बेटी बचा करके कोटा कायम करे नया रिकॉर्ड

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    कोटा। राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी और मिशन निदेशक एनआरएचए नवीन जैन ने कहा कि सिर्फ नारे लगाने से बेटियां नहीं बचेंगी। इसके लिए मानसिकता बदलने की जरूरत है।वे मंगलवार को टैगोर हाल में जिले के शिक्षण संस्थाओं, कोचिंग संस्थानों और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक को संबोधित कर रहे थे।

    उन्होंने कहा कि राजस्थान लिंग अनुपात में पिछड़ता जा रहा था। अब सार्थक प्रयास और जागरूकता से बेटियों को बचाया जा रहा है। अब हमें 0 से 6 वर्ष तक की लड़कियों को जीवित रख पाने के लिए जागरूकता लानी होगी। बैठक में 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कन्या भ्रूण हत्या, बेटियों के साथ हो रहे भेदभाव को खत्म करने के लिए प्रजेंटेशन के माध्यम से जागरूकता लाने का आह्वान किया।

    उन्होंने कहा कि कोटा की पहचान शैक्षणिक नगरी के रूप में है। यहां से देशभर में सकारात्मक संदेश पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि कोटा के शिक्षण संस्थान इस अभियान से जुड़कर जन जागरूकता का रिकॉर्ड बनाने में मददगार बने। उन्होंने बताया कि राजस्थान में 2001 की जनगणना में चाइल्ड लिंग अनुपात 909 था जो 2011 की जनगणना में घटकर 888 रह गया। अब पीसीपीएनडीटी के प्रयासों से इसमें सुधार हो रहा है।

    जिला कलेक्टर रोहित गुप्ता ने आह्वान किया कि कोटा की पहचान शैक्षणिक नगरी के साथ सकारात्मक कार्यों में सक्रियता के रिकॉर्ड बनाने की रही है। इसे बनाए रखकर सभी संगठन अभियान से जुड़े। इस अवसर पर कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि, हॉस्टल एसोसिएशन, स्वयंसेवी संस्थाओं व व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

    संभाग के 657 डेप रक्षकों को दिया बेटी बचाने का प्रशिक्षण
    बेटी बचाओ मुहिम के तहत alt147 डॉटर्स आर प्रिसियस’ संवाद-2 के आयोजन को लेकर राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं एनएचएम के एमडी नवीन जैन ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में संभाग के 657 डेप रक्षकों को बेटी बचाओ का प्रशिक्षण दिया।

    इसमें कोटा जिले से 425, बूंदी से 100, झालावाड़ से 71 एवं बारां के 61 डेप रक्षक शामिल थे। प्रशिक्षण में जैन ने अभियान से जुड़े नए डेप रक्षकों को ऑडियो-वीडियो प्रजेंटेशन के माध्यम से पीसीपीएनडीटी एक्ट समेत डिकाॅय ऑपरेशन, मुखबिर योजना, राजश्री योजना, बधाई संदेश, इंपैक्ट सॉफ्टवेयर समेत बेटी बचाओ से जुड़े सरकारी प्रयासों और नवाचारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।