नई दिल्ली। नोटबंदी के दौरान बैंकों ने सबसे ज्यादा खाते खोले। आठ सरकारी बैंकों में दो महीने के दौरान 1 करोड़ 23 लाख 21 हजार 528 खाते खोले गए। आरटीआई के तहत मिली जानकारी से यह खुलासा हुआ है। 20 सरकारी बैंकों से पिछले दो साल में हर महीने खोले विभिन्न खातों की संख्या पूछी गई थी। आठ ने यह संख्या बताई।
इनमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, इंडियन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सिंडीकेट बैंक और देना बैंक शामिल हैं। करीब 200 पेज के दस्तावेजों से स्पष्ट है कि गत वर्ष नवंबर और दिसंबर में बाकी महीनों की तुलना में सबसे ज्यादा जनधन, बचत और करंट अकाउंट खोले गए।
इन बैंकों ने नहीं दी पूरी जानकारी
केनरा बैंक, एसबीआई, कॉर्पोरेशन बैंक, आईडीबीआई, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, यूनाइटेड बैंक, इलाहाबाद बैंक ने संसाधनों के अधिक उपयोग और समय की खपत का हवाला देकर मांगी गई जानकारी नहीं दी। आंध्रा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और विजया बैंक ने अधूरी जानकारी दी। पंजाब एंड सिंध बैंक, यूको बैंक ने जवाब ही नहीं दिया।
({बचत, करंट और जनधन खातों का जोड़। यूनियन बैंक, इंडियन बैंक, देना बैंक, सेंट्रल बैंक ने जनधन खातों की जानकारी नहीं दी। सिंडीकेट बैंक और सेंट्रल बैंक ने सेविंग अकाउंट की जानकारी नहीं दी।)
एसबीआई समेत 12 बैंकों ने नहीं बताई खातों की संख्या
2016 के आखिरी 6 माह में आठ बैंकों में खोले खाते
महीना खाते
जुलाई 4085283
अगस्त 5573556
सितंबर 4443344
अक्टूबर 3566588
नवंबर 3132557
दिसंबर 9188971