कोटा। शहर में एक युवक-युवती ने मंदिर में भगवान के सामने सात फेरे लेकर भौतिकवादी समाज के सामने एक मिसाल कायम की। यह युवक-युवती हैं शक्तिनगर निवासी सिद्धार्थ गौतम और मानसी। दूल्हा बने सिद्धार्थ और दुल्हन बनी मानसी शुक्रवार को चंबल गार्डन के पास स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में भगवान वेंकटेश के सामने प्रणय सूत्र में बंधे।
मंदिर के पुजारी पंडित तरुण शर्मा व मदिर के ट्रस्टी विनोद कुमार सर्राफ ने बताया की आज पहली बार देखा कि एक युवक-युवती चमक-धमक व साजो सामान को छोड़कर सादगी से फेरे लेने आये हैं। इस अवसर पर नवदंपति को पंडित संजय चतुर्वेदी ने अग्नि व श्री श्री रविशंकर की तस्वीर के सामने सात फेरे करवाए।
फेरों के बाद संकल्प लिया कि आगे भी हम फिजूल खर्चे से बचेंगे और जो भी पुण्य कार्य होंगे वह सादगी से ही करेंगे और अपने रिश्तेदार और दोस्तों को भी इस तरह के कार्यों के लिए प्रेरित करेंगे । इस अवसर पर नवदम्पति के माता-पिता विनोद गौतम, अशोक चतुर्वेदी शहर के सीनियर टैक्स कंसल्टेंट एवं जाने- माने वकील एमएल पाटोदी और मनमोहन अग्रवाल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे