कोटा। शहर में अत्याधुनिक अपना ब्लड बैंक शुरू होने जा रहा है। यह शहर का 11वां ब्लड बैंक होगा। यहां जो उपकरण लगाए गए हैं वह बेहतरीन कंपनी के साथ विश्व स्तरीय अत्याधुनिक होंगे।
ब्लड बैंक में 24 घंटे ब्लड की व्यवस्था उपलब्ध होगी और यहां पर बिना रिप्लेसमेंट के ब्लड उपलब्ध कराया जाएगा यह बात शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान अपना ब्लड बैंक में मां भारती जन कल्याण ट्रस्ट के ट्रस्टी दिनेश विजय व भुवनेश गुप्ता ने कही।
उन्होंने बताया कि यहां पर लगाई गई एसडीपी मशीन सबसे अत्याधुनिक है जहां दूसरी जगह 45 मिनट से एक घंटा एसडीपी देने में लगता है यहां पर मात्र व्यक्ति 25 से 35 मिनट में एसडीपी देकर मरीज को उपलब्ध करा सकते हैं।
सेफ्टी के साथ एडवांस तकनीक
ट्रस्टी दिनेश विजय ने कहा कि कंपोनेंट बनाने वाली मशीन केबीएम प्लस की है और एडवांस तकनीक है जो सेफ्टी के साथ तुलनात्मक कम समय में कंपोनेंट बनाती है। उन्होंने कहा कि यहां पर पर्याप्त मात्रा में रक्त रखने की व्यवस्था रहेगी और 24 घंटे ब्लड बैंक संचालित होगा। दुर्लभ ग्रुप के सभी ब्लड उपलब्ध करवाना प्राथमिकता रहेगी।
इसके लिए दुर्लभ ग्रुप के डोनर्स की बड़ी सेवाभावी टीम तैयार की गईं है, जो मदद के समय 24 घंटे सेवा के लिए तत्पर तैयार रहेगी। साथ ही निकट भविष्य में ट्रस्ट नेत्रदान, देहदान व अंगदान की जागरूकता के लिए भी युवाओं की फौज तैयार कर रहा है।
ट्रस्टी भुवनेश गुप्ता ने बताया कि यहां रक्त उपलब्ध नहीं होने के बाद भी मरीज के परिजनों को रक्त की व्यवस्था कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा। यह शहर का 11वां ब्लड बैंक होगा जो अन्य ब्लड बैंक को से बेहतरीन सुविधा युक्त बड़े कंपाउंड में होगा। किसी भी जरूरतमंद को बिना रिप्लेसमेंट के हर ग्रुप उपलब्ध करवाया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्र में पैदा होगी जनजागृति
ट्रस्टी शुभम विजय के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में भी जनप्रतिनिधियों सरपंच, जिला परिषद सदस्य व अन्य के साथ मिलकर जागरूकता पैदा की जाएगी। इसके साथ ही समय-समय पर रक्तदान शिविर व जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे वही हर ग्रामीण क्षेत्र में वालंटियर की एक टीम तैयार की जाएगी जो ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को आने वाली रक्त से संबंधित समस्याओं का समाधान करेगी।
रक्त जागरूकता अभियान से जुड़ेंगे कोचिंग स्टूडेंट
ट्रस्टी महेश विजय ने बताया कि कोचिंग सिटी कोटा के स्टूडेंट को सर्वप्रथम ब्लड मिले इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं साथ ही हॉस्टल, पीजी में व अन्य कोचिंग संस्थाओं के साथ मिलकर ब्लड बैंक के माध्यम से रक्तदान के क्षेत्र में जागरूकता पैदा की जाएगी। रक्त जागरूकता अभियान में कोचिंग स्टूडेंट की भी सक्रिय भागीदारी रहेगी यही नहीं जब यहां से छात्र अपने शहर में जाएगा तो रक्तदान के क्षेत्र में एक संस्कार लेकर जाएगा और यह छोटा सा पौधा एक वट वृक्ष के रूप में अन्य शहरों में भी कार्य करें ऐसा हमारा प्रयास रहेगा।
सेवा व संस्कार के रूप में होगा कार्य
रक्त, प्लाज्मा, एसडीपी को लेकर किसी भी तरह से परेशान होने की आवश्यकता नहीं होगी। जिस तरह से कोटा शहर में लगातार हॉस्पिटल्स बढ़ रहे हैं मरीज को रक्त की आवश्यकता हो रही है, उसे देखते हुए अपना ब्लड बैंक 24 घंटे सेवा व संस्कार के रूप में कार्य करेगा।