कोटा । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग जागरूकता की कमी और आर्थिक तंगी के कारण उचित उपचार से वंचित रह जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब वंचित-अभावग्रस्त वर्ग के लोगों का कोटा से लेकर दिल्ली-मुंबई तक जहां भी संभव होगा उपचार करवाया जाएगा। हम धन के अभाव में किसी भी रोगी की जान नहीं जाने देंगे। वे बुधवार को रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र के सातलखेड़ी में ‘‘हर परिवार स्वस्थ-हर गांव स्वस्थ‘‘ अभियान का शुभारंभ कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सातलखेड़ी से अभियान प्रारंभ करने के विशेष कारण हैं। यह क्षेत्र श्रमिक बहुल क्षेत्र हैं जहां अधिकांश लोग वंचित वर्ग से हैं। यहां उपचार की समुचित सुविधाएं भी नहीं हैं। यहां से अभियान प्रारंभ करके हम संदेश देना चाहते हैं कि हमारी कोशिश है कि हर घर में दस्तक देकर रोगियों को चिन्हित करें और उनका समुचित इलाज करवाएं।
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर उनका स्मरण करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि अंबेडकर का समानता में गहरा विश्वास था। उनके आदर्श हमें सभी को समान अवसर उपलब्ध करवाने की प्रेरणा देते हैं। इसमें बेहतर उपचार के समान अवसर भी शामिल हैं। वंचित वर्ग अपनी बीमारी की जगह अपने परिवार की आवश्यकताओं की पूर्ति को प्राथमिकता देता है और उपचार नहीं करवाता। बाद में इसके दुष्परिणाम सामने आते हैं। हम नहीं चाहते कि उपचार के अभाव में किसी भी परिवार के सामने ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो।
उन्होंने कहा कि शिविरों के माध्यम से लोगों की प्रारंभिक जांचें भी करेंगे। इससे बीमारी का पता लगाने में आसानी होगी। इसके बाद यदि आगे और जांचें करवाने की आवश्यकता है तो वह भी करवाई जाएंगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर उपचार की राह तय की जाएगी। यदि उपचार करवाने के लिए बाहर जाने की जरूरत पड़ती है तो रोगी और उसके तीमारदार के लिए खाने और ठहरने के भी इंतजाम किए जाएंगे।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि हमने ‘‘हर परिवार स्वस्थ-हर गांव स्वस्थ‘‘ को अभियान नहीं लक्ष्य माना है। इसमें हमें ग्रामीण क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग की भी आवश्यकता है। वे गांव-गांव में ऐसे लोगों की पहचान करें जिनको हमारी मदद की आवश्यकता है। ऐसे सभी लोगों के लिए समुचित उपचार के इंतजाम किए जाएंगे।
बिरला की पहल जनसेवा की अनूठी मिसाल
कार्यक्रम को संबोधित करते रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने कहा कि हर परिवार स्वस्थ-हर गांव स्वस्थ अभियान के जरिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अनूठी पहल की है। आमतौर पर चिकित्सा शिविर एक दिवसीय होते हैं और उसके बाद मरीज का कोई फाॅलोअप नहीं होता। लेकिन इस अभियान के माध्यम से स्पीकर बिरला रोगी की तब तक सहायता करेंगे जब तक कि वे स्वस्थ नहीं हो जाता। स्पीकर बिरला संसदीय क्षेत्र के लोगों को अपना परिवार मानते हैं, इस अभियान के जरिए उन्होंने एक बार फिर यह सिद्ध किया है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की प्रेरणा से प्रारंभ किए गए हर गांव स्वस्थ-हर परिवार स्वस्थ अभियान में लोगों को गहरा विश्वास दिखाई दिया। शिविर में आए रोगियों का कहना था कि स्पीकर बिरला अपने क्षेत्र के लोगों का साथ अंत तक निभाते हैं। हमें उम्मीद हैं कि वे हमारा समुचित उपचार भी करवाएंगे।
सातलखेडी डिस्पेंसरी परिसर में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में लोग सुबह से ही बड़ी संख्या में पहुंचने लगे थे। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पंजीकरण करवाने के बाद उन्होंने विशेषज्ञ डाक्टरों से परामर्श लिया। डाक्टरों ने उनकी परेशानी को ध्यान से सुना, उनकी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी ली और उनके कामकाज तथा कार्य की परिस्थितियों की भी जानकारी जुटाई। इसके बाद उन्होंन मरीजों को जांचें और दवाएं लिखीं।
रोगी दिल्ली और जयपुर रैफर
मरीजों के लिए शिविर में ही विभिन्न प्रकार की जांचों की व्यवस्था की गई थी। शिविर में ही मरीजों को निशुल्क दवाएं भी मिल गईं। जांच के बाद कुछ मरीजों को कोटा मेडिकल काॅलेज जबकि एक-एक मरीज को आगे के उपचार के लिए जयपुर और नई दिल्ली के लिए रैफर किया गया।
शिविर में आए 804 रोगी
शिविर में 804 रोगियों ने विशेषज्ञ डाक्टरों का परामर्श लिया। खनन क्षेत्र होने के कारण यहां बड़ी संख्या ऐसे मरीजों की रही जिनको सांसद लेने में दिक्कत है या वे चर्म रोग से परेशान हैं। शिविर में कान-नाक-गले से जुड़ी परेशानी के 142, आंखों के 158, चर्म रोग के 13, सामान्य बीमारियों के 217, सर्जरी से जुड़ी समस्याओं के 113 रोगियों के साथ 81 बच्चों तथा 80 महिलाओं ने परामर्श प्राप्त किया।