Tuesday, October 8, 2024
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ह्यूंदै ने लॉन्च किया टूसॉन एसयूवी का 4 वील ड्राइव वैरियंट

नई दिल्ली। ह्यूंदै मोटर इंडिया ने भारत में अपनी प्रीमियम एसयूवी टूसॉन का 4-वील ड्राइव (4WD) वैरियंट लॉन्च कर दिया है। नई दिल्ली में इसकी एक्स-शोरूम कीमत 25.19 लाख रुपए रखी गई है।

इसे केवल आॅटोमैटिक ट्रांसमिशन वाले 2.0 लीटर डीजल इंजन के साथ पेश किया गया है। इसे ह्यूंदै की देशभर में किसी भी डीलरशिप पर जाकर बुक कराया जा सकता है।

इसके पुराने वैरियंट(2WD AT GLS) को कंपनी ने बंद कर दिया है। इसके मुकाबले नये मॉडल की कीमत 48,000 रुपये अधिक है। भारतीय आॅटो बाजार में इस नई कार का मुकाबला मुख्य रूप से टोयोटा फॉर्च्यूनर 4×4 से होगा।

भारत में एसयूवी सेगमेंट तेजी से बढ़ रहा है और ऐसे में कंपनी को इस नई एसयूवी से बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद है।ह्यूंदै ने इसमें मैनुअल 4WD लॉक मोड ऑप्शन दिया है। इसके चलते आगे और पीछे के पहियों में टॉर्क 50:50 के अनुपात में बंट जाता है।

इतना ही नहीं, कंपनी ने इस प्रीमियम एसयूवी में एटीसीसी यानी अडवांस ट्रैक्शन कॉर्नरिंग कंट्रोल सिस्टम भी दिया है। इस सिस्टम की मदद से पहियों को अधिक ताकत पहुंचती है और उनका ग्रिप भी अच्छी होती है। कंपनी का दावा है कि यह एसयूवी 16 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देगी।

इस SUV का 2.0-litre डीजल इंजन 185बीएचपी का पावर और 400 न्यूटन मीटर का टॉर्क जेनरेट करता है। इस इंजन को 6 स्पीड आॅटोमैटिक ट्रांसमिशन सिस्टम से लैस किया गया है। इसमें 8.0 इंच टचस्क्रीन सिस्टम है जो कि ऐपल कारप्ले और ऐंड्रॉयड आॅटो को सपॉर्ट करता है।

81 लाख आधार बंद: कहीं आपका भी तो नहीं हो गया डिएक्टिवेट

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नई दिल्ली। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) देशभर के करीब 81 लाख आधार कार्ड डिएक्टीवेट कर चुका है। ऐसे में जरूरी है कि लोग अपना आधार नंबर वेरीफाई कर सकते हैं कि उनका नंबर एक्टिव है या नहीं।

अगर आपका भी आधार डिएक्टिव हो गया गया तो आप फौरन अपना आधार एक्टिवेट करा लें या नया बनवा लें क्योंकि कुछ महीनों बाद आधार के बिना मोबाइल नंबर या बैंक खाते जैसी सुविधाओं से वंचित हो सकते हैं।

कुछ महीने पहले सरकार की ओर से संसद में जानकारी दी गई कि जिन लोगों ने गलत तरीके से या गलत दस्तावेज देकर आधार नंबर कार्ड बनवाया है उनके आधार रद्द किए जा चुके हैं।

इसके अलावा कि जिन लोगों ने किसी तरह से एक से अधिक आधार कार्ड हासिल कर लिए हैं उनके भी रद्द कर दिए गए हैं। सबसे अधिक बच्चों और युवाओं के आधार कार्ड बंद किए गए हैं।

इससे पहले सरकार ने हाल ही में पैन कार्ड्स पर भी चाबुक चलाया था। सरकार ने 11.44 लाख पैन कार्ड्स को बंद कर दिया था। सरकार को इन पैन कार्ड में कई तरह के उल्लंघन का पता चला था। 

