Monday, October 7, 2024
Home Blog Page 4603

ट्रक मालिक सोमवार को करेंगे चक्का जाम, पेट्रोल पंप 13 को रहेंगे बंद

0

13 अक्टूबर को देशभर के 54000 पेट्रोल पंप बंद रहेंगे, वहीं ट्रक मालिकों और संचालकों ने 36 घंटों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया, जो नौ अक्टूबर को सुबह आठ बजे से शुरू होगी

नई दिल्ली। आम लोगों की मुश्किलें सोमवार से बढ़ सकती है क्योकि देशभर के पेट्रोल पंप मालिकों ने हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पेट्रोल पंप मालिक हड़ताल पर जाने की ऐलान किया है।

वहीं ट्रक मालिकों और संचालकों ने शनिवार को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत विघटनकारी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया और नए अप्रत्यक्ष कर के तहत डीजल को लाने की मांग की।

 शुक्रवार 13 अक्टूबर को देशभर के 54000 पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। ये लोग अपनी कई मांगों को लेकर एक दिन के हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। ट्रक मालिकों और संचालकों ने 36 घंटों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया, जो नौ अक्टूबर को सुबह आठ बजे से शुरू होगी।

कलकत्ता गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभात कुमार मित्तल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, जीएसटी लागू होने के बाद परिवहन व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस और अन्य ट्रांसपोर्ट एसोसिएशनों ने दो दिनों की सांकेतिक राष्ट्रीय हड़ताल का आह्वान किया है, जो नौ अक्टूबर (सोमवार) को सुबह आठ बजे से शुरू होगी और 10 अक्टूबर को शाम आठ बजे खत्म होगी। हम भी इसका समर्थन करते हैं।

उन्होंने कहा कि जीएसटी के तहत विभिन्न नीतियों के कारण सड़क परिवहन क्षेत्र में बहुत भ्रम और विघटन पैदा हुआ है।  उन्होंने कहा, डीजल मूल्य में अत्यधिक वृद्धि और कीमतों में रोजाना उतार-चढ़ाव सड़क परिवहन क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है।

डीजल और टोल पर किया जानेवाला खर्च ट्रक के परिचालन खर्च के 70 फीसदी से भी अधिक है, जबकि डीजल को ही जीएसटी के अंतर्गत नहीं रखा गया है।

डीजल को जीएसटी के अंतगर्त लाना आवश्यक है, ताकि देश में एक कीमत पर डीजल की बिक्री हो। ट्रांसपोर्टर्स ने यह मांग भी की कि डीजल की कीमतों की समीक्षा तिमाही आधार पर होनी चाहिए।

नोटबंदी, जीएसटी का इकोनॉमी पर अच्छा असर पड़ा – जेटली

नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान, नोटबंदी और जीएसटी के लागू करने से इकोनॉमी पर अच्छा प्रभाव पड़ा है।

इससे देश के अंदर टैक्स अनुपालन बढ़ाने और नकदी को कम करने में भूमिका निभाई है। जेटली ने ये बयान अमेरिका की एक हफ्ते की यात्रा पर जाने से पहले दिया। 

अमेरिका यात्रा से पहले बर्कले इंडिया कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि केंद्र सरकार के इन कदमों का जनता ने भी समर्थन किया है। 

जेटली ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इकोनॉमी में एक बार फिर से ग्रोथ दिखेगी, क्योंकि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारी जनसंख्या ही ज्यादा नहीं है, बल्कि सबसे ज्यादा युवा आबादी है।

जेटली अमेरिका के कॉर्पोरेट लीडर्स से न्यूयॉर्क और बोस्टन में मुलाकात करेंगे। इसके बाद आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक की वाशिंगटन में होने वाली सालाना बैठक में हिस्सा लेंगे।

जेटली ने कहा कि युवा आबादी के साथ यह अवधारणा भी बन रही है कि उनकी जरूरतों को पूरा नहीं किया जा रहा। जेटली ने कहा कि इसकी वजह ये भी है कि वे अब अधिक से अधिक आकांक्षी हो रहे हैं।

इसलिए हमारे पास इसके लिए अधिक समय नहीं है। वित्त मंत्री ने कहा कि यदि अगले एक-दो दशक में भारत को उच्च आर्थिक समूह वाले देशों में शामिल होने की चुनौती पूरी करनी है, तो हमें अधिक तेज रफ्तार से बढ़ना होगा। 

RBI ने ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स पर लगाई पाबंदियां

नई दिल्ली । भारतीय रिजर्व बैंक ने अत्यधिक फंसे कर्ज (एनपीए) होने की वजह से ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) के खिलाफ त्वरित सुधारात्मक कदम (पीसीए) उठाये हैं। इसके तहत नया कर्ज और लाभांश देने पर प्रतिबंध समेत कई पाबंदियां लगाई गई हैं।

