भारत में 5 अरब डॉलर निवेश करेंगे कनाडा के वॉरेन बफे बनाम प्रेम वत्स

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नई दिल्ली। अरबपति निवेशक प्रेम वत्स ने भारत में अगले पांच साल में 5 अरब डॉलर का निवेश करने की बात कही है। उन्होंने भारत में आर्थिक सुस्ती की आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि यहां ‘शानदार मौके’ हैं। हैदराबाद में पैदा हुए वत्स को कनाडा का वॉरेन बफेट कहा जाता है।

उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी पिछले पांच साल में भारत में 5 अरब डॉलर का निवेश कर चुकी है और इतनी ही रकम वह अगले पांच साल में लगाने जा रही है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने भारत आए थे और एक दिन भी यहां नहीं रुक पाए।

कनाडा के टोरंटो में मुख्यालय वाली 70 अरब डॉलर की फेयरफैक्स फाइनैंशल होल्डिंग्स के चेयरमैन ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘मेरे हिसाब से भारत दुनिया का नंबर वन देश है।’ उन्होंने कहा, ‘दुनिया की GDP में भारत का योगदान 3 प्रतिशत है, लेकिन कुल वैश्विक निवेश में इसकी हिस्सेदारी 1 प्रतिशत ही है। अगर इसे बढ़ाकर 2 प्रतिशत भी कर दिया जाए तो भारत में 3 लाख करोड़ डॉलर का निवेश बढ़ेगा।’ वत्स ने कहा कि फेयरफैक्स भारत सरकार के विनिवेश कार्यक्रम से जुड़ना चाहेगी।

आईआईटी मद्रास के एक कार्यक्रम में वत्स ने कहा, ‘सरकार ने कहा है कि वह तेल-गैस क्षेत्र में निवेश बढ़ाना चाहती है। कनाडा इस क्षेत्र में बड़ा निवेशक है। हम इस पर गौर करेंगे। तेल-गैस क्षेत्र में तजुर्बा रखने वाली कनाडा की किसी कंपनी को हम यहां पार्टनर बना सकते हैं। हम यहां कनाडा और अमेरिका की अच्छी कंपनियों को लाना चाहते हैं। हम उन्हें बताना चाहते हैं कि आपको भारत आना चाहिए।’

वत्स ने कहा कि उनकी कंपनी ‘एयर इंडिया की विनिवेश योजना पर गौर करेगी’, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उनकी कंपनी के पास इस क्षेत्र का तजुर्बा नहीं है। वत्स ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘भारत खुशकिस्मत है कि उसे मोदीजी जैसे बिजनस-फ्रेंडली नेता मिला है। उनका पूरा ध्यान देश के लिए अच्छा करने पर है।’ वत्स ने कहा कि मोदी का गुजरात में 13 साल का शानदार रेकॉर्ड रहा है।

देश के प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में भी बढ़िया काम किया है। वत्स ने कहा कि इस तरह का तजुर्बा ग्लोबल लीडर में कम ही होता है। आर्थिक सुस्ती की आशंकाओं को खारिज करते हुए वत्स ने देश के सुंदर भविष्य की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि देश की 1.2 अरब आबादी इसकी आर्थिक समृद्धि और विकास का जरिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं दुनिया में कई जगह गया हूं। भारत में कमाल के मौके हैं।

आज चीन और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर कुछ मतभेद चल रहे हैं। ऐसे में लोग भारत में पैसा नहीं लगाएंगे तो कहां लगाएंगे? वे किसी बड़े बाजार में निवेश करना चाहते हैं, जहां लोकतंत्र हो। जहां कानून का राज हो।’ उन्होंने कहा कि सरकारी नीतियों में मामूली बदलाव होने और इकॉनमी को खोल जाने पर दुनिया के निवेशक भारत आ सकते हैं। वत्स ने कहा, ‘मुझे लग रहा है कि देश की ग्रोथ फिर 10 प्रतिशत तक पहुंचेगी। मैं नहीं कह सकता कि ऐसा कब होगा, लेकिन मुझे ऐसा होने का पूरा भरोसा है।’