नई दिल्ली । हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) के मुनाफे में भारी गिरावट आई है। जून में समाप्त पहली तिमाही के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी का लाभ 56 फीसद घटकर 925 करोड़ रुपये रह गया।
बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में उसे 2098 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। रिफाइनिंग मार्जिन घटने और इंवेंट्री लॉस के कारण प्रदर्शन प्रभावित हुआ। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी को प्रत्येक बैरल कच्चे तेल (क्रूड) को ईंधन में बदलने पर 5.86 डॉलर की कमाई हुई।
बीते साल उसका ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) 6.83 डॉलर प्रति बैरल रहा था। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी को 1595 करोड़ रुपये की इंवेंट्री हानि हुई। इंवेंट्री लॉस तब होता है जब तेल के दाम खरीदने के बाद और मार्केटिंग से पहले फिसल जाते हैं। पहली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 51,600 करोड़ से बढ़कर 59,891 करोड़ रुपये हो गया।
आंध्रा बैंक को 40 करोड़ का लाभ
सार्वजनिक क्षेत्र के आंध्रा बैंक के मुनाफे में बढ़ोतरी हुई है। जून में समाप्त पहली तिमाही के दौरान बैंक का लाभ 30 फीसद बढ़कर 40 करोड़ रुपये हो गया। बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में उसे 31 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। समीक्षाधीन अवधि में बैंक की आय 6.18 फीसद बढ़कर 5155 करोड़ रुपये हो गई। बीते साल इसी अवधि में यह 4855 करोड़ रुपये रही थी।
फॉर्टिस हेल्थकेयर का प्रॉफिट घटा
फोर्टिस हेल्थकेयर के मुनाफे में कमी आई है। जून में समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी को 22.61 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ। बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में उसे 25.26 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। इस दौरान कंपनी की आय 1154.15 करोड़ से बढ़कर 1214.22 करोड़ रुपये हो गई।
एमआरएफ के मुनाफे में भारी गिरावट
टायर बनाने वाली प्रमुख कंपनी एमआरएफ के प्रॉफिट में कमी आई है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 78.30 फीसद घटकर 106.53 करोड़ रुपये रह गया। बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी को 490.93 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
महिंद्रा एंड महिंद्रा का लाभ घटा
महिंद्रा एंड महिंद्रा के मुनाफे में गिरावट आई है। चालू वित्त वर्ष के दौरान जून में समाप्त पहली तिमाही में कंपनी का टैक्स के बाद लाभ (पीएटी) 19.79 फीसद घटकर 765.96 करोड़ रुपये रह गया। बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह आंकड़ा 954.95 करोड़ रुपये रहा था।