जेईई-एडवांस्ड रिजल्ट : टॉप-10 में 5 रैंक पर कोटा कोचिंग का वर्चस्व

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सूरज जिसने पांचवीं रैंक हासिल कर अपने माता -पिता और कोटा शहर का नाम रोशन कर दिया

कोचिंग विद्यार्थियों को टॉप-10 में  रैंक-5,6,8,9 व 10 पर मिली कामयाबी, टॉप-100 में 40 प्रतिशत कोचिंग छात्र सफल 

अरविंद, कोटा।  देश के वर्ल्ड क्लास 23 आईआईटी संस्थानों में दाखिले के लिए रविवार को जेईई-एडवांस्ड,2017 का रिजल्ट घोषित हुआ। दिमागी दंगल में  एजुकेशन हब कोटा से रैंक-5 पर वाइब्रेंट एकेडमी के छात्र सूरज यादव राजस्थान टॉपर रहे। रेजोनेंस के छात्र सौरभ यादव ने रैंक-6 पर कब्जा किया।

विभिन्न संस्थानों के विद्यार्थियों ने टॉप-10 में रैंक-5,6,,8,9 व 10 पर कब्जा किया। टॉप-100 में सूरज यादव रैंक-5, सौरभ यादव रैंक-6, नुक्लियस एजुकेशन के लक्ष्य शर्मा रैंक-10, यतीश अग्रवाल रैंक-12, अभय गोयल रैंक-23, तुषार गौतम रैंक-24, सात्विक मश्करिया रैंक-42, पीयूष टिबरेवाल रैंक-37, मयंक दुबे रैंक-66, ऋतिक माहेश्वरी रैंक-98 पर सफल रहे। धनंजय काजला, रैंक-129 व कृष्णा यादव, रैंक-157 पर चयनित हुए। जेईई-मेन में रेजोनेसं के ऑल इंडिया टॉपर कल्पित वीरवाल को जेईई-एडवांस्ड में 303 मार्क्स के साथ एआईआर-10़9 मिली। 

इस वर्ष 10,988 सीटों के लिए जेईई-एडवांस्ड में 50 हजार 455 से अधिक परीक्षार्थियों को क्वालिफाई घोषित किया। जिसमें 43318 लड़के 7137 लड़कियां क्वालीफाई हुई हैं । 12 मई को जेईई-एडवांस्ड देने वाले 1.70 लाख मेधावी विद्यार्थियों में इस वर्ष 33,050 (19 प्रतिशत) गर्ल्स शांमिल रहीं।

कटऑफ – सामान्य 128, ओबीसी115, एससी/एसटी 64-64

15 जून से होगी च्वाइस फिलिंग 

संयुक्त सीट आवंटन अथॉरिटी (जोसा) के अनुसार, इस वर्ष 23 आईआईटी की 10,988 सीटों पर ऑनलाइन काउंसलिंग में रैंक के अनुसार वरीयता से दाखिले दिए जाएंगे। 23 आईआईटी ( आईएसएम,धनबाद सहित) में 4 व 5 वर्षीय 245 बीटेक प्रोग्राम हैं। जिनमें क्वालिफाई स्टूडेंट्स 15 जून से च्वाइस फिलिंग करेंगे। 18 जुलाई तक चलने वाली ऑनलाइन काउंसलिंग इस वर्ष 7 राउंड में पूरी होगी। 28 जून व 4,7,10,13,15 एवं 18 जुलाई को वरीयता क्रम से सीटें आवंटित की जाएंगी। गत वर्ष आईआईटी में 10,572 सीटें थीं जबकि इस वर्ष 416 सीटें बढ़ी हैं।

किस वर्ग के लिए कितनी सीटें
आईआईटी की 10,988 सीटों में 5394 सीटों पर सामान्य वर्ग, 2870 पर ओबीसी (नॉन क्रीमी लेयर), 1594 सीटों पर एससी वर्ग, 800 सीटों पर एसटी वर्ग के चयनित विद्यार्थियों को एडमिशन दिए जाएंगे। इस वर्ष दिव्यांग केटेगरी के लिए सभी वर्गों की 330 सीटें आरक्षित हैं। इसके अतिरिक्त आईआईटी की 1000 अतिरिक्त सीटों पर 6 देशों से चयनित परीक्षार्थियों को दाखिले मिलेंगे।

14 जून को आर्टिटेक्चर एप्टीटयूट टेस्ट
जेईई-एडवांस्ड में क्वालिफाई स्टूडेंट्स बीऑर्क के लिए 14 जून को आर्किटेक्चर एप्टीट्यूट टेस्ट (एएटी) दे सकते हैं। इसका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 11 व 12 जून तक जेईई-एडवांस्ड वेबसाइट पर होगा। इसका रिजल्ट 18 जून को घोषित होगा।

