नई दिल्ली। फेडरल रिजर्व ने बुधवार को ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया, जो पहले से अनुमानित था। हालांकि, केंद्रीय बैंक के अधिकारियों ने संकेत दिया कि वे इस साल के अंत तक ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती कर सकते हैं। यह फैसला धीमी आर्थिक वृद्धि और आने वाले महीनों में संभावित रूप से घटती महंगाई के मद्देनजर लिया गया है।
Trump administration tariffs (आयात शुल्क) लागू करने के फैसले को देखते हुए, फेडरल रिजर्व ने इस साल के लिए महंगाई अनुमान को बढ़ा दिया है। अब उनका मानना है कि साल के अंत तक महंगाई दर 2.7 प्रतिशत रहेगी, जबकि दिसंबर में यह अनुमान 2.5 प्रतिशत था। फेड का लक्ष्य महंगाई को 2 प्रतिशत पर बनाए रखना है।
फेड अधिकारियों ने इस साल की अर्थव्यवस्था की विकास दर का अनुमान घटाकर 1.7 प्रतिशत कर दिया है, जो पहले 2.1 प्रतिशत था। इसके अलावा, बेरोजगारी दर में भी साल के अंत तक थोड़ा बढ़ोतरी होने की संभावना जताई गई है।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक के ये अनुमान दर्शाते हैं कि महंगाई बढ़ने के बावजूद, अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो सकती है, जिससे ब्याज दरों में कटौती का रास्ता खुल सकता है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (Fed) ने कहा है कि आर्थिक जोखिम बढ़ गए हैं और वर्ष 2025 का आर्थिक परिदृश्य अस्पष्ट बना हुआ है। फेड ने अपनी नई नीति स्टेटमेंट में कहा, “आर्थिक परिदृश्य को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है।”
यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के शुरुआती हफ्तों में जारी किया गया है। व्हाइट हाउस का कहना है कि आने वाले समय में वैश्विक स्तर पर आयातित वस्तुओं पर टैरिफ (शुल्क) लगाया जाएगा, जिसका असर अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है।
फेडरल रिजर्व ने नीतिगत ब्याज दर को 4.25% से 4.50% के दायरे में बरकरार रखा है। इसके अलावा, बैलेंस शीट कटौती की प्रक्रिया (Quantitative Tightening) को भी धीमा करने का फैसला लिया गया है। फेडरल रिजर्व के गवर्नर क्रिस वॉलर ने इस नीति पर असहमति जताई। उन्होंने विशेष रूप से बैलेंस शीट नीति में बदलाव का विरोध किया।
US Fed ने मौद्रिक नीति पर अपनी भविष्यवाणी को बनाए रखा है, जिसमें धीमी होती महंगाई के चलते ब्याज दरों में और कटौती की संभावना जताई गई है। हालांकि, यह रास्ता उतना आसान नहीं होगा।
फेड के ताजा अनुमान इस साल महंगाई में बढ़ोतरी दिखा रहे हैं। हालांकि, फेड ने अपने बयान में ट्रंप या उनकी नई टैरिफ (आयात कर) योजनाओं का सीधा जिक्र नहीं किया है। लेकिन महंगाई दर बढ़ने के अनुमान ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी के एलान के साथ मेल खाते हैं। फेड ने अभी के लिए इन आयात करों के असर को अस्थायी माना है और इसे लगातार महंगाई बढ़ाने वाला कारक नहीं समझा है।
2027 तक महंगाई और ब्याज दर का अनुमान
फेड का अनुमान है कि 2025 के बाद महंगाई स्थिर हो जाएगी और 2027 के अंत तक यह 2% के लक्ष्य पर आ जाएगी। इसी तरह, ब्याज दरों में कटौती को लेकर भी अनुमान 2027 तक 3.1% पर रखा गया है, जो अर्थव्यवस्था में न तो ज्यादा खर्च को बढ़ावा देगा और न ही निवेश को घटाएगा।
फेडरल रिजर्व ने पिछले साल अपनी बेंचमार्क ब्याज दर में 1 प्रतिशत की कटौती की थी, लेकिन दिसंबर के बाद से उसने दरों को स्थिर रखा है। फेड अभी इस बात का इंतजार कर रहा है कि महंगाई में कमी जारी रहे और साथ ही राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों के असर को बेहतर तरीके से समझ सके।
ट्रंप के वादे बनाम फेड का अनुमान
ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार में आर्थिक “गोल्डन एज” (सुनहरा दौर) लाने का दावा किया है। उनका जोर टैरिफ (आयात शुल्क) बढ़ाने, अप्रवासियों को बड़ी संख्या में निष्कासित करने और नियम-कानूनों में ढील देने पर है।
फेड के अनुसार
- अमेरिका की GDP ग्रोथ इस साल 1.7% रहने का अनुमान है।
- 2026 और 2027 में यह वृद्धि 1.8% रहेगी।
- बेरोजगारी दर इस साल 4.4% रह सकती है, जबकि 2026-2027 में यह 4.3% रहने का अनुमान है।
- यह आंकड़ा हालिया वर्षों के निचले स्तरों से ज्यादा है और फरवरी 2025 में दर्ज 4.1% बेरोजगारी दर से भी ऊंचा है।