नई दिल्ली। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 9 साल-सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पिछली सरकार के प्रयास घोटालों का पर्याय बन गए थे, वर्तमान सरकार ‘पाई पाई से गरीब की भलाई’ के सिद्धांत के साथ काम करती है। उन्होंने कहा कि गरीबों और निराश्रितों को केंद्रीय स्तंभ के रूप में रखते हुए योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू करने के तरीके में यह परिलक्षित होता है।
मंत्री ने रेखांकित किया कि एक घर का होना एक कारक है जो एक गरीब व्यक्ति के जीवन में परिवर्तनकारी परिवर्तन लाता है। इसके लिए, आज देश में पीएम आवास योजना के तहत 3.5 करोड़ घरों का निर्माण किया गया है, जिससे गरीबों के जीवन में गुणात्मक परिवर्तन आया है।
मंत्री ने कहा कि हर घर को पाइप वाले पानी के कनेक्शन से जोड़ने के विचार को हमेशा एक महाकाय माना जाता था, इसे कभी भी प्रयास या हासिल नहीं किया जा सकता था। लेकिन, उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने इसे एक चुनौती के रूप में लिया और आज 12 करोड़ लोगों के पास पानी के कनेक्शन हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि सरकार ने पारंपरिक चूल्हों के उपहास को समाप्त करने का प्रयास किया है और 9.6 करोड़ परिवारों को गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया है।
उन्होंने जरूरतमंद लोगों के लिए सरकार के प्रयासों के बारे में बात की और कहा कि जब दुनिया COVID19 महामारी के कष्टों से लड़ने के लिए संघर्ष कर रही थी, तब सरकार ने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर तार्किक चुनौतियों का सामना किया। किसी भी सरकार ने स्वतंत्रता दिवस के भाषणों के दौरान शौचालय जैसी बुनियादी मानवीय जरूरतों की बात नहीं की, जो समावेशी विकास के संकेतक हैं। लेकिन पीएम मोदी ने लाल किले से अपने भाषण में हर घर में शौचालय बनाने की बात कही। इसने आज 11.72 करोड़ शौचालयों के निर्माण के साथ महिला सुरक्षा और स्वच्छता के क्षेत्र में क्रांति ला दी है।
श्री वैष्णव ने कहा कि भारत आज आयुष्मान भारत के तहत दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम चलाता है, जिसने जरूरतमंदों के लिए पांच लाख रुपये तक की मुफ्त चिकित्सा सुविधा का प्रावधान किया है, कुल कवरेज संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस की कुल जनसंख्या से अधिक है।
मंत्री ने कहा कि भारत लंबे समय तक विश्व आर्थिक रैंकिंग में पीछे रहा, लेकिन आज भारत 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा है। उन्होंने आगे कहा कि भारत अगले दो वर्षों में चौथी सबसे बड़ी और छह वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।
मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता के बारे में बात की और कहा कि अतीत में जब भारत प्रमुख आतंकवादी गतिविधियों का शिकार रहा है, आज देश के पास हमलों का जवाब देने के लिए साधन और इच्छा है।
श्री अनुराग ठाकुर ने सम्मेलन में संबोधित करते हुए कहा कि पिछले नौ वर्षों में भारत के आम लोगों के जीवन में नाटकीय बदलाव आया है और सरकार की उपलब्धियों ने लोगों की अपेक्षाओं को पार कर लिया है। उन्होंने आगे यह कहते हुए इसका उदाहरण दिया कि जहां भारत अतीत में एक कमजोर और जर्जर अर्थव्यवस्था था, जो भ्रष्टाचार से जूझ रहा था, वहीं आज इसने कमजोर पांच से दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं की दूरी तय कर ली है।
उन्होंने आगे कहा कि जहां पहले सरकारी योजनाओं का लाभ कुछ ही लोगों तक पहुंचता था, वहीं सरकार आज अंत्योदय के आदर्श वाक्य के साथ काम करती है, जहां सरकार कतार के अंत में खड़े अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इसमें हमारे प्रयासों का रहस्य निहित है, जिन्होंने 27% लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। सेवा की भावना, बड़े विचार, सुशासन, प्रौद्योगिकी का समावेश, और वितरण तंत्र में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व का निर्माण, ऐसी चीजें हैं जो सार्वजनिक सेवाओं के अंतिम-मील वितरण को सुनिश्चित करने में लगी हैं।