आठ साल की बच्ची को आंखों की दुर्लभ बीमारी, एम्स में हुआ ऑपरेशन

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कोटा। कोटा के नयागांव क्षेत्र में रहने वाली आठ साल की बच्ची की आंखों में दुर्लभ बीमारी सामने आई। इसके कारण बच्ची को दिखना कम हो गया। प्रदेश में इसका उपचार संभव नहीं था। स्पीकर ओम बिरला की कोशिशों से बच्ची का एम्स में ऑपरेशन हुआ और अब वह देख पा रही है।

मूलतः इटावा क्षेत्र के भवानीपुरा गांव निवासी राकेश मीणा परिवार सहित नयागांव में रहते हैं। राकेश एक प्राइवेट फर्म में काम करते हैं जबकि पत्नी बबली गृहिणी हैं। उनकी बेटी रितिका नया गांव के ही एक निजी विद्यालय में पढ़ती है। रितिका आंखों के बेहद नजदीक लाकर किताब को पढ़ती थी। करीब एक साल पहले स्कूल से फोन कर अभिभावकों को बताया गया कि बच्ची की आंखें कमजोर हैं। उन्होंने समझा कि मोबाइल देखने के कारण आंखें कमजोर हो गई हैं।

इसके करीब 8 माह के बाद रितिका के दोनों आंखों में फुंसी जैसी आकृति नजर आई। इस पर राकेश उसे एमबीएस अस्पताल ले गया। यहां नेत्र विशेषज्ञ ने जांचने के बाद उसे न्यूरोलॉजी में रैफर कर दिया। इसके बाद एक दर्जन से अधिक डॉक्टरों ने बच्ची जांच की। सभी ने कहा कि बच्ची की आंखों का लैंस खिसक गया है जिसका उपचार एम्स में ही संभव है।
किसी परिचित की सलाह पर राकेश ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के कैंप कार्यालय में सम्पर्क किया तो उसे तत्काल दिल्ली जाने को कहा गया। स्पीकर बिरला के प्रयासों से 8 जुलाई को पहली बार एम्स के डॉक्टरों ने उसे देखा। इसके बाद 18 जुलाई को एक बार फिर उसकी आंखों की जांच की गई। तब डॉक्टरों ने उसे तत्काल भर्ती होने के लिए कहा, लेकिन पता चला कि भर्ती होने के लिए भी 13 अक्टूबर तक की वेटिंग चल रही है।

इसके बाद स्पीकर बिरला के निर्देश पर अधिकारियों ने एम्स प्रबंधन से बात की जिस पर बच्ची को 21 जुलाई को भर्ती कर 27 जुलाई और 31 जुलाई को उसकी दोनों आंखों के ऑपरेशन कर दिए गए। बच्ची अब दोनों आंखों से देख पा रही है। डाक्टरों का कहना है कि दो माह के बाद बच्ची पूरी तरह सामान्य जीवन जी सकेगी।