ऐसे जानें
1- आधार कार्ड की वेबसाइट https://uidai.gov.in/ को ओपन करें। 
2- इसके बाद वेरिफाई आधार नंबर ऑप्शन दिखेगा। जहां आपको क्लिक करना होगा। 
3- यह पता करने के लिए कि आपका आधार कार्ड चालू है या नहीं, अब अपना 12 डिजिट वाले आधार कार्ड के नंबर को डालें।
4- इसके बाद वेबपेज पर दिखने वाले सिक्योरिटी कोड को भरें। अब वेरिफाई ऑप्शन टैब पर क्लिक कर दें।
5- यदि आपका आधार कार्ड बंद नहीं किया गया होगा तो सारी डिटेल्स सामने दिख जाएंगी और यदि कार्ड बंद कर दिया गया होगा तो आपको एक मैसेज दिखाई देगा, जिसमें लिखा होगा- यह नंबर मौजूद नहीं है।

..तो फिर से बनवाएं आधार
यदि आपका आधार कार्ड बंद कर दिया गया है तो आप उसे दोबारा चालू करवा सकते हैं। इसके लिए आपको एनरोलमेंट सेंटर पर जाना होगा। वहां मांगे गए जरूरी दस्तावेज और डाटा देना होगा।

रॉयल्टी भुगतान पर लेनी होगी शेयरधारकों को सेबी की मंजूरी

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नई दिल्ली। ब्रांड या रॉयल्टी के नाम पर भुगतान करने के लिए लिस्टेड कंपनियों को नॉन प्रमोटर शेयरधारकों से अनुमति लेनी होगी। कॉरपोरेट गवर्नेस के नियमों पर विचार के लिए गठित सेबी के पैनल ने यह सुझाव दिया है।

बैंकर उदय कोटक की अध्यक्षता में गठित पैनल ने कहा कि रॉयल्टी भुगतान की राशि कुल राजस्व के पांच फीसद से अधिक होने की स्थिति में शेयरधारकों की मंजूरी अनिवार्य होगी।

अभी इस बारे में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। पैनल ने सरकारी कंपनियों में तेज फैसलों के लिए संबद्ध मंत्रलयों से उनकी स्वायत्तता सुनिश्चित करने को भी कहा है।

पैनल की रिपोर्ट में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) को ऑडिट फर्मो पर कार्रवाई करने और एक करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाने का अधिकार देने की भी सिफारिश की है।

पैनल ने सेबी में कर्मचारियों की कमी का भी जिक्र किया है। पैनल ने कहा कि सेबी के पास छह लिस्टेड कर्मचारियों पर एक कर्मचारी है। वहीं अमेरिकी समकक्ष नियामक में एसईसी के पास हर कंपनी पर एक कर्मचारी है।

एक्सिस बैंक में नोटबंदी के दौरान जमा 8.47 करोड़ का कालाधन जब्त

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कश्मीरी गेट स्थित एक्सिस बैंक में जमा लगभग साढ़े आठ करोड़ रुपये की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने और जब्त कर ली है। ईडी इस मामले में पहले भी लगभग सात करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुका है।

नई दिल्ली । नोटबंदी के दौरान पुराने नोटों को दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित एक्सिस बैंक में जमा कराने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लगभग साढ़े आठ करोड़ रुपये की संपत्ति और जब्त कर ली है। ईडी इस मामले में पहले भी लगभग सात करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुका है।

आरोप है कि बिचौलियों की मदद से बैंक अधिकारी कमीशन लेकर बंद हो चुके नोटों को मुखौटा कंपनियों के एकाउंट में जमा कराते थे और बाद में उससे सोना खरीद कर नोट देने वाले को दे देते थे।

ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस मामले में नीतिन गुप्ता, प्रकाश बंसल, मोहित गर्ग और लोकेश माकिन की 8,46,90,465 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति को मनी लांडिंग रोकथाम कानून के तहत जब्त कर लिया गया है।

