कोटा। कर्मयोगी सेवा संस्थान की ओर से जूट से गणपति प्रतिमा का निर्माण किया जाएगा। राजाराम जैन कर्मयोगी ने बताया कि इस बार 12 किलो जूट से निर्मित कर्मयोगी गणपति की स्थापना की जाएगी। जो कोरोना से बचाव के संदेश देते हुए मास्क धारण किए हुए होंगे।
उन्होंने बताया कि कर्मयोगी सेवा संस्थान इस वर्ष से गणपति प्रतिमा को जल में विसर्जित करने की परंपरा का समापन करने जा रहा है। ऐसे में, 12 किलो जूट से निर्मित गणेश प्रतिमा को कार्यक्रम के समापन के पश्चात सुरक्षित रखा जाएगा। जिसे हर वर्ष गणेश चतुर्थी पर पुनः स्थापित किया जाएगा।
राजाराम जैन कर्मयोगी ने बताया कि प्रतिमा को कर्मयोगी सेवा संस्थान मुख्यालय नयापुरा रोडवेज बस स्टैंड के कॉर्नर पर स्थापित किया जाएगा। जिनकी आरती के लिए शहर के प्रमुख संगठनों के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाएगा। गणपति की आराधना के लिए दो संगठन के पांच पांच प्रतिनिधि प्रतिदिन आरती करेंगे। जिसमें आमजन की भागीदारी नहीं रहेगी।
जूट गणेश प्रतिमा स्थापना में सहयोगी 12 सामाजिक संस्थाएं अपने स्थानों पर गणपति स्थापना नहीं करेंगे। इन सभी संगठनों की ओर से एक ही स्थान पर प्रतिमा स्थापित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि कर्मयोगी वर्ष 2006 से ही अनोखी इको फ्रेंडली गणेश प्रतिभाओं की स्थापना कर रहे हैं।
कर्मयोगी की ओर से वर्ष 2019 में चावल से निर्मित गणपति स्थापित किए गए थे। अनंत चतुर्दशी पर सभी 12 संगठन अपने अपने क्षेत्र के जलाशयों से लाए गए जल से अभिषेक करेंगे बाद में जल को पौधों में सिंचित कर दिया जाएगा।