कोटा। केन्द्र सरकार द्वारा गैर ब्रांडेड अनाज तथा अन्य खुदरा पेकिंग में विक्रय किये जाने वाले आवश्यक खाद्य पदार्थों पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगाने के विरोध में सेठ भामाशाह मंडी शनिवार को पूर्ण रूप से बंद रहेगी।
कोटा ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश राठी ने बताया कि पूरे देश की समस्त व्यापारिक, औद्योगिक संस्थाओं द्वारा तथा समस्त कृषि उपज मंडी समितियों में सरकार के इस निर्णय के विरोध में बंद रखा जायेगा।
अध्यक्ष राठी ने बताया कि भारत में गेहूं चावल, दाल जैसी मूलभूत आवश्यक खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाने से देश के 95 प्रतिशत खुदरा दुकानदार एवं गली मौहल्ले के छोटे चक्की वाले, सूक्षम उद्योग चलाने वाले व्यापारी बेरोजगार हो जायेंगे।
उन्होंने बताया कि बड़े कार्पोरेट्स के रिटेल पैक पर वर्तमान में जीएसटी लगता है, उनके मुकाबले छोटे दुकानदार सस्ता माल बेच रहे थे। कार्पोरेट्स का व्यापार देश के इन 95 प्रतिशत छोटे मंझोले दुकानदार, व्यापारियों के कारण कमजोर होता जा रहा था। उनके रिटेल चेन स्टोर्स एक एक करके बंद हो रहे थे। उन कार्पोरेट्स को फायदा पहुंचाने के लिये यह प्रावधान लाया गया है।
अध्यक्ष अविनाश राठी ने बताया कि 5 प्रतिशत जीएसटी से मंहगाई बढेगी। किसान को सीधा-सीधा नुकसान होगा। कार्पोरेट्स के दवाब में 95 प्रतिशत देश की जनता को बर्बाद करने के इस निर्णय का हम सभी पुरजोर विरोध करते हैं ।