कोटा। ‘लाइव पढ़ाई’ ने छात्रों को आजीवन अध्ययन मुहैय्या कराने के लिए एक समग्र, भविष्य की ज़रूरतों को ध्यान में रख, पूर्णतया सत्यापित, स्व-शिक्षण, एआई पर आधारित मॉड्यूल को लॉन्च किया है। इसका मुख्य उद्देश्य प्रत्येक छात्र को व्यक्तिगत स्तर पर बेहतर सीखने का अनुभव प्रदान करना है।
यह मॉडल, छात्र की प्रवीणता, मज़बूती और कमजोर पक्षों की पहचान कर उनकी प्रोफ़ाइल का विश्लेषण करता है। इसके बाद उनके प्रदर्शन के कमजोर पक्षों को कांसेप्ट लेवल पर समझ बूझ कर सुधारात्मक उपाय सुझा इनकी बारीकी से निगरानी करता है। लाइव पढ़ाई ने छात्र समुदाय के लिए आजीवन प्रभावी रहने वाली एक पूर्णतः सत्यापित समग्र शिक्षण मॉडल लॉन्च किया है।
इस सिद्धांत के तहत संपूर्ण ज्ञान में बढ़ोत्तरी करने के लिए कॉन्सेप्ट्स को बेहतर समझने, याद रखने और इस्तेमाल करने के तीन प्रमुख कारक शामिल किये गए हैं और इसके अलावा तीन अन्य, प्रॉब्लम सॉल्व, क्रिटिकल थिंकिंग और स्किल सेट्स बढ़ाने के लिए और तीन महत्वपूर्ण कारक शामिल किये गए हैं।
इस प्रक्रिया को अध्ययन, सत्यापन और एक चालु सुधार पद्धति में बड़े करीने से एकीकृत प्रक्रिया के ज़रिये संक्षेपित किया गया है। लाइव पढ़ाई के संस्थापक अमित सिंह ने बताया कि, “हम प्रत्येक छात्र को उनकी अपनी क्षमता और विकास के साथ प्रतिस्पर्धा करने में मदद करते हैं। यह छात्र को अपने पूर्ण संभावित स्तर का पता लगाने और मेधावी प्रदर्शन करने में मदद करता है।
लाइव पढ़ाई का अनूठा मंच मुख्य रूप से बी 2 बी और बी 2 सी उपभोक्ताओं के लिए है। बी2 बी सेगमेंट में कंपनी स्कूलों, शैक्षणिक संस्थानों और कॉर्पोरेट दुनिया के लिए क्लाउड आधारित मंच प्रदान करती है। इस मंच के माध्यम से, सभी साझेदारों को छात्रों और शिक्षकों, दोनों के प्रदर्शन की प्रत्यक्ष जानकारी मिलेगी। यह खराब प्रदर्शन के मूल कारण की पहचान करने में मदद करता है और सुधार के उचित तरीके भी सुझाता है।