आरोप है कि एक्सिस बैंक के दो अधिकारियों विनित गुप्ता और सोबित सिन्हा की मिलीभगत मोहित गर्ग और नीतिन गुप्ता नोटबंदी के बाद लोगों से पुराने नोट लेकर मुखौटा कंपनियों के खाते में जमा कराता था।

एवज में मोहित गर्ग व नीतिन गुप्ता 15 फीसद का कमीशन लेता था व दो फीसद कमीशन बैंक अधिकारियों को अलग से दिया जाता था। इन लोगों ने दो हफ्ते के भीतर 40 करोड़ के पुराने नोट जमा करा लिया था।

इसका पता उस समय चला जब दिल्ली पुलिस ने जांच के दौरान एक कार से तीन करोड़ 70 लाख रुपये के पुराने नोट मिले थे। इसके बाद ईडी ने इस मामले की मनी लांडिंग के तहत जांच शुरू की थी। आयकर विभाग अलग से इस मामले की जांच कर रहा है।

अब बिना पैन खरीदो 50 हजार तक की ज्वेलरी

नई दिल्ली। सरकार ने जूलर्स और जूलरी खरीदारों को राहत दी है। अब 50 हजार रुपये तक की जूलरी खरीदने के लिए पैन कार्ड की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया है।

उपभोक्ताओं को 50 हजार तक की जूलरी खरीदारी की सूचना सरकार को नहीं देनी पड़ेगी। जूलर्स और जूलरी खरीदारी को अब प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट 2002 (PMLA) से बाहर कर दिया गया है।

अब जूलर्स को अपने खरीदारों की जानकारी वित्तीय जांच एजेंसियों को नहीं देनी पड़ेगी। जूलर्स को यह आशंका थी कि PMLA के प्रावधानों को जूलरी खरीदारी पर लगाने से वैधानिक बिक्री भी प्रभावित हो सकती है।

कड़े केवाईसी प्रावधानों की वजह से जूलर्स सशंकित थे। सरकार ने 23 अगस्त को रत्न और आभूषण सेक्टर को भी PMLA के प्रावधानों के तहत ला दिया था।

सरकार को आशंका थी कि संदिग्ध तत्व इस कारोबार के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं। नोटबंदी के बाद से यह आशंका और भी मजबूत हुई थी। इनकम टैक्स ऐक्ट 2 लाख तक के किसी भी कैश सेल को बिना केवाईसी के करने की अनुमति देता है।

PMLA के प्रावधानों के तहत 50 हजार से अधिक की किसी भी कैश बिक्री को पैन, आधार, ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट कॉपी जैसे प्रूफ के बिना नहीं किया जा सकता है।

वर्ल्ड फूड इंडिया 2017: फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट्स के लिए औद्योगिक निवेश के प्रयास

वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 राज्य में फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र खासतौर से खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, कोल्ड स्टोरेज, पोस्ट हार्वेस्टिंग गतिविधियों से जुड़े उद्योगों और वेयर हाउस क्षमता बढ़ाने के क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने में सहायक होगा-उद्योग आयुक्त

जयपुर। उद्योग आयुक्त कुंजी लाल मीणा ने कहा है कि वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 के माध्यम से राजस्थान में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के लिए औद्योगिक निवेश के कारगर प्रयास किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित करने का महत्वपूर्ण अवसर है और रीको, बीआईपी, कृषि, बागवानी, डेयरी, उद्योग, कृषि विपणन आदि संबंधित विभागों को ठोस प्रस्तावों व तैयारियों के साथ आगे आना होगा।

उद्योग आयुक्त मीणा शुक्रवार को उद्योग भवन में वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 की तैयारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड फूड इण्डिया में राजस्थान पार्टनर स्टेट के रुप में हिस्सा ले रहा है।

वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 का आयोजन भारत सरकार के खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा 3 नवंबर से दिल्ली में किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 राज्य में फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र खासतौर से खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, कोल्ड स्टोरेज, पोस्ट हार्वेस्टिंग गतिविधियों से जुड़े उद्योगों और वेयर हाउस क्षमता बढ़ाने के क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने में सहायक होगा।

