कोटा। कोरोना संक्रमण के कारण देश भर में चल रहे लॉकडाउन के कारण आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटीज के निवेशकों का संकट और बढ़ गया है। सोसायटी के बंद होने से निवेशकों का रुपया डूब गया है। निवेशकों ने भुगतान कराए जाने की सरकार से मांग की है।
आदर्श वेलफेयर सोसायटी के वरिष्ठ सदस्य बीएस हाड़ा एवं मोहन मुरारी सोनी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के माध्यम से केंद्रीय सहकारिता मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को प्रेषित ज्ञापन में कहा है कि आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी (मल्टी स्टेट) ने राजस्थान समेत देश के अनेक राज्यों में कारोबार बंद कर दिया है।
सोसायटी के संचालककगण अनियमितताओं के आरोप में पिछले डेढ़ वर्षों से जेल में बंद है।कुछ जमानत पर छूट गए है। हाड़ा ने कहा कि एसएफआईओ या न्यायालय की प्रक्रियायें काफी लम्बी और थकाऊ होने से कब राहत मिलेगी कुछ कहना संभव नहीं है। अपनी ही रकम क्यों उलझी रहे संकट के समय वापस मिल जाए तो राजस्थान समेत देश के ढाईलाख निवेशकों को राहत मिलेगी।
कुछ निहीत स्वार्थी तत्वों के द्वारा षडयंत्र पूर्वक देश में 22 लाख निवेशकों का 8 हजार करोड़ रुपया हड़पा गया है। किसी की भी गलती से ये हुआ, लेकिन निर्दोष निवेशकों की जिंदगीभर की गाढ़ी कमाई इस अनियोजन में बर्बाद हो गई। कोरोना महामारी के समय निवेशकों को अपनी फंसी हुई रकम वापस दिलावाने में सरकारी स्तर पर कोई रास्ता निकाल कर मदद की जाए।