कोटा। कोटा व्यापार महासंघ की कार्यकारिणी की बैठक सोमवार को एक रेस्टोरेंट पर संपन्न हुई। व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने एकमत होकर राज्य सरकार द्वारा जारी रात्रि 8:00 बजे तक बाजार बंद की घोषणा को हठर्धमिता बताते हुए आक्रोश जताया।
उन्होंने बताया कि कोरोना अब पूरी तरह से खत्म हो गया है व्यापारी पहले ही कोरोना की मार से पूरी तरह परेशान है 18 माह तक खुले व्यापार के बाद व्यवसायियों में आशा जगी है कि आगामी त्यौहार एवं शादी के सीजन व अच्छी फसल को देखते हुए उनका व्यवसाय चलेगा। ताकि वह कोरोना के घाटे से उबर सकें।
बैठक में पिछले दिनों तलवंडी व अन्य बाजारों में नगर निगम एवं नगर विकास न्यास द्वारा बिना नोटिस दिए तानाशाही तरीके से दुकानों के बाहर टीन सेट तोड़े गए जो कि इजाजत के दायरे में आते थे । कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि अगर इस तरह की कार्यवाही दोबारा होती है तो क्षेत्रीय व्यापार संघ उसका विरोध करें। उसमें व्यापार महासंघ अपना पूरा सहयोग करेगा ।
बैठक में कोटा व्यापार महासंघ के कोषाध्यक्ष राजेंद्र कुमार जैन, उपाध्यक्ष नंदकिशोर शर्मा, काका हरविंदर सिंह,एवं अनिमेष जैन ने कहा कि कोटा व्यापार महासंघ द्वारा कोरोना से बचाव के लिए सहयोगी सस्थाओ के साथ जो 175 वैक्सीनेशन कैंप लगाए गए हैं यह व्यापार महासंघ में अपने आप में एक विशाल जन सेवा का कार्य है। कोटा व्यापार महासंघ ने कोरोना काल में जिस तरह की जनसेवा, भोजन एवं राशन वितरण में सहयोग किया है, वह बेमिसाल कार्य है। व्यापार महासंघ इस तरह के जन सेवा के कार्य निरंतर जारी रखेगा।
बैठक में सचिव यश मालवीय एवं सदस्य सुनील खरबंदा, राजेंद्र जैन, भगवान मित्तल ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा सायं 7:45 पर व्यापारियों से जबरन दुकानें बंद करा दी जाती हैं। अतः इसका शीघ्र समाधान निकाला जाए।
बैठक में सदस्य धीसा सिंह चौहान, राजेंद्र चावला, महेन्द्र काकरिया ने बताया कि कई बाजारों में तो ग्राहकी सायं 7:00 बजे के बाद ही शुरू होती है और आठ बजते ही पुलिस की गाड़ियां सायरन बजाती हुई जबरन दुकानें बंद करवा देती है। जबकि कोरोना बिल्कुल ही खत्म हो चुका है। आगे त्यौहार एवं शादियों का सीजन आने वाला है। अतः बाजारो की समय की पाबंदी को अति शीघ्र समाप्त किया जाना चाहिए।
बैठक में सभी सदस्यो के विचार विमर्श के पश्चात सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार द्वारा इस दिशा मे शीघ्र कोई निर्णय नहीं किया गया तो कोटा व्यापार महासंघ इसके खिलाफ ठोस निर्णय लेने को मजबूर होगा।