श्री गोपाल मंत्र पर दी 10 हजार आहुतियां, महारोग निवारण का आह्वान किया
कोटा। शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मंदिर पर पाटनपोल पर समस्त पुष्टिमार्गीय प्रथमगृह की सृष्टि पर श्रीगोपाल यज्ञ किया गया। इस दौरान श्री गोपाल मंत्र पर प्रथम पीठ युवराज गोस्वामी मिलन कुमार बावा ने पुष्टिमार्ग वल्लभ संप्रदाय की परंपरा के अनुसार 10 हजार आहुतियां दी।
मिलन बावा ने यज्ञ में अग्नि देवता का आह्वान किया और समिधा अर्पित की। वहां उपस्थित भक्तों ने मथुराधीश प्रभु के जयकारे लगाते हुए विश्व शांति, गौरक्षा, सनातन धर्म रक्षा, विश्व कल्याण की कामना की। यज्ञ में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और पूर्व महाराज कुंवर इज्येराज सिंह ने भी पहुंचकर लाभ प्राप्त किया।
यज्ञ के दौरान भगवान श्री कृष्ण के सहस्त्रनाम का जाप करते हुए समिधा समर्पित की। इससे पहले नवग्रह पूजन, वरुण पूजन, कलश पूजन, षोडश उपचार पूजन, मातृका पूजन, स्वस्ति पुण्य वाचन के साथ सूक्ष्म रूप से गणेश पूजन, कलश स्थापना के कार्य रीति से संपन्न किए गए।
वहीं सर्वतोभद्र मंडल का पूजन भी किया गया। गोपाल मंत्र के साथ हवन सामग्री की 10 हजार आहुतियां दी गई। वहीं पलाश, पायस, मिश्री, कमल, सफेद तिल समेत विभिन्न सामग्री की समिधा को यज्ञवेदी में अर्पित किया गया।
इस अवसर पर मिलन कुमार बावा ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण का गोपाल नाम अद्भुत और चमत्कारी है। पुष्टिमार्ग में श्रीकृष्ण की उपासना गोपाल मंत्र की दीक्षा के द्वारा भी की गई है। गोपाल नाम से श्री कृष्ण के हजारों नामों की स्तुति की गई है।
गोपाल मंत्र के जाप से अपने आराध्य की उपासना के साथ ही भक्तजनों का लौकिक दुख भी दूर किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ के पूर्व पीठाधीश नित्य लीलास्थ प्रथमेश महाराज ने 1980 में गोपाल यज्ञ किया था। अब उनके पौत्र मिलन कुमार बावा के द्वारा 42 साल बाद गोपाल यज्ञ संपन्न कराया है।