कोटा। राजस्व से संबंधित फैसलों को अब घर बैठे देखा जा सकेगा। इसका शनिवार को ऑनलाइन कर दिया गया। राजस्व मंडल अध्यक्ष वी श्रीनिवास ने इसका शुभारंभ करने के बाद जिले के राजस्व मामलों की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी नियमित रूप से न्यायालय में बैठकर राजस्व मामलों का समय पर निपटारा करें। उन्होंने राजस्व फैसलों को पोर्टल पर ऑनलाइन करने और लक्ष्यों के अनुसार कार्यालय निरीक्षण, भ्रमण रात्रि विश्राम के साथ आमजन की समस्याओं का निस्तारण करने के भी निर्देश दिये।
राजस्व मंडल अध्यक्ष ने उपखंड अधिकारी एवं तहसीलदार को राजस्व की मुख्य धूरी बताते हुए कहा कि वे अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों को जानने के लिए नियमित अध्ययन की प्रवृति बनाएं तथा आमजन को सस्ता एवं सुलभ न्याय प्रदान करें।
कलेक्टर रोहित गुप्ता ने उपखण्डवार राजस्व उपलब्धि एवं राजस्व मामलों के निस्तारण की जानकारी देते हुए कहा कि राजस्व न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों को न्याय आपके द्वार अभियान में ग्राम पंचायत स्तर पर निस्तारित किया है।
जिसमें पुराने प्रकरणों के निस्तारण में जिले का प्रथम स्थान रहा है। उन्होंने बताया कि राजस्व न्यायालयों में वर्तमान में जिले में 13640 वाद दर्ज है। जिनका निस्तारण पीठासीन अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है।
राजस्व वाद किया ऑनलाइन : राजस्वमंडल अध्यक्ष ने बैठक के दौरान जिले में राजस्व न्यायालयों के फैसलों के ऑनलाइन किये जाने का शुभारंभ करते हुए अतिरिक्त कलक्टर राजस्व न्यायालय के फैसले को बटन दबाकर ऑनलाइन किया।
अब जिले के राजस्व न्यायालयों के फैसलों को काश्तकार घर बैठे राजस्व मंडल की वेबसाइट पर देख सकेंगे तथा आवश्यक होने पर ऑनलाइन प्रति भी ले सकेंगे।