कोटा। रात में भामाशाह मंडी बंद रहने पर किसानों में रोष व्याप्त है। नाराज किसानों ने मंगलवार को मंडी सचिव का घेराव किया। इससे पहले किसान मोर्चा की बैठक मंडी के किसान भवन में हुई। बैठक में सभी पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि मंडी गेट 24 घंटे खुला रहना चाहिए।
बैठक के बाद सभी पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं ने सात दिन का समय दिया कि अगर इसमें मंडी रात में बंद करने का निर्णय नहीं बदला तो आंदोलन करेंगे। किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री मुकुट नागर ने बताया कि प्रशासन ने 5 जनवरी को आदेश जारी किया कि रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक मंडी के मुख्य गेट बंद रहेंगे।
इसके पीछे मंडी प्रशासन ने तर्क दिया कि मंडी में चोरी की वारदातें बढ़ रही हैं, इसलिए गेट बंद का निर्णय लिया गया। मंडी सचिव आरपी कुमावत से कार्यकर्ताओं की बहस भी हुई। जिलाध्यक्ष राकेश चौहान ने बताया कि मंडी प्रशासन द्वारा 5 लाख रुपए सिक्योरिटी गार्डों पर खर्चा किया जा रहा है। साथ ही मंडी परिसर में 40 कैमरे लगे हुए हैं फिर भी अगर मंडी प्रशासन मुख्य गेट बंद कर के अपनी नाकामी छुपाना चाहता है।
उन्होंने बताया कि अगर यह तुगलकी फरमान सोमवार तक वापस नहीं लिया गया तो सोमवा 15 जनवरी से अनिश्चितकाल के लिए मंडी बंद करेंगे। इस दौरान जिला प्रभारी रमेश पाटीदार, हुसैन देशवाली, धर्मेंद्र त्रिपाठी, शंकर लाल सुमन, योगेश सामरिया, हेमराज जोशी, गुड्डू चौधरी, जिला प्रवक्ता अर्जुन नगर उपस्थित रहे।