कोटा। तेरापंथ धर्म संघ के दशमाधिशास्ता आचार्य महाप्रज्ञ के जन्म शताब्दी वर्ष पर रविवार से कोटा समेत देशभर में वर्ष भर प्रवचन और प्रेक्षा घ्यान आदि कार्यक्रम संचालित होंगे। कोटा में धर्मचंद्र पीयूष मुनि के सानिध्य में स्टेशन क्षेत्र के तुलसी कुटीर पर रविवार सुबह 9 बजे से आचार्य महाप्रज्ञ के जीवन कृतित्व पर जैन मुनियों के प्रवचन होंगे।
आचार्य मुनि पीयूष ने पत्रकार वार्ता में बताया कि आचार्य महाप्रज्ञ गुणों के सागर और करूणा के अवतार थे। स्वर्गीय राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के साथ भी उन्होंने अहिंसा के सिद्धांत पर पुस्तक लिखी, जिसे मुस्लिम विद्वानों ने भी सराहा। उनकी शिक्षाओं पर आने पाली समाज मूल्यांकन करता रहेगा। महाप्रज्ञ ने संसार में अनुशासित धर्म संघ के माध्यम से भाईचारे की अलख जगाई।
मुनि प्रियांशु कुमार ने महाप्रज्ञ के जीवन पर संक्षिप्त प्रकाश डाला। इस अवसर पर राजेंद्र सेतिया ने बताया कि देश की समस्याओं और मानव जाति का तनाव मुक्त करने की दिशा में जन्म शताब्दी के कार्यक्रम प्रमुखता से होंगे। प्रेक्षा ध्यान वैज्ञानिक पद्धति है।
श्री जैन श्वैताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष रतन लाल जैन, मंत्री गजराज बोथरा व प्रचार मंत्री धर्मचंद जैन ने बताया कि कोटा में 4 जुलाई को मुनि संघ गुलाबबाड़ी स्थित प्रज्ञादीप भवन में प्रस्थान कर जाऐंगे। यहीं पर उनका चातुर्मास होगा। उसके बाद नियमित प्रवचन होंगे। बड़े कार्यक्रम अणुव्रत भवन गुमानपुरा पर होंगे। इसकी व्यापक तैयारियां की जा रही है।