आयुक्त उद्योग कुंजी लाल मीणा ने रीको, बीआईपी, कृषि व संबंधित विभाग और उद्योग विभाग के अधिकारियों की टीम बनाने के निर्देश दिए जो राजस्थान में उपलब्ध संभावनाओं व सुविधाओं से निवेशकों से रुबरु हो सके।

उन्होंने राजस्थान की खाद्य प्रसंस्करण व इससे जुड़ी संभावनाओं व भूमि और अन्य सुविधाओं का समावेश करते हुए लिटरेशर भी तैयार करने को कहा।

बीआईपी आयुक्त टीना कुमार ने बताया कि परस्पर समन्वय से आवश्यक तैयारियां की जा रही है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार द्वारा वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 के आयोजन के लिए सीआईआई को इवेंट पार्टनर व केपीएमजी को नोलेज पार्टनर बनाया गया है।

सीआईआई के प्रतिनिधि ने रोड़ शो की तैयारियों की जानकारी दी। अतिरिक्त निदेशक उद्योग  एलसी जैन को नोडल अधिकारी बनाया गया है।

बैठक में सीआईआई के नितिन गुप्ता, रीको के आरके गुप्ता व किशोर गुप्ता, कृषि विभाग, केपीएमजी, बीआईपी, उद्योग व संबंधित विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

भामाशाह अनाज मंडी में नए धान की आवक शुरू

कोटा। भामाशाह अनाज मंडी में शुक्रवार को माल की आवक 25 हजार बोरी की रही । लहसुन की आवक 5000 हजार कट्टे की रही और नई धान की आवक 1000 बोरी की रहीं । उड़द 50 चना 200 रुपए प्रति क्विंटल मंदा रहा।
गेहूं मिल 1500से 1531 लोकवान 1600से 1700 पीडी 1650 से 1700 टुकडी 1600 से 1700 रुपए प्रति क्विंटल। 

धान सुगंधा नया 2400 से 2600 पूसा4 (1121) 2500 से 3100 धान (1509) 2500 से 2900 रुपए प्रति क्विंटल। सोयाबीन 2500 से 2831 सरसो 3200 से 3451 तिल्ली 5000 से 7000 रुपए प्रति क्विंटल। मैथी 2000 से 2400 धनिया बादामी 3400 से 3700 ईगल 3800 से 3900 रंगदार 4000 से 5000 मूंग 3500 से 4100 उडद नया 3000 से 4050 रुपए प्रति क्विंटल।

चना 5000से 5300 चना काबुली 7000 से 10500 चना पेपसी 4800 से 5800 चना मौसमी 4800 से 5800 मसूर 3500 से 4000 रुपए प्रति क्विंटल। ग्वार 2500से 3050 मक्का 1000 से 1200 जौ 1100 से 1200 ज्वार 1300 से 2000 रुपए प्रति क्विंटल। । लहसुन 800 से 4000 रुपए प्रति क्विंटल।

जीएसटी में छोटे कारोबारियों को जेटली ने दिया दिवाली का तोहफा

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कंपोजिशन स्कीम का दायरा बढ़ा दिया है। इस स्कीम में अब एक करोड़ तक के टर्नओवर वालों को भी शामिल कर लिया गया है

नई दिल्ली। जीएसटी लागू होने के बाद से लगातार आलोचना का शिकार हो रही केंद्र सरकार ने शुक्रवार को दिवाली गिफ्ट दिया। जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी के तहत कई तरह की छूटों की घोषणा की। इन छूटों से छोटे कारोबारियों, निर्यातकों और उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलने की उम्मीद है।

एक्सपोर्टर्स का फंसा हुआ पैसा मिलेगा
वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद में एक्सपोर्टर्स की समस्या पर विचार हुआ। जीएसटी लगने की वजह से एक्सपोटर्स का क्रेडिट काफी ब्लॉक हो रखा है, जिसका असर उनकी कैश लिक्विडिटी पर पड़ा है। जेटली ने कहा कि इसका डेटा तो उपलब्ध है लेकिन तुरंत रीपेमेंट व्यवस्था धीरे-धीरे बन रही है।

