नई दिल्ली। Riches increased in India: भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी के साथ लोगों की आय में भी बढ़ोतरी हो रही है। इसी के साथ देश में ज्यादा कमाने वालों की संख्या भी बढ़ रही है। सेंट्रम इंस्टीट्यूशनल रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में हर वर्ष 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों की संख्या बीते पांच वर्षों में 63 प्रतिशत बढ़ी है। अब देश में ऐसे लोगों की संख्या 31,800 हो गई है। आइए जानते हैं हर वर्ष इससे कम कमाने वालों की स्थिति के बारे में।
पांच करोड़ से ज्यादा कमाने वालों की संख्या बढ़ी
- 58,200 लोग हो गए हैं देश में हर वर्ष पांच करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वाले।
- 50 लाख रुपये से ज्यादा कमाने वालों की संख्या पांच वर्ष में 25 प्रतिशत बढ़ी।
- 10 लाख से ज्यादा लोग अब हर वर्ष 50 लाख रुपये से ज्यादा कमाते हैं।
- 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों की संयुक्त कमाई 121 प्रतिशत बढ़ी।
- 38 लाख करोड़ रुपये हुई 10 करोड़ से ज्यादा कमाने वालों की संयुक्त कमाई।
- 106 प्रतिशत बढ़ी पांच करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों की संयुक्त कमाई।
- 40 लाख करोड़ रुपये हुई पांच करोड़ से ज्यादा कमाने वालों की कुल कमाई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में ज्यादा कमाने वाले लोगों और उनकी कमाई में बढ़ोतरी हो रही है। इसके बावजूद केवल 15 प्रतिशत वित्तीय संपत्ति का प्रबंधन पेशेवर करते हैं। जबकि विकसित देशों में 75 प्रतिशत वित्तीय संपत्ति का प्रबंधन पेशेवरों द्वारा किया जाता है।
2028 में 2.2 ट्रिलियन होगी उच्च नेटवर्थ वालों की वित्तीय संपत्ति
रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि कैलेंडर वर्ष 2028 में उच्च नेटवर्थ (एचएनआई) और अल्ट्रा उच्च नेटवर्थ (यूएचएनआई) वालों लोगों की वित्तीय संपत्ति बढ़कर 2.2 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगी, जो 2023 में 1.2 ट्रिलियन डॉलर है। 2023-28 के दौरान एचएनआई और यूएचएनआई की संख्या में हर वर्ष 13-14 प्रतिशत की वृद्धि होगी। 10 लाख डॉलर से ज्यादा वित्तीय संपत्ति वालों को एचएनआई और 30 लाख डॉलर की वित्तीय संपत्ति वालों को यूएचएनआई कहा जाता है।