नई दिल्ली।अगर आप ऐपल या सैमसंग का स्मार्टफोन यूज करते हैं, तो यह खबर आपको चिंता में डाल सकती है। हाल में इन दोनों कंपनियों के खिलाफ अमेरिका में केस दर्ज हुआ है। कंपनियों पर आरोप है कि इनके स्मार्टफोन्स से खतरनाक रेडियो फ्रीक्वेंसी निकलती है जो यूजर्स के लिए घातक साबित हो सकती है।
इन स्मार्टफोन्स से है खतरा
कैलिफॉर्निया की एक अदालत में दायर किए गए इस मुकदमें में कहा गया है कि सैमसंग और ऐपल के स्मार्टफोन फेडरल कम्यूनिकेशन कमिशन द्वारा तय किए गए एमिशन लिमिट का उल्लंघन कर रहे थे। इनमें मुख्य रूप के जिन डिवाइसेज का नाम लिया गया है उसमें ऐपल iPhone 7 Plus, iPhone 8, iPhone X, Samsung Galaxy S8 और Galaxy Note 8 शामिल हैं।
लीगल लिमिट से ज्यादा है एमिशन
शिकागो ट्रिब्यून ने भी ऐपल और सैमसंग के स्मार्टफोन से निकलने वाली रेडियो फ्रिक्वंसी की जांच की थी। इसमें पाया गया कि आईफोन 7 की रेडियो फ्रीक्वेंसी लीगल सेफ्टी लिमिट से ज्यादा है। साथ ही इस रिपोर्ट में कहा गया कि ऐपल ने खुद की टेस्टिंग के दौरान अपने डिवाइस की जो फ्रीक्वेंसी फेडरल रेग्युलेटर्स को बताई थी यह उससे भी दोगुनी है।
हो सकता है कैंसर
इन दोनों कंपनियों के खिलाफ दायर किए गए मुकदमें में रेडिएशन के खतरों में भी बताया गया है। इसमें कहा गया है कि लिमिट से ज्यादा रेडियो फ्रीक्वेंसी यूजर को कैंसर और मानसिक रोग जैसी कई और गंभीर बीमारी का शिकार बना सकती है।
ऐपल ने दिया जवाब
इस मामले में ऐपल ने अपनी सफाई देते हुए कहा, ‘आईफोन 7 समेत हमारे सभी आईफोन FCC से सर्टिफाइड हैं। इसके साथ ही आईफोन्स को उन सभी देशों ने भी सर्टिफाइ किया गया है जहां इनकी बिक्री होती है। हम सभी गाइडलाइन और लिमिट का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ वहीं सैमसंग ने इस विवाद के बारे में अब तक अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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