मुख्यमंत्री गहलोत ने कोटा जिले में हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ पीड़ितों के हालात जाने

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कोटा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कोटा जिले के अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। यहां मंत्री शांति धारीवाल, परसादी लाल मीणा एवं स्थानीय विधायकों रामनारायण मीणा, भरत सिंह कुंदनपुर के साथ आमजन से मुलाकात कर अधिकारियों की बैठक लेकर स्थिति की समीक्षा की। इससे पहले सीएम गहलोत ने बूंदी जिले में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया।

सीएम गहलोत आज करीब साढ़े 10 बजे जयपुर से रवाना हुए। हाड़ौती अंचल में हालात बहुत खराब है। कोटा, झालावाड़, बूंदी और बांरा जिले में जल प्रलय ने तबाही मचा रखी है। धौलपुर जिले में 120 गांव चपेट में आ गए है। जबकि चंबल नदी का जल स्तर खतरे के निशान 15.81 मीटर पहुंच गया है। सेना और एसडीआरएफ राहत बचाव कार्य में लगे है।

सीएम अशोक गहलोत ने हवाई सर्वेक्षण के बाद कोटा में आमजन से मिलें और उनकी समस्याएं सुनी। बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरे में उनके साथ प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और कोटा के प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा भी साथ रहे। मीणा बुधवार देर रात को ही कोटा पहुंच गए थे। बारां जिले के अंता से विधायक और खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया भी बारां और झालावाड़ जिले में सीएम गहलोत के साथ दौरे पर जा सकेत हैं। उल्लेखनीय है कि बुधवार को करीब 4 हजार लोगों को रेस्क्यू किया गया है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है।

मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए आनन-फानन में मोंटेसरी स्कूल में बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए आश्रय स्थल में व्यवस्थाएं जुटाई गई हैं। कूलर, पंखे, गद्दे से लेकर सभी व्यवस्था की गई है। यहां तक कि मुख्यमंत्री के आने से पहले रेड कार्पेट बिछाया गया है। बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं। बिजली की भी पूरी व्यवस्था की गई है। पहले यहां पर माकूल व्यवस्था नहीं थी। पहले बाढ़ पीड़ितों के लिए इस तरह की व्यवस्था नहीं की गई थी। सिक्योरिटी को लेकर पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है।