हाडोती को देश-विदेश के पयर्टन मानचित्र पर लाने के सार्थक प्रयास होंगे: माहेश्वरी

0
45

हाडोती के पर्यटन विकास के लिए सभी का सहयोग लिया जाएगा: संदीप पाडिया

कोटा। कोचिंग नगरी कोटा में भारी मात्रा में विद्यार्थियों की कमी के कारण गिरती अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए होटल फेडरेशन आफ कोटा डिवीजन द्वारा हाड़ोती को पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित करने की मुहिम चलाई जा रही है। यह जानकारी बुधवार को होटल फेडरेशन ऑफ कोटा डिवीजन की ओर से आयोजित पत्रकार वार्ता में संभागीय अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने दी।

उन्होंने पत्रकारों को बताया कि कई देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन सेक्टर पर ही निर्भर है। हमारे देश में भी कई राज्यों की अर्थव्यवस्था एवं रोजगार पर्यटन सेक्टर से ही चल रहा है। उन्होंने राजस्थान का जिक्र करते हुए कहा कि यहां पर्यटन व खनन रोजगार व अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है। पर्यटन के चलते राजस्थान के आधे से ज्यादा संभागों में देश-विदेश के लाखों पर्यटक वर्ष भर भ्रमण के लिए आते हैं। एक हाड़ोती अब तक इससे अछूता रहा है।

उन्होंने बताया कि हाडोती में ऐतिहासिक, आध्यात्मिक, एडवेंचर, पुरातत्व एवं आधुनिक शैली के पर्यटन स्थल मौजूद हैं। चंबल सफारी, रामगढ़ मुकुंदरा अभ्यारण्य के साथ बूंदी, बारां एवं झालावाड़ जिले में भी आकर्षक पर्यटक स्थल हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं। होटल फेडरेशन निश्चित ही हाडोती को पर्यटन के मानचित्र पर लाकर देश-विदेश एवं राज्य के पर्यटकों को आकर्षित करने की पूरी क्षमता रखता है।

होटल फेडरेशन ऑफ कोटा डिवीजन के नवनियुक्त महासचिव संदीप पाडिया ने बताया कि हाडोती में पर्यटन व्यवसाय को गति प्रदान करने के लिए एक कार्य योजना बनाई जा रही है, जिसमें हम कोटा सम्भाग के सभी जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, व्यापारियों, उद्यमियों एवं सभी आमजन केंद्र व राज्य सरकार से अपेक्षा रखते हैं। ताकि हाडोती को पर्यटन के क्षेत्र में नई दिशा मिल सके।

उन्होंने बताया कि हाड़ोती को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए होटल फेडरेशन ने देश प्रदेश में होने वाले पर्यटक फेयर व प्रदर्शनियों में भाग लेकर हाडोती के संपूर्ण पर्यटक स्थलों के बारे मे जानकारी देने का निश्चय किया है। इसके लिए वहां स्टॉल लगाकरआने वाले सभी ट्यूर ऑपरेटर्स, पर्यटकों और आमजन को पर्यटन स्थलों की जानकारी दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि फेडरेशन शीघ्र ही हाडोती के समस्त पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी और यहां पर रहने- खाने ट्रांसपोर्ट गाइड जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं की जानकारी उपलब्ध करवायेगा। पर्यटन स्थलों, होटलो, रिसोर्ट, रोड, रेल कनेक्टिवीटी की सम्पूर्ण जानकारी युक्त सेवीनियर और फोल्डर बनाकर पर्यटन फेयर और प्रदर्शनियों के माध्यम से आने वाले सभी ट्यूर ऑपरेटरों एवं आम जनों तक पहुंचाई जाएगी।