उसमें थोड़ा समय लगेगा। ऐसे में तय हुआ है कि 10 अक्टूबर से जुलाई का और 18 अक्टूबर से अगस्त का रीफंड प्रोसेस करके एक्सपोटर्स को चेक से भुगतान कर दिया जाएगा। यह केवल अंतरिम व्यवस्था होगी।

कंपोजिशन स्कीम : टर्नओवर एक करोड़ हुआ
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंझोले और छोटे कारोबारियों को राहत देते हुए कंपोजिशन स्कीम का दायरा बढ़ा दिया है। इस स्कीम में पहले 75 लाख के टर्नओवर वाले कारोबारी थे, अब इसे बढ़ाकर इसमें एक करोड़ तक के टर्नओवर वालों को भी शामिल कर लिया गया है।

जीएसटी के तहत इस स्कीम में 3 प्रकार के लोग आते हैं। पहला ट्रेडर्स जो एक फीसदी टैक्स देंगे, दूसरा मैन्युफैक्चरर्स जो दो फीसदी टैक्स देंगे और तीसरा रेस्तरां बिजनस वाले, जिन्हें 5 फीसदी टैक्स देना पड़ेगा। अब दायरा बढ़ जाने से तीनों तरह के कारोबारियों को राहत मिलेगी। सर्विसेज को इस स्कीम में शामिल नहीं किया गया है।

एसी रेस्तरां में सस्ता होगा खाना
जेटली ने बताया कि बैठक में एसी रेस्तराओं पर टैक्स की दरें कम करने का सवाल भी उठाया गया। इसके मद्देनजर, इन पर 18 फीसदी के बजाय 12 फीसदी की जीएसटी दर लागू करने पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। इसे लागू करने के तरीके पर विचार करने के लिए मंत्रियों के समूह (जीओएम) का गठन कर दिया गया है जो 20 दिन में अपनी रिपोर्ट देगा। लेकिन अगर दरें कम की गईं तो उन्हें इनपुट टैक्स क्रेडिट की सुविधा से हाथ धोना पड़ सकता है।

अब ये चीजें मिलेंगी सस्ती
जीएसटी काउंसिल ने कई वस्तुओं और सेवाओं पर टैक्स घटा दिया है। ऐसी करीब 27 चीजें है जिनपर राहत मिल गई है। स्लाइ्स ड्राइड मैंगो पर जीएसटी 12 से 5 फीसदी, खाखड़ा व प्लेन चपाती पर 12 से 5, बच्चों के पैकेज्ड फूड पर 12 से 5, अनब्रैंडेड नमकीन पर 12 से 5, अनब्रैंडेड आयुर्वेदिक दवाओं पर जीएसटी 12 से 5 फीसदी कर दी गई है।

इसके अलावा प्लास्टिक, रबर वेस्ट पर जीएसटी 18 से 5 फीसदी जबकि पेपर वेस्ट पर 12 से 5 फीसदी कर दी गई है। मार्बल और ग्रेनाइट को छोड़कर दूसरे स्टोन, स्टेशनरी, डीजल इंजन के पार्ट्स पर जीएसटी 28 से 18 फीसदी कर दी गई है। ईवेस्ट पर जीएसटी 28 से 5 फीसदी कर दी गई है। सर्विसेज में जरी के काम और आर्टिफिशल जूलरी पर जीएसटी 12 से 5 फीसदी कर दी गई है।

