Health Tips: बाजार में बिक रहा नकली पनीर सेहत के लिए खतरनाक

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जयपुर। Health Tips: भारत में खाने-पीने की चीजों में मिलावट और नकली बनाने की खबरें अब आम हो गई हैं। व्यापारी ज्यादा लाभ कमाने के चक्कर में खाने-पीने की चीजों की गुणवत्ता पर नजर रखने वाली देश की सबसे बड़ी संस्था भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के दिशा-निर्देशों की खुले आम धज्जियां उड़ाते हैं।

ताजा मामला जयपुर का है जहां अधिकारियों ने एक छपे में करीब 800 किलो नकली पनीर जब्त किया है। यह कोई नया मामला नहीं है। हाल ही एफएसएसआई की टीम ने उत्तराखंड में खुद एक छापेमारी में 500 किलो के आसपास नकली पनीर जब्त किया था। मिलावट या नकली तरीके से बनाए गए खाद्य पदार्थों के सेवन से सेहत को कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं।

नकली या मिलावटी पनीर खाने से आपको पेट से जुड़ी समस्याएं, फूड पॉइजनिंग, एलर्जी, इम्यून सिस्टम का कमजोर होना और यहां तक कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का खतरा हो सकता है। चलिए समझते हैं कि नकली पनीर कैसे बनाया जाता है, इसे खाने के क्या नुकसान हैं और आप नकली पनीर की कैसे पहचान कर सकते हैं।

मिलावटी पनीर कैसे बनता है: असली पनीर की जगह बाजार में मिलावटी पनीर भी खूब बिकता है। इसे सिंथेटिक पनीर भी कहते हैं। ये सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है। इसे बनाने के लिए कई तरह के रसायन इस्तेमाल किए जा सकते हैं जैसे – यूरिया, कोलतार डाई, डिटर्जेंट, सफ्लरिक एसिड।

इसमें असली दूध की जगह कई बार रिफाइंड गेहूं का आटा ( मैदा ) भी मिलाया जाता है। इसे बनाने के लिए दूध में सोडियम बाइकार्बोनेट यानी बेकिंग सोडा मिलाया जाता है। फिर इस मिश्रण में पाम ऑयल या वनस्पति तेल मिलाया जाता है। आखिर में, इस मिश्रण में बेकिंग पाउडर डालकर किसी बर्तन में जमने के लिए छोड़ दिया जाता है। इसे जमने के बाद ही पनीर की तरह बेचा जाता है।

पनीर दुनिया भर में प्रचलित डेयरी उत्पाद है, लेकिन कई बार मुनाफा कमाने के लिए मिलावटखोर इसमें नुकसानदेह चीजें मिला देते हैं। ये मिलावटी पनीर वजन बढ़ाने या दिखने में अच्छा बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। मिलावटी पनीर खाने से सेहत पर कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं।

पाचन संबंधी समस्याएं
मिलावटी पनीर में अक्सर स्टार्च या सिंथेटिक दूध मिलाया जाता है, जो पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है। मिलावटी पनीर में मिलाए गए हानिकारक पदार्थ पेट की अंदरूनी परत में जलन पैदा कर सकते हैं। अशुद्ध पनीर खाने से बार-बार दस्त लग सकते हैं। मिलावटी पनीर खाने से जी मिचलाने और उल्टी जैसी समस्या हो सकती है।

फूड पॉइजनिंग
मिलावटी पनीर बनाने में गंदे पानी और अस्वच्छ तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है। इससे पनीर में ई कोलाई और साल्मोनेला जैसे बैक्टीरिया आ सकते हैं। इनकी वजह से ये लक्षण हो सकते हैं- बुखा, पेट में तेज दर्द, डिहाइड्रेशन आदि।

एलर्जिक रिएक्शन
मिलावट में डिटर्जेंट और सिंथेटिक रसायन जैसी चीजें मिलाई जा सकती हैं। ये एलर्जिक रिएक्शन पैदा कर सकती हैं, जिनमें ये लक्षण शामिल हैं- त्वचा पर लाल चकत्ते, सांस लेने में तकलीफ, सूजन जोकि होठों, जीभ और गले में हो सकती है।

किडनी को नुकसान
मिलावटी पनीर में यूरिया या सिंथेटिक दूध जैसी चीजें मिलाई जा सकती हैं। ये किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं और लंबे समय में गंभीर परेशानी पैदा कर सकती हैं- किडनी में दर्द, पेशाब कम होना और शरीर में तरल पदार्थ जमा होना जिससे सूजन हो सकती है।

कैंसर का भी खतरा
नियमित रूप से मिलावटी चीजें खाने से आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है और आपके बीमार होने का खतरा बढ़ सकता है। कुछ मिलावटखोर पनीर में फॉर्मलडिहाइड जैसे रसायन मिलाते हैं, जो कैंसरकारी होते हैं। लंबे समय तक ऐसी चीजों का सेवन शरीर में कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है।

कैसे करें मिलावटी पनीर की पहचान
​FSSAI ने इसके लिए कुछ आसान तरीके बताए हैं। पहला तरीके के अनुसार, एक पैन लें और उसमें पनीर को उबालें। उबले हुए पनीर में आयोडीन टिंचर की कुछ बूंदें डालें। अगर पनीर का रंग नीला हो जाता है, तो ये मिलावटी है। अगर पनीर का रंग वही रहता है, तो समझिए वो असली है। ध्यान दें: यह टेस्ट सिर्फ स्टार्च की मिलावट पता लगाने में कारगर है।

दूसरे तरीके के अनुसार, उबले हुए पनीर को पानी में ठंडा होने दें। इस पानी में थोड़ी सी तुअर दाल डालें और 10 मिनट तक रखें। अगर पानी का रंग हल्का लाल हो जाता है, तो हो सकता है पनीर में मिलावट हो। अगर पानी का रंग नहीं बदलता है, तो आप बेझिझक अपना पनीर इस्तेमाल कर सकते हैं। ये टेस्ट सिर्फ रंग की मिलावट पता लगाने में कारगर है।

तीसरे तरीके के अनुसार, जब आप पनीर खरीदते हैं, तो सबसे पहले आप इसे सूंघकर (खट्टा नहीं होना चाहिए) देख सकते हैं। अगर पनीर खुला हुआ बिक रहा है, तो आप इसका एक टुकड़ा चख कर देख सकते हैं। असली पनीर का स्वाद दूध जैसा और नरम होना चाहिए। अगर पनीर चबाने में बहुत कठोर या रबर जैसा लगे, तो उसे खरीदने से बचना चाहिए। इन टेस्टों के अलावा पनीर को देखकर भी आप अंदाजा लगा सकते हैं। असली पनीर का रंग सफेद या हल्का पीला होता है। उसमें दरारें नहीं होती हैं और छूने में वो नरम व ठोस लगता है।