मुकेश अंबानी ने किया ऐलान, Jio यूजर्स को मिलेगा 100 GB फ्री क्लाउड स्टोरेज डेटा

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मुंबई। Reliance AGM 2024: आज रिलायंस इंडस्ट्रीज के चैयरमैन मुकेश अंबानी ने टेक्नोलॉजी, AI डेवलपमेंट, रिसर्च एंड डेवलपमेंट से लेकर टेलीकॉम सेक्टर तक में कई ऐलान किए। Reliance की 47वीं सालाना आम बैठक (Reliance 47th AGM) में उन्होंने कहा कि उनका तेल से लेकर टेलीकॉम तक का कारोबार करने वाला समूह शॉर्ट टर्म प्रॉफिट कमाने और संपत्ति जमा करने के कारोबार में नहीं है, बल्कि उसका ध्यान देश के लिए धन जुटाने पर है।

अपने ऐलान में रिलायंस जियो को लेकर बड़ा ऐलान करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि कंपनी ‘Jio AI क्लाउड वेलकम ऑफर’ लॉन्च कर रही है। इसके तहत Jio यूजर्स को 100 GB फ्री क्लाउड स्टोरेज डेटा दिया जाएगा। बता दें कि इससे हाई क्वालिटी वाली फोटो, वीडियो, डॉक्यूमेंट्स, डेटा और डिजिटल कंटेंट को स्टोर करने में मदद मिलेगी। अंबानी ने कहा कि जिन्हें भी ज्यादा स्टोरेज की जरूरत होगी उनके लिए भी कंपनी के पास बाजार में सबसे सस्ती कीमत वाले ऑफर दिए जाएंगे।

अंबानी ने कहा, ‘इसके लिए एक डिलीवरी मॉडल की जरूरत है जहां AI सर्विसेज और AI की तरफ से प्रोसेस्ट डेटा दोनों को क्लाउड में होस्ट किया जाता है। इससे हर यूजर्स को बिना किसी देरी के ब्रॉडबैंड नेटवर्क पर कहीं से भी, किसी भी डिवाइस पर अपने डेटा और AI सेवाओं तक पहुंचने की इजाजत मिलती है।’

टेक्नोलॉजी पर फोकस कर रही कंपनी
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयहोल्डर्स की 47वीं सालाना आम बैठक में मुकेश अंबानी ने कहा कि कंपनी देश की ऊर्जा सुरक्षा के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि रिलायंस अब टेक्नोलॉजी का शुद्ध उत्पादक (net producer) बन गई है और एक प्रमुख टेक्नोलॉजी कंपनी में बदल रही है।

अंबानी ने कहा, ‘जैसा कि मैंने आपको पिछले साल बताया था, रिलायंस अब टेक्नोलॉजी का नेट प्रोड्यूसर बन गया है। निर्णायक टेक्नोलॉजी और इनोवेशन हमेशा देशों के साथ-साथ कॉर्पोरेट्स के लिए सबसे बड़े वेल्थ क्रिएटर रहे हैं। रिलायंस ने इस ‘विकास मंत्र’ को हमारे वृद्धि के हर चरण में आत्मसात किया है।’

AI को लेकर क्या कहा मुकेश अंबानी ने
रिलायंस के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (MD) मुकेश अंबानी ने कहा कि ऑर्टिफिशयल इंटेलिजेंस (AI) से लोगों को सामने कई तरह की समस्याएं आएंगी, कंपनी के पास उन समस्याओं के समाधान के लिए भी अवसर खुले हैं। मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस का लक्ष्य दुनिया की सबसे कम लागत वाली AI तैयार करना है।

अंबानी ने कहा, ‘सबसे पहले, हम अपने ग्राहकों के लिए ज्यादा से ज्यादा वैल्यू जनरेट करने के लिए हर एक बिजनेस में इनोवेटिव टेक्नोलॉजी को शामिल कर रहे हैं। दूसरे, हमारे प्रतिभाशाली इंजीनियर और वैज्ञानिक हमारे प्रोडक्ट और सर्विस की पेशकश को बढ़ाने के लिए घर में ही कई अहम टेक्नोलिकल इनोवेशन को विकसित कर रहे हैं। तीसरा, हमने सभी रिलायंस बिजनेस के लिए AI-नेटिव डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया है, और एंड-टू-एंड वर्कफ्लो और रीयल-टाइम डैशबोर्ड को एंटिग्रेट करते हुए हमारे सॉफ्टवेयर स्टैक का बनाया है।

रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर खर्च
अंबानी ने कहा, ‘रिलायंस ने वित्त वर्ष 24 (FY24) में रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) पर 3,643 करोड़ रुपये (437 मिलियन डॉलर) से अधिक खर्च किए, जिससे पिछले चार सालों में रिसर्च पर हमारा खर्च 11,000 करोड़ रुपये (1.5 बिलियन डॉलर) से अधिक हो गया है। हमारे पास 1,000 से अधिक वैज्ञानिक और रिसर्चर हैं जो हमारे सभी बिजनेस में रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए महत्वपूर्ण विषयों पर काम कर रहे हैं।’

Reliance ने फाइल किए 2,555 से ज्यादा पेटेंट
अंबानी ने कहा कि रिलायंस का चल रहा तकनीक-संचालित परिवर्तन (tech-driven transformation) कंपनी को हाई ग्रोथ की एक नए लेवल पर ले जाएगा और आने वाले सालों में इसका मूल्य कई गुना बढ़ा देगा। पिछले साल रिलायंस ने 2,555 से ज्यादा पेटेंट दाखिल किए, जो मुख्य रूप से जैव-ऊर्जा नवाचार (bio-energy innovations), सोलर और अन्य ग्रीन एनर्जी सोर्सेज और ज्यादा कीमत वाले केमिकल के क्षेत्र में थे।

उन्होंने कहा, ‘डिजिटल हमारे इन-हाउस रिसर्च का एक अन्य प्रमुख क्षेत्र है। हमने 6G, 5G, AI-लार्ज लैंग्वेज मॉडल, AI-डीप लर्निंग, बिग डेटा, डिवाइसेज, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और नैरोबैंड-आईओटी में पेटेंट दायर किया है।’