ओबीसी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में जानकारी दी है कि आरबीआइ ने ज्यादा एनपीए होने के कारण उसके विरुद्ध त्वरित सुधारात्मक कदम उठाए हैं। हालांकि उसका कहना है कि इस कार्रवाई से उसके प्रदर्शन पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। वह जोखिम प्रबंधन, एसेट क्वालिटी, लाभप्रदता और कार्यकुशलता में सुधार के लिए प्रयास करता रहेगा।

बीते जून में बैंक का एनपीए उसके कुल कर्जो के मुकाबले 9.56 फीसद तक पहुंच गया है। एक साल पहले एनपीए 8.11 फीसद था। आरबीआइ ने आइडीबीआइ बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूको बैंक के भी खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई शुरू की है।

आरबीआइ ने अप्रैल में पीसीए में कुछ नये प्रावधान जोड़ते हुए इसके नियम जारी किये थे। इसमें एक प्रावधान यह भी जोड़ा गया कि अगर बैंक की स्थिति में सुधार नहीं होता है तो या तो उसका विलय कर दिया जाएगा या किसी अन्य बैंक द्वारा अधिग्रहण कर लिया जाएगा।

ओबीसी ने जून में समाप्त तिमाही में 486.20 करोड़ रुपये शुद्ध घाटा होने की जानकारी दी थी। आय में कमी और फंसे कर्जो के लिए ज्यादा पैसा निकालने की वजह से घाटे की स्थिति बनी। बैंक का कुल कर्जो के मुकाबले कुल एनपीए बढ़कर 14.83 फीसद तक पहुंच गया जबकि पिछले साल यह 11.45 फीसद था।

एनपीए ज्यादा होने के कारण उसे जून में समाप्त तिमाही के दौरान 1591.48 करोड़ रुपये निकालने पड़े। पिछले साल उसने 1147.49 करोड़ रुपये निकाले थे। शुक्रवार को ओबीसी का शेयर बीएसई में 1.31 फीसद की तेजी के साथ 123.50 रुपये पर बंद हुआ।

रेलवे में वीआईपी कल्चर पर करारा प्रहार, स्टाफ से घरेलू कामकाज पर रोक

0

नई दिल्ली। एक के बाद एक हादसों के बीच रेलवे में मौजूद वीआईपी कल्चर पर करारा प्रहार किया गया है। रेलवे ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से घर और कार्यस्थल पर मेहनत करने को कहा है।

अभूतपूर्व फैसले के तहत मंत्रालय ने 36 साल पुराने उस प्रोटोकॉल को खत्म कर दिया है, जिसके तहत रेलवे बोर्ड चेयरमैन और बोर्ड मेंबर्स के जोनल विजिट के दौरान जनरल मैनेजर्स को उनके आगमन और विदाई पर प्रस्तुत होना पड़ता था।

इसके साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों से दो टूक कह दिया गया है कि अब वे स्टाफ से घरेलू कामकाज कराना तुरंत बंद कर दें। मंत्रालय के कामकाज में बड़े परिवर्तन के तहत रेलवे बोर्ड ने 1981 के सर्कुलर को खत्म करने का फैसला किया, जिसके तहत ऐसे प्रोटोकॉल जरूरी किए गए थे।

28 सितंबर के अपने आदेश में मंत्रालय ने कहा कि रेलवे बोर्ड चैयरमैन और दूसरे मेंबर्स के विजिट के दौरान एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर प्रोटोकॉल को लेकर लागू गाइडलाइन और आदेश को त्वरित प्रभाव से खत्म किया जा रहा है।

रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा कि कोई भी अधिकारी बुके या गिफ्ट नहीं लेगा। वरिष्ठ अधिकारियों को ना केवल कार्यस्थल पर नए आदेश का पालन करने को कहा गया है, बल्कि सभी वरिष्ठ अधिकारियों से उन रेलवे कर्मचारियों को मुक्त करने को कहा है जो अभी उनके घरेलू कामकाज में लगाए गए थे।

बताया जाता है कि करीब 30,000 ट्रैकमैन वरिष्ठ अधिकारियों के घरों में काम करते हैं। उन्हें तुरंत ड्यूटी जॉइन करने को कहा गया है। मंत्रालय में मौजूद सूत्रों के मुताबिक, पिछले एक महीने में करीब 6000-7000 कर्मचारी काम पर लौट चुके हैं।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘बहुत विशेष परिस्थिति के अलावा किसी को छूट नहीं दी जाएगी। हम उम्मीद कर रहे हैं कि सभी स्टाफ जल्द ही काम पर लौट जाएंगे।’ रेलमंत्री पीयूष गोयल ने अधिकारियों से यह भी कहा है कि आरामदेह सैलून और एग्जिक्युटिव क्लास को छोड़कर वे स्लीपर और एसी-3 क्लास में सफर करें।

