कोटा के रिहायशी इलाके में घुसा तेंदुआ, छठे दिन भी नहीं आया पकड़ में

0
123
file photo

धारीवाल और गुंजल ने अफसरों को दिए तेंदुए को शीघ्र पकड़ने के निर्देश

कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा।
राजस्थान के कोटा में सकतपुरा के शहरी रिहायशी इलाके नान्ता में घुस आए तेंदुए को आज छठे दिन भी पकड़ा नहीं जा सका। अब राज्य के नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने जिला प्रशासन को तेंदुए को पकड़ने के लिए प्रयास तेज करने और जरूरत होने पर बाहर से विशेषज्ञ बुलाने के निर्देश दिए हैं।

कोटा के कुन्हाड़ी-सकतपुरा इलाके के नान्ता के आवासीय क्षेत्र में एक तेंदुआ घुस आया था और यहां स्थित रियासतकालीन गढ़ में प्रवेश कर गया था, जो आबादी क्षेत्र के बिल्कुल नजदीक है और इस गढ़ में दो सरकारी विद्यालय भी चलते हैं, जिनको तेंदुए के यहां देखे जाने के बाद से ही अन्यन्त्र स्थानांतरित कर दिया गया है।

तेंदुए के गढ़ में घुसे होने की पुख्ता जानकारियां जुटाने के बाद वन विभाग ने यहां उसे पकड़ने के लिए तीन पिंजरे और सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। सीसीटीवी कैमरों में यह तेंदुआ
घूमता तो नजर आ रहा है, लेकिन अभी तक वह यहां लगाए गए पिंजरों में नहीं फंसा है।

इस कारण आज छठे दिन भी नान्ता गढ़ के आसपास के आवासीय क्षेत्रों में दहशत का माहौल रहा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आज तड़के यह तेंदुआ शिकार की तलाश में नान्ता आवासीय इलाके में भी नजर आया था, जिसे देखकर लोगों के शोर मचाने पर वह वापस भागकर गढ़ के भीतर घुस गया।

वन्यजीव विभाग की टीम भी लगातार नान्ता गढ़ और उसके आसपास के क्षेत्र में बने रह कर तेंदुए को पकड़ने के लिए सक्रिय है। लेकिन, उनकी काफी कोशिशों के बावजूद भी अभी तक यह तेंदुआ उनके पिंजरों में नहीं फसा है जिसके कारण पिछले छह दिन से यहां के रहवासी दहशत के माहौल में है।

इस बीच आज नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने वन्यजीव विभाग समेत जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से कोटा के नान्ता इलाके के आवासीय क्षेत्र में तेंदुए के की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली और विभागीय अधिकारियों को तेंदुए को पकड़ने के लिए अधिक सक्रियता से काम करने के निर्देश दिए।

श्री धारीवाल ने कहा कि जब तक यह तेंदुआ पकड़ में नहीं आता, यहां सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जायें और ऐसी व्यवस्था की जाए कि आवासीय क्षेत्र के लोग उस इलाके में नहीं जाए। जहां इन दिनों इस तेंदुए की गतिविधियों को देखा जा रहा है। श्री धारीवाल ने कहा कि यदि आवश्यकता पड़े तो जयपुर या अन्य कहीं से विशेषज्ञ को तेंदुए को पकड़ने के लिए बुलाया जा सकता है।

उधर, आज पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल तेंदुए के कारण दहशत में रह रहे लोगों से मिलने नान्ता पहुंचे। श्री गुंजल ने तेंदुए के मूवमेंट वाले सम्पूर्ण क्षेत्र में घूम कर व स्थानीय लोगों से चर्चा कर जानकारी ली व मौके से ही सम्भागीय आयुक्त दीपक नंदी, अतिरिक्त जिला कलक्टर बृज मोहन बैरवा व क्षैत्रीय वन अधिकारी सुनील गुप्ता से बात कर तेंदुए को पकड़ने के अभियान में तेजी लाने को कहा।

उन्होंने कहा कि तेंदुए का मूवमेंट अब बस्तियों में भी होने लग गया है, जिससे लोगो को जन हानि होने का अंदेशा बना हुआ है। श्री गुंजल ने कहा कि तेंदुए के बस्तियों में आने से लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया है। किसी भी तरह की कोई जनहानि न हो इसलिए प्रशासन को उसे पकड़ने के कार्य में तेजी लाकर लोगों को इस भय से शीघ्र ही मुक्ति दिलानी चाहिए।

सम्भागीय आयुक्त व अन्य ने कहा कि अभियान में तेजी लाकर तेंदुए को जल्द ही पकड़ने के प्रयास किये जायेंगे। श्री गुंजल ने भी लोगों को आश्वस्त किया कि वो आगे भी प्रशासन से संपर्क में रहेंगे व जल्द ही इसका समाधान होगा।