बैठक के बाद वित्त मंत्री ने किए ये ऐलान
– पहले 50,000 रुपये से ऊपर की ज्वेलरी खरीदारी पर पेन दिखाना जरुरी था। लेकिन जीएसटी में बदलाव के बाद अब 2 लाख से ऊपर की ज्वेलरी खरीद पर पैन दिखाना जरुरी कर दिया गया है।  
– जीएसटी के तहत अभी तक कारोबारी हर महीने रिटर्न फाइल कर रहे हैं। लेकिन अब हर 3 महीने में रिटर्न फाइल करने की व्यवस्था पर सहमति बन गई है। 1.5 करोड़ रुपये टर्नओवर पर हर 3 महीने में रिटर्न भरनी होगी। बैठक के बाद वित्त मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि डेढ़ करोड़ रुपये सालाना कारोबार करने वाले व्यावसायी अब मासिक के बजाय तिमाही रिटर्न दाखिल कर सकते हैं।
– कंपोजिशन स्कीम के तहत ट्रेडिंग करने वाले लोग अब 1 फीसदी टैक्स देंगे। मैन्युफैक्चरिंग करने वाले 2 फीसदी टैक्स देंगे। रेस्टोरेंट बिजनस वालों को 5 प्रतिशत टैक्स देना होगा। 
– नियार्तकों के लिये ई-वॉलेट एक अप्रैल 2018 से शुरू होगा 
– जुलाई एक्सपोर्ट्स के रिफंड चेक 10 अक्टूबर तक प्रोसेस कर दिए जाएंगे। अगस्त एक्सपोर्ट्स के रिफंड चेक 18 अक्टूबर तक प्रोसेस कर दिए जाएंगे। 
– अब एक ही फॉर्म से जीएसटी फाइल की जा सकेगी. साथ ही रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म को मार्च 2018 तक स्थगित कर दिया गया है। 

छोटे कारोबारियों और जूलर्स को बड़ा तोहफा

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डेढ़ करोड़ तक के टर्नओवर वाले कारोबारियों को हर महीने रिटर्न दाखिल करने से छूट, 3 महीने में दाखिल करना होगा रिटर्न, GST काउंसिल का बड़ा फैसला 

नई दिल्ली। जीएसटी परिषद की बैठक के बाद छोटे कारोबारियों और जूलर्स को राहत दी गई है। जीएसटी परिषद ने शुक्रवार को डेढ़ करोड़ तक के टर्नओवर वाले कारोबारियों को हर महीने रिटर्न दाखिल करने से छूट दे दी है। अब कारोबारियों को तीन महीने पर रिटर्न दाखिल करना होगा। इसके अलावा एक और बड़ा फैसला लेते हुए रत्न और गहनों को जीएसटी नोटिफिकेशन के दायरे से बाहर कर दिया गया है। अब इसके लिए नया नोटिफिकेशन लाया जाएगा।

जीएसटी में तकनीकी समस्याओं को सुलझाने के लिए बनाए गए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GoM) के मुखिया सुशील मोदी ने ट्वीट कर जानकारी दी है। बैठक खत्म होने के बाद सुशील मोदी ने ट्वीट कर बताया कि कंपाउंडिंग स्कीम के तहत भी 75 लाख टर्नओवर की सीमा को बढ़ाकर एक करोड़ कर दिया गया है। ऐसे कारोबारी 3 महीने पर कुल बिक्री का एक फीसदी टैक्स जमाकर विवरण दाखिल कर सकेंगे।

कंपाउंडिंग डीलरों को दूसरे राज्यों में माल बेचने का अधिकार और इनपुट सब्सिडी का लाभ देने के लिए 5 सदस्यीय मंत्री समूह के गठन का फैसला हुआ है। सुशील मोदी ने ट्वीट में लिखा है कि रिवर्स चार्ज की व्यवस्था को अगले साल 31 मार्च तक स्थगित कर दिया गया है।

इसके तहत पहले रजिस्टर्ड करदाताओं को अनरजिस्टर्ड आपूर्तिकर्ता से माल खरीदने पर टैक्स देना पड़ता था। अब 31 मार्च तक इससे राहत दे दी गई है। इसके अलावा एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक जूलर्स को भी राहत दी गई है। सरकार ने रत्न और गहनों को जीएसटी नोटिफिकेशन के दायरे से बाहर कर दिया गया है। अब इसके लिए विचार करने के बाद अलग से नोटिफिकेशन लाया जाएगा।