UD Tax: नगर निगम के यूडी टैक्स के गलत नोटिसों से व्यापारियों में भारी आक्रोश

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कोटा की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए व्यापार महासंघ का पर्यटन सेक्टर को बढ़ावा देने का निर्णय

कोटा। कोटा व्यापार महासंघ की शुक्रवार को माहेश्वरी जलसा होटल पर आयोजित कार्यकारिणी की बैठक में यूडी टैक्स के गलत नोटिसों को लेकर सभी पदाधिकारियों द्वारा गहरा आक्रोष व्यक्त किया गया।

कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन व महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि यूडी टैक्स का कार्य देख रही प्राइवेट कम्पनी द्वारा पूरे शहर में बिना तथ्यों की जानकारी के अवैधानिक लाखों रुपये के नोटिस बार-बार दिये जा रहे हैं।

जैन व माहेश्वरी ने बताया कि विसंगतियों का आलम यह है कि जो भवन 2015 से 2023 के बीच बना हुआ है उनको 2007 से निर्मित बताकर 2007 से ही यूडी टैक्स का बकाया बताकर लाखों रूपये की ब्याज एवं पेनल्टी के नोटिस थमाए जा रहे हैं।

जैन व माहेश्वरी ने बताया कि साथ ही जो भवन एवं व्यवसाय परिसर यूडी टैक्स के दायरे में ही नहीं आ रहे हैं, उनको भी बिना वजह नोटिस दिये जा रहे हैं। जिससे व्यापारियों एवं आमजनों में हडकम्प मचा हुआ है। साथ ही कम्पनी द्वारा सीज करने के नाम पर व्यापारियों एवं आमजनों को डराया जा रहा है। जिससे दबाव में आकर व्यापारी एवं आमजन यूडी टैक्स जमा कराने पर मजबूर हो जाते हैं।

कोटा व्यापार महासंघ ने नगर निगम की चेतावनी दी है कि वो अपनी व्यवस्थाओं में सुधार करे एवं नोटिस देने से पहले वास्त‌विकता को जांचें। जैन व माहेश्वरी ने बताया कि बैठक में वर्तमान में कोटा शहर की चल रही अर्थव्यवस्था पर भी चिन्तन हुआ।

इस वर्ष कोटा की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्‌डी कोचिंग करने गत वर्षों की तुलना में 50%. से भी कम छात्र आने पर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि मुख्य कारण कोटा भी छवि को बदनाम करने की साजिश पिछले 5 वर्षों से चल रही है।

साजिशकर्ताओं ने कोटा को सुसाइड सिटी के नाम से प्रचारित किया, जबकि गत दिनों सरकार द्वारा पेश किये गये सुसाइड के आंकड़ों में राजस्थान व कोटा शहर निचले स्तर पर आया है। इसके अलावा सरकार की कोचिंग गाइडलाइन का भी इसमें असर पड़ा है।

16 वर्ष से कम उम्र के जो छात्र कोचिंग के लिए कोटा आते थे एवं चार वर्ष यहां कोचिंग एवं निवास करते थे, उन पर सरकार ने रोक लगा दी। उन्होंने बताया कि कोटा शहर में बाहर के छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए हॉस्टल व्यवसायियों द्वारा भारी मात्रा में निवेश कर होस्टलों का निर्माण करा दिया।

वर्तमान में इन्हीं कारणों से कोटा के अन्य व्यवसाय भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इन सब हालातों के चलते पूरे शहर की अर्थव्यवस्था चरमरा चुकी है। जिसे पुनः पटरी पर लाने के लिए संयुक्त प्रयास करने होंगे।

महासंघ के पदाधिकारियों ने राज्य एवं केन्द्र सरकार से मांग की है कि 16 साल से कम उम्र के बच्चों की कोचिंग के लिए लगाये गये प्रतिबन्ध को तुरंत प्रभाव से हटाये। साथ ही आत्महत्याओं के लिए शहर को जो बदनामी का दाग लगाया गया है, उसे अब उबारने के लिए सकारात्मक प्रचार प्रसार शहर के बारे में किये जाने की आवश्यकता है।

बैठक मे सर्व सम्मति से यह निर्णय हुआ कि हाड़ौती में पयर्टन को बढ़ावा देने के लिए कोटा व्यापार महासंघ निरन्तर प्रयास करेगा। इसके विकास मे व्याप्त खामियों को दूर करने के लिए प्रशासन व जनप्रतिनिधियो के साथ मिलकर पयर्टन विकास के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे ।

इनका हुआ अभिनंदन
इस अवसर पर कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी को होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष बनने पर, उपाध्यक्ष अनीमेष जैन को अकलंक विद्यालय समिति का सचिव मनोनीत होने पर, पूर्व उपाध्यक्ष अनिल मूंदड़ा को केट का जिला अध्यक्ष बनने व संदीप पाडिया को होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन का महासचिव बनने पर अभिनन्दन किया गया। बैठक में आने वाले त्योहारों को लेकर शहर की व्यवस्थाएं बनाने रखने पर भी विचार विमर्श हुआ।

बैठक में यह भी रहे मौजूद
बैठक में मुख्य रूप से उपाध्यक्ष काका हरविन्द्र सिंह, नन्द किशोर शर्मा, सुरेन्द्र गोयल विचित्र, सचिव यश मालवीय, अनिल नन्दवाना, मुकेश भटनागर कोषाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार जैन, सदस्य अनिल अग्रवाल, घीसासिंह चौहान, शाहिद मोहम्मद, ज्ञानचन्द जैन, किशन असनानी, सुभाष अग्रवाल, नरेन्द्र लोढ़ा, नरेन्द्र चौहान, हरीश प्रजाप्रति, रमेश जेठमलानी, प्रदीप दाधिच, हरीश टेकवानी, राजेन्द्र सिंह एवं राधेश्याम पारेता सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।