आर्ट फॉर हार्ट क्विज में लॉरेंस एंड मेयो स्कूल विजेता, जीवन रक्षक किट ने बचाई जान

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कोटा। हार्टवाइज सोसायटी की ओर से कोटा में 9 फरवरी को होने जा रहे देश के सबसे बड़े हेल्थ इवेंट वॉक-ओ-रन के तहत शनिवार को आर्ट फॉर हार्ट क्विज कम्पीटिशन का फाइनल हुआ। फाइनल राउण्ड चार स्कूल्स के बीच हुआ, जिसमें लॉरेंस एण्ड मेयो स्कूल विजेता रहा।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एडीएम कृष्णा शुक्ला रहीं। इसके साथ ही हार्टवाइज जीवन रक्षक किट के माध्यम से जीवन रक्षा का भी मामला सामने आया। टीम हार्टवाइज के संयोजक डॉ. साकेत गोयल ने बताया कि शहर के 80 स्कूल्स के स्टूडेंट्स ने इन प्रतियोगिताओं में उत्साह के साथ भाग लिया। दूसरे राउंड में 35 टॉप स्कूल्स में से 4 स्कूल्स की टीम को फाइनल के लिए चयनित किया गया।

इसमें सोफिया स्कूल, मॉडर्न स्कूल, सेंट पॉल्स स्कूल माला रोड और लॉरेंस एण्ड मेयो स्कूल शामिल थे। इन स्कूल्स का फाइनल शनिवार को लारेंस एण्ड मेयो स्कूल में हुआ, जिसमें लॉरेंस एंड मेयो स्कूल की टीम विजेता रही। इस एक्टिविटी में डीसीएम श्रीराम, पंजाब नेशनल बैंक, हाइड्रो शार्क, फोटोग्राफिया का विशेष सहयोग रहा।

आगामी गतिविधियों के तहत 7 से 9 फरवरी तक उम्मेद सिंह स्टेडियम में हेल्थ कार्निवल होगा। कोटा शहर में पहली बार सनराइज कॉन्सर्ट भी होगा। देश के प्रसिद्ध डीजे/प्रोड्यूसर जोड़ी, प्रोजेक्ट 91 एक ज़बरदस्त म्यूजिकल परफोरमेंस पहली बार कोटा में देंगे। इसके साथ ही वॉक ओ रन का रूट एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल मैराथन एण्ड डिस्टेंस रेसेस (एम्स) का एक्रीडिएशन मिला है।

वॉक ओ रन में 9 फरवरी को 21 किलोमीटर एवं 10 किलोमीटर की मैराथन और 6 किलोमीटर की कोटा कैयर्स वॉक होगी, जो कि कोटा कोचिंग स्टूडेंट्स की केयरिंग को समर्पित होगी। आयोजन के तहत 25 लाख के पुरस्कार दिए जाएंगे। इस दौरान हार्टवाइज टीम के डॉ.सुरभि गोयल, तरूमीत सिंह बेदी, कमलदीप सिंह, हिमांशु अरोड़ा, अनीश बिरला, निखिल जैन, राहुल सेठी मौजूद रहे।

हार्टवाइज किट से बची 40 वर्षीय सुखविंदर की जान
गुरुद्वारा सिंह सभा कंसुआ के सचिव जरनैल सिंह ढिल्लों ने बताया कि हार्टवाइज सोसायटी द्वारा निशुल्क वितरित किए गए किट उनके परिवार के लिए जीवनदान साबित हुआ। इसके लिए वे टीम के सदस्य तरूमीत सिंह बेदी के पास धन्यवाद देने पहुंचे। उन्होंने बताया कि मैं पंजाब गया हुआ था। 25 जनवरी को सुबह करीब 4.30 बजे घर से फोन आया कि बेटे सुखविंदर (40) की तबीयत खराब हो गई है।

मैं बहुत परेशान हो गया, बहुत दूर था क्या करता कुछ समझ नहीं आया, फिर मुझे हार्टवाइज किट का ध्यान आया। मैंने टीवी के पास ही रखा हुआ था तो घरवालों को बोला और उन्होंने एस्प्रिन की गोली बेटे को खिलाई। इसके बाद भतीजे मंजीत को बोला और वो बेटे को लेकर कोटा हार्ट इंस्टीट्यूट पहुंचा। जांच के बाद बेटे के हृदयरोग सामने आया।

तीन दिन अस्पताल में रहने के बाद घर लौटे। समय पर दवा लेना कारगर साबित हुआ। हार्टवाइज की ओर से हर गुरुद्वारे में ये किट वितरित किए गए थे। इस संबंध में तरूमीत सिंह बेदी ने कहा कि संस्था द्वारा हर गुरुद्वारे के माध्यम से किट का वितरण किया गया था। अब तक 60 हजार किट वितरित कर चुके हैं तथा 15 हजार किट और तैयार करवाए हैं।