कोटा। राजस्थान नेत्र सोसायटी के 44वें राजस्थान नेत्र महाअधिवेशन (Roscon 2022) का शुभारंभ शुक्रवार को एक होटल में हुआ। जहां देशभर से आए नेत्र चिकित्सकों ने लाइव सर्जरी एवं व्याख्यानों के माध्यम से नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में होने वाले नवाचारों के बारे में जाना। राॅस्काॅन में साईंटिफिक प्रजेंटेशन एवं 24 पीजी स्टूडेंट ने अनुसंधान के पेपर पढ़े। इस दौरान 5 घंटे तक सुवि चिकित्सालय में 15 डाक्टरों ने लाइव सर्जरी कर अत्याधुनिक नेत्र चिकित्सा पद्धतियों का सफल प्रदर्शन किया गया।
मुख्य अतिथि डाॅ. अमूल्य साहू, डाॅ. पार्था बिश्वास, विशिष्ट अतिथि डाॅ. विजय सरदाना, सोसायटी के अध्यक्ष डाॅ. के. के. कंजोलिया, प्रेसिडेन्ट इलेक्ट डाॅ. कमलेश खिलनानी, जनरल सेक्रेटरी डाॅ. संदीप विजय, चैयरमेन साईंटिफिक कमेटी डाॅ. हर्षुल टाॅक, ट्रेजरार डाॅ. प्रत्युल त्यागी सहित कोटा के लोकल एक्ज्यूटिव कमेटी के ऑरगेनाईजिंग सेक्रेटरी डाॅ. कमलेश केदावत, डाॅ. सुरेश पाण्डेय, डाॅ. अशोक मीणा, डाॅ. संजय गुप्ता ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
पांच घंटे चली लाइव सर्जरी
डाॅ. हर्षुल टाॅक ने बताया कि सुवि नेत्र चिकित्सालय कोटा के ऑपरेशन थियेटर में टॉपिकल फेकमूल्सीफिकेशन सर्जरी पद्धति (Topical Phacoemulsification Surgery Method) से मोतियाबिन्द ऑपरेशन, अत्याधुनिक लैन्स प्रत्यारोपण, मेनुवल स्माॅल इंसीजन कैटरेक्ट सर्जरी, नाखूना एवं विकृत पलकों के ऑपरेशन किये गये। लाईव सर्जरी सत्र के दौरान नेत्र महाधिवेशन में उपस्थित नेत्र चिकित्सकों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उत्तर विशेषज्ञों द्वारा दिया गया। लाइव सर्जरी सत्र में जाॅनसन एण्ड जाॅनसन, होया, जायडस, केयर ग्रुप, एडटेक कम्फर्ट, एलकाॅन कम्पनी का भी विशेष सहयोग रहा।
लाइव सर्जरी में इनकी रही भागीदारी
लाइव सर्जरी में डाॅ. अमूल्य साहू (मुम्बई), डाॅ. पार्था बिश्वास (कोलकाता), डाॅ. संतोष होनावर (हैदराबाद), डाॅ. सौरभ लूथरा (बिलासपुर), डाॅ. अजय अरोड़ा (नोएडा), डाॅ. शीतल माहुवकर (अहमदाबाद), डाॅ. वीरेन्द्र अग्रवाल (जयपुर), डाॅ. सोनू गोयल (जयपुर), डाॅ. अरूण क्षेत्रपाल (अजमेर), डाॅ. हर्षुल टाॅक (जयपुर), डाॅ. सुरेश पाण्डेय (कोटा), डाॅ. मुकेश शर्मा (जयपुर), डाॅ. प्रतीक गुप्ता (भीलवाड़ा), डाॅ. मयंक अग्रवाल (जयपुर), डाॅ. पंकज शर्मा (जयपुर) शामिल रहे।
लाईव सर्जरी में हुआ तकनीक का समागम
डा सुरेश पाण्डेय ने बताया कि मुम्बई से आए डा अमूल्य साहू ने 2.2 मिली मीटर के चीरे मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया। मोतियाबिन्द ऑपरेशन की माइक्रो फेको तकनीक 2.2 मिलीमीटर के चीरे से मोतियाबिंद निकालकर अत्याधुनिक प्रीमियम लेंस का प्रत्यारोपण किया गया। डॉ. शीतल ने बिना टांके लगाए नाखूना का ऑपरेशन ग्राफ्ट तकनीक (micro phaco technology) से किया। टांकों के स्थान पर फाइब्रिन ग्लू (fibrin glue) का उपयोग किया। डॉ. सुरेश पांडेय ने जायडस सिफी मिलवेल लेंस का सफल प्रत्यारोपण किया। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के उपरान्त चश्मे की आवश्यकता ना के बराबर होती है। गाडी चलाते समय भी आप आसानी से देख सकते हैं। दूर एवं पास की दृष्टि दोष से निजात मिल सदृष्टि बन सकते हैं।
इनके हुए व्याख्यान
सचिव डाॅ. संदीप विजय ने बताया कि राॅसकाॅन नेत्र महाधिवेशन के दौरान वैज्ञानिक सत्र की प्रथम पारी में स्पीकर डाॅ. निमिषा विजय, डाॅ. सुमित वार्ष्णेय, डाॅ. संजय गुप्ता, डाॅ. धर्मवीर चौधरी, डाॅ. वैशाली वसावडा, डाॅ. रोलिका बंसल, डाॅ. सौरभ भार्गव, डाॅ. मयंक अग्रवाल तथा वैज्ञानिक सत्र (मास्टर स्ट्राॅक) की द्वितीय पारी में की-नोट स्पीकर डाॅ. अमूल्य साहू (मुम्बई), डाॅ. पार्था बिश्वास, डाॅ. सौरभ लूथरा, डाॅ. संतोष होनावर, डाॅ. अजय अरोड़ा, डाॅ. प्रीति गोयल, डाॅ. मुकेश शर्मा, डाॅ. सोनू गोयल, डाॅ. सौरभ भार्गव, डाॅ. मयंक अग्रवाल द्वारा व्याख्यान दिया गया। वैज्ञानिक सत्र में डाॅ. आर. जी. मेमोरियल ऑपरेशन कोलकाता की डाॅ. पार्था बिश्वास द्वारा व्याख्यान दिया गया। इस वैज्ञानिक सत्र के चैयरमेन डाॅ. अनिल कोठारी, डाॅ. कमलेश खिलनानी, डाॅ. के. के. कंजोलिया थे।