कोटा। जेईई मेन से जेईई एडवांस्ड में क्वालीफाई करने के नियम बदलने से इस साल जेईई मेन में जनरल का पर्सेंटाइल बढ़कर 90.3765335 हो गया। 2019 में यह 89.7548849 था। वहीं, ईडब्ल्यूएस का पर्सेंटाइल कट ऑफ 70.2435518 पर आ गया, जो 2019 में 78.2174869 था यानी करीब 8 पर्सेंटाइल की गिरावट आई।
दरअसल, इस साल आईआईटी में ईडब्यूएस का कोटा 4 से बढ़ाकर 10% कर दिया गया है। इसी वजह से जनरल का कोटा कम हो गया है। नतीजा ये रहा कि ईडब्ल्यूएस में करीब 15 हजार अधिक और ओपन कैटेगिरी में करीब 13 हजार कम बच्चों ने क्वालीफाई किया। वहीं, 100 पर्सेंटाइल पाने वाले छात्रों की संख्या में राजस्थान देश में तीसरा रहा। यहां 4 छात्रों के 100 पर्सेंटाइल आए। जबकि, तेलंगाना में 8 और दिल्ली में 5 छात्रों ने 100 पर्सेंटाइल हासिल किया।
क्या है खास
- 3.08 लाख लड़कियों में से सिर्फ एक के 100 पर्सेंटाइल, परीक्षा न दे पाने वाले छात्र करीब 5 गुना बढ़ गए
- बड़ी बात यह भी रही कि इस साल परीक्षा में 3.08 लाख लड़कियां बैठीं, लेकिन सिर्फ एक लड़की तनुजा 100 पर्सेंटाइल स्कोर कर पाई।
- जनवरी मेन में 9.21 लाख छात्र एनरोल थे और 8.69 लाख ने पेपर दिया था। करीब 52 हजार अब्सेंट रहे थे। अप्रैल/ सितंबर के मेन में 8.41 छात्र एनरोल थे, पर परीक्षा देने 6.35 लाख ही पहुंचे। इसकी बड़ी वजह कोरोना वायरस रहा।
सीटें बढ़ने से असर नहीं पड़ेगा
ईडब्ल्यूएस की कैटेगिरी की सीटें बढ़ाई गई हैं, लेकिन अन्य कैटेगिरी पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। जेईई एडवांस्ड की तैयारियां छात्र पहले ही कर रहे थे। सिलेबस में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है। – प्रो. वी. रामगोपाल राव, डायरेक्टर, आईआईटी दिल्ली