Shrimad Bhagwat: नंदोत्सव में गूंजे बधाई गीत, कथा की पूर्णाहुति आज

0
105

संत कार्ष्णि ब्रह्मानंद बालयोगी महाराज की श्रीमद्भागवत कथा

कोटा। Shrimad Bhagwat Katha: कार्ष्णि सेवा समिति की ओर से दादाबाड़ी स्थित श्रीराम सनातन मंदिर पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन शुक्रवार को कथाव्यास राष्ट्रीय संत कार्ष्णि ब्रह्मानंद बालयोगी महाराज ने भगवान कृष्ण के जन्म और बाल लीलाओं के प्रसंग सुनाए। इस दौरान नंदोत्सव की झांकी सजाई गई। यजमान शेरसिंह राजावत ने भागवत पूजन कर कथा का शुभारम्भ कराया।

कथावाचक बालयोगी महाराज ने जैसे हीं कृष्ण जन्म की कथा सुनाना आरंभ किया तो भक्त जमकर झूम उठे। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण की सजीव झांकी सजाई गई। श्रद्धालुओं ने हाथी – घोड़ा पालकी जय कन्हैयालाल की व नंद के आनंद भयो जय कन्हैयालाल सहित बधाई गीत गाए। भजनों पर श्रद्धालु भाव विभोर होकर नाचते हुए भी देखे गए। श्रद्धालुओं को श्री मुरली मनोहर जी का प्राकट्य और उनके दर्शन प्राप्त हुए।

बालयोगी महाराज ने कहा कि गौ ही जीवन का आधार है। शिव त्याग एवं वैराग्य के प्रतीक हैं। इन आचरणों से संतोष प्राप्त होता है। इच्छा ही दुखों का कारण है। देश में बढ़ रही अशांति, अधार्मिकता व असंतोष का निदान केवल धार्मिक ग्रंथों के बताए मार्ग पर चलने से संभव है।

धर्म हमें मर्यादा में रहने की प्रेरणा देता है। कथा के दौरान राजेश कृष्ण बिरला, पूर्व महापोर महेश विजय ने आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्ष्णि सेवा समिति के प्रवक्ता लीलाधर मेहता ने बताया कि शनिवार को कथा की पूर्णाहुति 12 से 4 बजे तक होगी।