नई दिल्ली। मतदाताओं के लिए वोटिंग लिस्ट में अपना नाम जोड़ना या उसमें दी गई जानकारी में बदलाव करना अब आसान हो जाएगा। जून से यह काम वे घर बैठे एक ऐप के जरिए कर पाएंगे। निर्वाचन प्रक्रिया में डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए चुनाव आयोग ने एक वेब बेस्ड एप्लिकेशन का इस्तेमाल शुरू किया है।
इसके जरिए वोटर आईडी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जा सकेगा। उस पर पता सही कराने या दूसरे राज्य में शिफ्ट होने पर पता बदलने के लिए लोगों को चुनाव कार्यालय या मतदाता केंद्र पर जाने की जरूरत नहीं होगी।
वोटर्स एरोनेट (इलेक्टोरल रोल्स सर्विसेज NeT) ऐप के जरिए अपनी मतदाता पहचान संबंधी सूचनाओं में कभी भी बदलाव कर सकेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत ने बताया कि इस ऐप से अब तक लगभग 22 राज्य जुड़ चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘गुजरात और हिमाचल जैसे राज्यों में जहां कुछ समय पहले चुनाव हुए हैं, वहां सिस्टम लागू नहीं किया जा सका था।
हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस सिस्टम से सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश जून तक जुड़ जाएंगे। उसके बाद इस सिस्टम को पूरे देश में लागू किया जाएगा।’ रावत ने कहा कि मेघालय, नगालैंड, त्रिपुरा और कर्नाटक जैसे राज्य विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद इस सिस्टम से जुड़ेंगे।
रावत ने कहा, ‘आप वोटर आईडी में संशोधन ओटीपी के जरिए कर सकेंगे, जिसे आपके मोबाइल फोन पर भेजा जाएगा। जैसे ही आपका अड्रेस बदलेगा, पुराना पता अपने आप मिट जाएगा।
यह काम घर बैठे किया जा सकेगा।’ इस प्लेटफॉर्म से देशभर के लगभग 7500 निर्वाचन अधिकारियों के जुड़ने की उम्मीद है। वोटर की तरफ से रजिस्ट्रेशन होने या पहचान में बदलाव किए जाने पर उसके लिए निर्वाचन अधिकारी के पास एसएमएस अलर्ट जाएगा।
रावत ने कहा कि इस सिस्टम से मतदाता सूची में पारदर्शिता आएगी और उसमें डुप्लिसिटी से बचाव हो सकेगा क्योंकि सभी अपडेशन डिजिटली होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, ‘यूजर के मोबाइल पर आने वाला ओटीपी यूनीक होगा। यह ऑनलाइन मॉनेटरी ट्रांजैक्शन के दौरान मिलने वाले ओटीपी की तरह ही होगा।’