–तो क्या इसलिए रद्द की मुख्यमंत्री गहलोत ने बारां से कोटा की सड़क यात्रा

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-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गुरुवार को बारां में श्री पार्श्वनाथ चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित समारोह में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किए जाने के बाद सड़क मार्ग से कोटा लौटने का कार्यक्रम था।

लेकिन, मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को बारां सड़क मार्ग से कोटा लौटते समय पलायथा क्षेत्र में खान की झोपड़ियां गांव के समीप सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर के नेतृत्व में उनके स्वागत के लिए सकड़ों लोगों के उमड़ने की संभावना को देखते हुए कोटा लौटने का फैसला रद्द कर दिया। वे हेलीकॉप्टर से बारां से सीधे जयपुर के लिए रवाना हो गए।

पहले मुख्यमंत्री का कार्यक्रम था कि वे बारां में आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद सड़क मार्ग से बारां से कोटा सड़क मार्ग से लौटेंगे और सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात के बाद शुक्रवार को हेलीकॉप्टर से कोटा से जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। लेकिन, अंतिम समय में मुख्यमंत्री की कोटा यात्रा को रद्द कर दिया गया। कहा गया कि मुख्यमंत्री ने बारां में ही विश्राम करने का फैसला किया है।

यहां यह उल्लेखनीय है कि श्री पार्श्वनाथ चैरिटेबल ट्रस्ट वही ट्रस्ट है, जिसके प्रवर्तक मुख्य रूप से खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया और उनकी पत्नी बारां की जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया है। खान की झौपड़ियां वही गांव है जिसमें मंत्री प्रमोद जैन की शह पर अवैध रूप से खदान होने का आरोप वरिष्ठ विधायक भरत सिंह लगाते रहे हैं।

मुख्यमंत्री के बारां के दौरे पर आने से पहले भरत सिंह ने गहलोत को एक पत्र भेजकर यह कहा था कि यदि वे सड़क मार्ग से नहीं आ सकते तो कम से कम हवाई मार्ग से ही खान की झौपड़िया गांव में हो रहे अवैध खनन को देख ले। स्पष्ट है कि यदि मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से बारां से कोटा लौटते तो खान की झौपड़िया गांव के पास विधायक भरत सिंह के स्वागत समारोह के दौरान इसी गांव में हो रहे अवैध खनन का मसला सामने आ सकता था। यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने सड़क मार्ग से कोटा आने के बजाय बारां से वायु मार्ग से जयपुर लौटने का फैसला किया।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निजी सचिव कुलदीप राकां ने ही फोन पर विधायक भरत सिंह को यह सूचना दी कि मुख्यमंत्री का सड़क मार्ग से बारां से कोटा आने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। इसके बाद ही विधायक भरत सिंह ने अपने सभी समर्थक कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों को विभिन्न स्त्रोत के जरिए यह सूचना भिजवाई कि चूंकि मुख्यमंत्री के निजी सचिव ने फोन पर मुख्यमंत्री का सड़क मार्ग से लौटने का कार्यक्रम रद्द करने की जानकारी दी है। इसलिए कृपया कोई भी खान की झौपड़िया गांव के पास मुख्यमंत्री के स्वागत में कार्यक्रम उपस्थित नहीं हो।

कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किये थे
बताया जा रहा है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सड़क मार्ग से बारां से कोटा लौटने का कार्यक्रम रद्द होने और इस बारे में विधायक भरत सिंह की ओर से भी अपने समर्थकों को विधिवत लिखित में सूचित किए जाने के बावजूद किसी भी अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए अंता से लेकर कोटा जिले में सीमलिया तक पुलिस सुरक्षा के कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए थे। पलायथा एवं खान की झौपड़िया गांव के बाहर तो भारी तादाद में वाहनों के साथ पुलिस बल मौजूद था।