कोटा। कोटा दशहरा मेला (Kota Dussehra mela) लोकरंजन के साथ लोक शिक्षण और आर्थिक सशक्तिकरण का भी माध्यम बन रहा है। कोटा दशहरे मेले में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी उसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ा रही है। मेला समिति अध्यक्ष मंजू मेहरा ने बताया कि मेले में बड़ी संख्या में महिलाओं को दुकानें आवंटित हुई हैं। जिन पर महिला उद्यमी अपने उत्पाद की बिक्री और प्रदर्शन कर रही हैं।
महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 84 महिलाओं को भी अपने उत्पाद प्रदर्शित करने के लिए स्टाल आवंटित किए हैं। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन तथा कोटा शहर में काम करने वाली उद्यमी महिलाओं को उद्यम प्रोत्साहन के लिए स्टाल दिए गए हैं। मेला दशहरा 2019 में इन्हें केवल 25 स्टाल आवंटित हुए थे। जो इस बार बढ़कर 84 कर दिए गए हैं। महिलाओं को महापौर मंजू मेहरा ने आवंटन पत्र सौंपे।
प्रदर्शन के साथ बिक्री भी: स्वयं सहायता समूहों (Self help group) द्वारा तैयार उत्पादों को इन स्टाल पर सजाया गया है। हस्त निर्मित उत्पाद बाजार से सस्ते होने के कारण लोगों का भी इस ओर रुझान है। यहाँ प्रदर्शनी के साथ उत्पादों की बिक्री भी की जा रही है।
मेले में अचार-पापड़ भी: इन स्टाल पर आचार, पापड़, मुरब्बे, मुंगोडी, जूट के सामान, ज्वैलरी, सजावटी सामान, नित्य उपयोगी घरेलू आइटम, थैले, बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के उपयोग की सामग्री समेत कईं सामान सस्ते दामों पर मिल रहे हैं।