आईआईटी में इस वर्ष 416 सीटें बढ़ी

  •  1.70 लाख परीक्षार्थी 21 मई को जेईई-एडवांस्ड,2017 में
  • 120 शहरों व 6 अन्य देशों में भी हुई सबसे कठिन प्रवेश परीक्षा।
  •  23 आईआईटी की 10,988 सीटों पर होंगे दाखिले।
  • 15 जून से 19 जुलाई तक होगी ऑनलाइन काउंसिलिंग।
  • 15 से 26 जून तक ऑनलाइन च्वाइस फिलिंग
  •  28 जून को प्रथम सीट आवंटन
  • 29 से 3 जुलाई रिपोर्टिग
  •  4 जुलाई को द्वितीय सीट आवंटन।
  • 5 व 6 जुलाई को रिपोर्टिंग
  • 7 जुलाई तीसरा सीट आवंटन।
  •  8 व 9 जुलाई को रिपोर्टिंग
  • 10 जुलाई चौथा, 13 को पांचवा, 15 को छठा व 18 जुलाई को 7वां सीट आवंटन।

टॉपर्स टॉक –

मोबाइल से दूर शीर्ष पर चमका सूरज

सूरज यादव, एआईआर-5

पापा- राजकुमार यादव, गेस्ट टीचर, भिवानी

मां- सुनीता देवी

हरियाणा के भिवानी जिले में छोटे से गांव बालरोड से छात्र सूरज यादव ने जेईई-एडवांस्ड में एआईआर-5 हासिल कर नया कीर्तिमान रचा। ओबीसी केटेगरी में वह एआईआर-2 पर विजेता रहा। 12वीं में उसे 94.4 फीसदी मार्क्स मिले। जेईई-मेन में रैंक-26 मिली। 2 वर्ष कोटा में वाइब्रेंट एकेडमी

सूरज

से क्लासरूम कोचिंग लेते हुए नियमित टेस्ट देने से उसमें नेशनल कॉम्पिटिशन का डर दूर हो गया। टीचर्स ने रोज डाउट्स दूर कर हौसला बढ़ाया। यहां रहते हुए फिल्म व मोबाइल से दूर रहा। रोज 10 से 12 घंटे पढ़ाई की। मां सुनीता घर छोड़कर दो साल उसके साथ रही। स्मार्टफोन पर वाट्सएप या फेसबुक से दूर उसने केवल पढाई पर फोकस किया। उसने कहा कि कोटा कोचिंग के बिना टॉप रैंक मिलना संभव नहीं था। यहां टीचर्स देश में सबसे अच्छे हैं।

रेगुलर पढ़ो, रैंक खुद चलकर आती है

सौरभ यादव, एआईआर-6
पापा- सौरभ यादव, सीआरपीएफ में सर्विस
मां- आशा यादव

हरियाणा में भिवानी के पास छोटा सा गांव है-पालड़ी। यहां से स्कूली छात्र सौरभ ने आईआईटी का सपना देखा और खूब पढ़ाई करने लगा। क्लास-10 से रेजोनेंस में आकर उसने क्लासरूम कोचिंग ली। 12वीं में उसे 95.2 प्रतिशत मार्क्स और जेईई-मेन में रैंक-108 मिलने से उसका आत्मविश्वास बढ़ा। स्कूल में मैथ्स में कमजोर था, लेकिन यहां टीचर्स ने क्लास के बाद भी उसे पढ़ाया। हर टेस्ट से वह वीकनेस दूर करता रहा। उसने रैंक के बारे में नहीं सोचा, केवल लक्ष्य पर निशाना था। रिलेक्स होने के लिए इंग्लिश सोंग व कम्प्यूटर गेम खेलता। मां ने 2 साल साथ रहकर उसकी हिम्मत बढ़ाई।

लक्ष्य अपनी मंम्मी का साथ

म्यूजिक की धुनों से मिली डबल एनर्जी

लक्ष्य शर्मा, एआईआर-10
पापा- केबी शर्मा, सीए, कनाडा
मां- अलका शर्मा
मुझे गर्व है कि कोटा के शिक्षकों से कोचिंग लेकर मैं इस मुकाम तक पहुंचा। मैंने कोटा में तीनों सब्जेक्ट को मजबूत किया, जिससे टॉफेल व सेट में फुल मार्क्स मिले। जिससे यूनिवर्सिटी ऑफ पेनस्लिनिया, यूएसए से लगभग 2 करोड़ की स्कॉलरशिप मिली।