आईपीयू की 149वीं एसेम्बली में स्पीकर बिरला और शिष्टमंडल ने रखा भारत का पक्ष
जिनेवा/नई दिल्ली। अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) की 149वीं बैठक गुरुवार को सम्पन्न हो गई। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में भारतीय संसदीय शिष्टमंडल ने एसेम्बली के साथ ही आईपीयू की स्थायी समितियों में सक्रिय रूप से भाग लिया और अन्य देशों के साथ परस्पर संबंधों को सुदृढ़ करने तथा संसदों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संपर्क और संवाद करने की पहल की।
स्पीकर बिरला समापन दिवस पर आईपीयू की शासी परिषद की बैठक में शामिल हुए। बिरला ने कहा कि भारतीय शिष्टमंडल ने एसेम्बली के मुख्य विषय से जुड़े उन प्रमुख वैश्विक मुद्दों की ओर ध्यानाकर्षित किया, जिनमें भारत ने उल्लेखनीय प्रगति की है और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा किया।
इसके साथ ही भारत की वैश्विक प्रतिबद्धताओं को दोहराते हुए परस्पर सहयोग की नीतिगत चर्चा-संवाद में शामिल होकर योगदान दिया। संसदीय सहयोग के माध्यम से समावेशी विकास और शांति की स्थापना के लिए वैश्विक प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने के लिए आईपीयू उपयोगी मंच है। डिजिटल क्रांति से भारत में हुए सामाजिक-आर्थिक बदलावों की विश्व समुदाय ने जमकर तारीफ की।
रिकॉर्ड के रखरखाव, संसद में हुई चर्चा और भाषणों के साथ ही अन्य जानकारी लोगों को उपलब्ध कराने और संसद को लोगों के करीब लाने में प्रौद्योगिकी और एआई के बेहतर उपयोग से सांसदों के लिए अपनी पसंद की भाषा में विचार व्यक्त करना संभव हुआ है जिससे संसद की जानकारी जन-जन तक पहुंची है।
विश्व समुदाय ने भारत की हरित, तकनीक-संचालित और पेपरलेस संसद की सराहना की है । लगभग 100 से अधिक देशों के अध्यक्षों और सांसदों ने संसदीय प्रशिक्षण के लिए एक प्रमुख वैश्विक संस्थान के रूप में PRIDE को स्वीकार किया है और उसकी सराहना की है।
एसेम्बली के दौरान बिरला ने कई संसदों के पीठासीन अधिकारियों से मुलाकात की। इन मुलाकातों के दौरान अध्यक्ष महोदय ने प्रौद्योगिकी के उपयोग से डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, डीबीटी योजना आदि जैसी पहलों का उल्लेख करते हुए भारत में समावेशी और सतत विकास की उपलब्धियों के बारे में उन्हें बताया।
यात्रा के दौरान स्पीकर बिरला के साथ शिष्टमंडल में राज्य सभा के उपसभापति हरिवंश,सांसद भर्तृहरि महताब, अनुराग ठाकुर, राजीव शुक्ला, विष्णु दयाल राम, अपराजिता सारंगी, डॉ. सस्मित पात्रा, ममता मोहंता व स्पीकर बिरला के ओएसडी राजीव दत्ता शामिल रहे।