानी गुरूनाम सिंह अम्बावली, गायत्री परिवार के मुख्य ट्रस्टी जीडी पटेल तथा श्री कौशिक गायत्री आश्रम बोरखेड़ा के संचालक यज्ञदत्त हाड़ा आदि ने आर्य नेताओं का अभिनंदन किया। आर्य समाज के वरिष्ठ डाॅ वेद प्रकाश गुप्ता तथा डीएवी स्कूल की प्राचार्य सरिता रंजन गौतम ने भी अभिनंदन समारोह में विचार व्यक्त किए। संचालन महामंत्री अरविंद पांडे ने किया।