माहेश्वरी एवं पाडिया ने बताया कि होटल फेडरेशन कोटा डिवीजन की एक वेबसाइट बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से एवं यूट्यूब के माध्यम से ब्लॉगर हायर करके पूरे विश्व में हाडोती के पर्यटन स्थलो का प्रचार प्रसार किया जाएगा ।
उन्होंने पर्यटक विभाग को हाडोती पर्यटन फेयर का हर वर्ष आयोजन करने का भी सुझाव दिया। ताकि इसके माध्यम से हाडौती के सांस्कृतिक कार्यक्रम, यहां की लोक कला का भी प्रचार प्रसार हो सके।

उन्होंने बताया कि हाडोती में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोई बडे सेलिब्रिटी को ब्रांड एंबेसडर बनाया जाएगा। उन्होंने प्रशासन से कोटा के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रिवर फ्रंट के दोनो छोर पर रोप वे एवं केशोराय पाटन मे चम्बल के दोनों के किनारों को आकर्षक बनाकर वहां पर भी रोप वे चलने का अनुरोध किया है।

उन्होंने अन्य शहरो के ग्रामीण टूरिज्म नाइट ट्यूरिजम की तर्ज पर हाडोती में भी ग्रामीण टूरिज्म एवं नाइट ट्यूरिज्म विकसित करने की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि हाडोती के पर्यटक क्षेत्र में बाहर से निवेश करने वालों को समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए, जिससे यहां बड़े होटल रिसोर्ट कोटेज का निर्माण हो सके।

बूंदी के पर्यटन स्थल : उन्होंने बूंदी जिला इकाई की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए बताया किबूंदी जिले में पर्यटक स्थलों तक पहुंचने वाली सड़कों की हालत बेहद खराब है। पर्यटक स्थलों का रखरखाव नहीं हो रहा है। जेत सागर तालाब से कमल कुंज को हटाकर वहां पर बोटिंग की व्यवस्था की जानी चाहिए।

बांरा के पर्यटन स्थल: बांरा जिला इकाई की समस्याओं के बारे में बताया कि जिले में रोड एवं रेल कनेक्टिविटी का अभाव है। अतः सोगरिया से दिल्ली जाने वाली ट्रेन को बांरा से शुरू किया जाए तो बांरा सीधा मथुरा एवं दिल्ली से जुड़ जाएगा। बांरा में आकर्षक पर्यटक स्थलों का रखरखाव नहीं होने के कारण वहां तक पर्यटक नहीं पहुंच पाते हैं।

झालावाड़ के पर्यटन स्थल: झालावाड़ जिला इकाई की समस्याओं के बारे में उन्होंने बताया कि झालावाड़ जिले में भी आकर्षक पर्यटन स्थल व किले मौजूद हैं। लेकिन आवागमन के संसाधनों का आभाव है। पर्यटक वहां तक नहीं पहुंच पाते हैं। साथ ही दरा की नाल जहां पर हरदम वाहनो का जाम लगा रहता है, यहां पर एक एलीवेटेड रोड बनाकर नया रास्ता निकाला जाए तो समस्या का हल हो सकता है।

सरकार से अपेक्षाएं: अशोक माहेश्वरी ने बताया कि भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत हाडोती क्षेत्र में जहां-जहां भी एग्जिट एवं इन पॉइंट है वहां पर पर्यटक स्थलों के लिए प्रचार प्रसार की व्यवस्था की जाए। सन्दीप पाडिया ने बताया कि हाडोती में पर्यटन व्यवसाय को और गति देने के लिए सरकार से भी कुछ अपेक्षाएं हैं। राज्य सरकार ने वर्तमान बजट में पर्यटन विकास के लिए कई घोषणाएं की हैं। जिसे तुरंत प्रभाव से अमल में लाया जाना चाहिए।

उन्होंने सरकार से मांग की कि पर्यटक कल्याण बोर्ड में हाड़ोती को भी प्रतिनिधित्व दिया जाए। जिससे हाडोती क्षेत्र में पर्यटन विकास को नई गति मिल सके। उन्होंने सरकार से हाडोती के पर्यटन स्थलों के रखरखाव एवं मूलभूत सुविधाओं के लिए 1000 करोड रुपए का बजट आवंटित करने की मांग की है।