सुविधा : जेईई-मेन में चयनित 2.24 लाख विद्यार्थी 20 मई,2018 को देंगे आईआईटी की मुख्य प्रवेश परीक्षा
अरविंद, कोटा । आईआईटी की सबसे कठिन ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड,2018 परीक्षा की तैयारी के लिए मंगलवार से जेईई-एडवांस्ड की वेबसाइट पर मॉक टेस्ट सुविधा प्रारंभ की गई। आईआईटी, कानपुर द्वारा 20 मई,2018 को आयोजित होने वाली यह प्रवेश परीक्षा पहली बार केवल कम्प्यूटर आधारित (सीबीटी) मोड में होगी।
इससे पूर्व 6 नवंबर को जेईई-एडवांस्ड,2018 के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं मैथ्स का विस्तृत सिलेबस जारी किया जा चुका है ताकि 12वीं बोर्ड परीक्षा के साथ कोचिंग या सेल्फ स्टडी करने वाले विद्यार्थी इसकी तैयारी कर सकें। प्रत्येक मॉक टेस्ट के लिए वेबसाइट www.jeeadv.ac.in पर लॉग इन करते ही विद्यार्थी को अपना नाम व फोटो कम्प्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देगा।
इस वर्ष कोटा के प्रमुख कोचिंग संस्थानों एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट, रेजोनेंस, बंसल क्लासेस, वाइब्रेंंट एकेडमी, न्युक्लियस एजुकेशन, कॅरिअर पॉइंट, आकाश इंस्टीट्यूट, मोशन आईआईटी, राव आईआईटी, एनर्जी कोचिंग आदि में जेईई एडवांस्ड-2018 की तैयारी के लिए ऑनलाइन टेस्ट प्रारंभ किए गए।
निदेशकों का कहना है कि संस्थानों में पहले से डिजिटल प्लेटफॉर्म होने से कोचिंग विद्यार्थियों को नए सिस्टम से 3 घंटे में ऑनलाइन पेपर देने में कोई परेशानी नहीं होगी। मॉक टेस्ट देने से सभी विद्यार्थियों को पेपर पैटर्न, टाइम मैनेजमेंट एवं एक्यूरेसी का पूर्वाभ्यास हो जाएगा।
90 फीसदी रूरल स्टूडेंट्स को चुनौती
जेईई-एडवांस्ड में 60 से 65 फीसदी विद्यार्थी देश के सभी राज्यों के ग्रामीण व अर्द्ध शहरी क्षेत्रों से आते हैं। जो स्कूल लेवल से ही फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ्स में दक्षता हासिल कर लेते हैं लेकिन कम्प्यूटर में दक्षता नहीं होने से वे ऑफलाइन मोड ही चुन रहे थे। इस बार जेईई-मेन से चयनित सभी 2.24 लाख परीक्षार्थियों को केवल ऑनलाइन मोड में पेपर देना होगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि जेईई-मेन में 5 से 10 प्रतिशत परीक्षार्थी ही ऑनलाइन मोड में टेस्ट का ऑप्शन चुनते थे, करीब 95 प्रतिशत विद्यार्थी ऑफलाइन क्लासरूम कोचिंग लेने के कारण जेइेई-मेन में ऑफलाइन पेपर देना पसंद करते थे। देश में 90 प्रतिशत से अधिक सुदूर गांवों से आने वाले विद्यार्थी कम्प्यूटर व लेपटॉप पर पढाई नहीं करते हैं, इसलिए उन्हें पहली बार कम्प्यूटर पर यह कठिन पेपर देने में मुश्किलें आ सकती हैं।
इस बार ऑनलाइन तैयारी के लिए उन्हें केवल 10 माह मिले हैं। 12वीं बोर्ड परीक्षा के दबाव के साथ टेस्ट पेपर ऑनलाइन होने से छात्रों की रैंक प्रभावित हो सकती है। हालांकि आईआईटी ने इसे ध्यान में रखते हुए दिसंबर माह से ही मॉक टेस्ट लांच कर दिया है।
मॉक टेस्ट की प्रेक्टिस से आएगा परफेक्शन
– जेईई वेबसाइट पर मल्टीपल मॉक टेस्ट देना प्रारंभ करेंं, इससे ऑनलाइन पैटर्न समझना आसान होगा।
– तीनों सब्जेक्ट पर पकड़ मजबूत करने के लिए रेगुलर प्रेक्टिस व प्रेक्टिकल पर फोकस करें।
– जेईई-एडवांस्ड क्रेक करने के लिए ट्रिक्स एवं टेक्निक से बहुत मदद मिलती है।
– टाइम मैनेजमेंट स्किल निरंतर इम्प्रूव करें।
– पेपर से पहले तीनों विषयों के प्रश्नों को हल करने की इमेज बनाकर सही रणनीति बना लें।
– प्रत्येक सेक्शन में कटऑफ पैटर्न को सुनिश्चित करने का अभ्यास करें।
– आत्मविश्वास के साथ एक-एक प्रश्न हल करते चलें। जहां संशय हो, बाकी 5 माह में उसे दूर कर लें।
– स्क्रीन पर टाइमर सामने होगा लेकिन प्रेषर या तनाव से बचें। रिलेक्स व कूल होकर आगे पढें।
– समय मिलने पर ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल पढ़ने की प्रेक्टिस भी करें।
– मॉक टेस्ट से जेईई-एडवांस्ड के पुराने पेपर्स हल करने जैसा विष्वास मिलेगा।
(न्यूक्लियस एजुकेशन के निदेशक विशाल जोशी द्वारा बताए गए 10 सक्सेस मंत्र)