हैदराबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया भर के उद्यमियों को भारत में निवेश का न्योता दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कंपनियों के लिए रेग्युलेटरी बोझ घटाया है, प्रतिस्पर्धा का एक समान माहौल तैयार किया है, पारदर्शी नीतियां पेश की हैं।
मोदी ने यह भी कहा कि टैक्स सिस्टम में भी बड़ा बदलाव किया गया है। उनके मुताबिक, सरकार की इन कोशिशों को ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी हाल के अपग्रेड में अपनी स्वीकृति दी है।
मोदी ने मंगलवार को हैदराबाद में ग्लोबल आंट्रप्रन्योरशिप समिट (GES) में कहा, ‘मैं दुनिया भर के अपने उद्यमी दोस्तों को कहना चाहता हूं कि भारत और दुनिया के लिए यहां निवेश करें।’
उन्होंने जीएसटी, नोटबंदी और इनसॉल्वेंसी ऐंड बैंकरप्सी कोड (IBC) जैसे कदमों का भी जिक्र किया। उनका कहना था, ‘मैं आप में से हर एक व्यक्ति को भारत की ग्रोथ की यात्रा में एक भागीदार बनने का निमंत्रण देता हूं। मैं आपको पूरे दिल से समर्थन का आश्वासन देता हूं।’
GES में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की बेटी इवांका अपने देश के डेलिगेशन की अगुवाई कर रही हैं। उन्होंने भारत को एक तेजी से बढ़ती इकनॉमी और दुनिया के लिए उम्मीद का एक प्रतीक बनाने के लिए सरकार की कोशिशों की प्रशंसा की।
इवांका ने कहा कि मोदी ने अपने उदाहरण (बचपन में चाय बेचने से लेकर प्रधानमंत्री बनने तक) से यह साबित किया है कि बड़ा बदलाव संभव है। इवांका ने कहा कि अब मोदी भारत के करोड़ों लोगों के मन में यही उम्मीद जगा रहे हैं।
मोदी ने कहा कि वह वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनस रैंकिंग में भारत के 100वें स्थान से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारत को टॉप 50 में आने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने 1,200 से अधिक पुराने कानून रद्द कर दिए हैं और 21 सेक्टर्स में फॉरन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट (FDI) के लिए 87 रूल्स में छूट दी है।
कंपनियों की रेग्युलेटरी रिक्वायरमेंट को पूरा करने में मदद के लिए बहुत सी सरकारी प्रक्रियाओं को ऑनलाइन किया गया है। इससे बिजनस के लिए माहौल बेहतर हुआ है और स्टार्टअप्स को मदद मिल रही है।
इवांका ने मोदी की तारीफ
मोदी का कहना था कि बिजनस रैंकिंग में 3 वर्षों में भारत का स्थान 142 से 100 पर पहुंचना इन्हीं कोशिशों का नतीजा है। इवांका ने महिलाओं को सशक्त बनाए बिना मानवता की प्रगति अधूरी रहने के मोदी के अटूट विश्वास की प्रशंसा की।
उनका कहना था, ‘यह सोचिए कि अगर भारत लेबर फोर्स में जेंडर गैप को आधा कम कर लेता है तो देश की इकनॉमी अगले तीन वर्षों में 150 अरब डॉलर से अधिक बढ़ सकती है।’