कवियों ने बाबाओं के गिरते स्तर पर किया कटाक्ष, देखिए वीडियो

कमल यदुवंशी
कोटा। नगर निगम कोटा की ओर से आयोजित राष्ट्रीय दशहरा मेला 2017 के उपलक्ष में विजयश्री रंगमंच पर शनिवार को अखिल भारतीय राजस्थानी कवि सम्मेलन में कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा।

प्रदेशभर से आए कवियों ने अपनी रचनाओं में कभी हंसाया तो कभी देश की स्थिति पर सोचने को मजबूर कर दिया। संतों, बाबाओं व राजनीति के गिरते स्तर पर भी जमकर कटाक्ष किए। इस दौरान दर्शक दीर्घा तालियों की गडगडाहट से गूंजता रहा।

कार्यक्रम संयोजक व मेला समिति सदस्य नरेंद्र हाड़ा ने बताया कि अतिथि विधायक पीपल्दा विधायक विद्याशंकर नंदवाना, अध्यक्षता कर रहे कोटा विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. पीके दसौरा, बीएसएन अकेदमी के निदेशक महावीर विजय, एसआर ग्रुप के निदेशक आनंद राठी, एलबीएस के कुलदीप माथुर ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।

कवि देशबंधु दाधीच ने थू सुण ले पाकिस्तान मान ले म्हारी बात ने… सुनाकर पाकिस्तान पर निशाना साधा। जोश से जोहर री गाथा खेग्या बूंदी हाळा…।

कवि डॉ. अंबिकादत्त चतुर्वेदी ने नुंगरो होयो वोट म खड़ो अर नुंगरो जाण सभी पेतरा…कोई चाहे जस्याई लड़े जीतैगो नुगराई देखज्यो भल्याई वोट कोई का पड़े…ने देश की वर्तमान राजनीति पर खूब कटाक्ष किए।

बाबू बंजारा ने गांधी बाबा पाछो आजा देख दशा आजादी की….छोरा छोरी घणा बगडरिया देखो मार छ मिस कॉल…. रचना सुना मोबाइल के दुरूपयोग व देश की स्थिति पर कटाक्ष किया।

कवि राजेंद्र पंवार ने नकटा म नकटो घणो नीच पाकिस्तान छह पण थ्हारे लेखे एक घणों म्हाको राजस्थान छह….कवि विश्वामित्र दाधीच ने आओ मिलकर राजस्थानी इस माटी को नमन करा….कवि बाबू बंजारा ने सुन ले सुन ले नवाज उंची मत कर तू आवाज…सुनाकर पाकिस्तान के खिलाफ माहौल बना दिया।

पांडाल भारत माता के जयकारों से गूंज उठा। कवि दुर्गादान सिंह गौड़, कैलाश मण्डेला, राजकुमार बादल, गौरस प्रचण्ड, प्रेम षास्त्री, भूपेंद्ऱ, मुरलीधर गौड़ आदि ने काव्य पाठ किया। संचालन मुकुट मणिराज ने किया।

राजस्थान कवि रत्न से नवाजा
मंच से कवि मुकुट मणिराज को नगर निगम की ओर से राजस्थान कवि रत्न से नवाजा गया। महापौर महेश विजय, मेला अध्यक्ष राममोहन मित्रा व निगम अधिकारियों व मेला समित सदस्यों ने यह रत्न दिया। इस मौके पर कोटा एजुकेशन डवलपमेंट फॉर्म की ओर से 15 हजार की राशि भी दी गई।

राजस्थान के सरकारी दफ्तरों में सिक्स डे वीक जल्द ही : वसुंधरा

मौजूदा समय में पांच दिन का सप्ताह महज चार दिन का रह गया है, दफ्तरों में शुक्रवार दोपहर से सोमवार दोपहर तक ज्यादातर कर्मचारी नहीं मिलते

अजमेर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि सरकारी दफ्तरों में अब जल्द ही सिक्स डे वीक शुरू होगा। मौजूदा समय में पांच दिन का सप्ताह महज चार दिन का रह गया है। हालत ये है कि दफ्तरों में शुक्रवार दोपहर से सोमवार दोपहर तक ज्यादातर कर्मचारी नहीं मिलते।

इससे जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है। वे अजमेर जिले के दौरे के दौरान किशनगढ़ में सर्व समाज के प्रतिनिधियों से रूबरू थीं। उन्होंने कहा कि सरकार वेतनभत्तों और सुविधाओं को और बेहतर कर रही है। बावजूद इसके ज्यादातर कर्मचारी काम नहीं कर रहे हैं।

राजे ने कहा कि अगर कर्मचारी हड़ताल पर जाएं तो जनता भी खड़ी हो जाए तो फिर डरने की जरूरत नहीं है। जनता सही का साथ दे। सरकार जनता की परेशानी समझ रही है, इसलिए जल्द ही दफ्तरों में अब हफ्ते में छह दिन काम होगा।

किशनगढ़ एयरपोर्ट के उद्घाटन की तारीख 11 को तय होगी
उन्होंने कहा कि, राज्य सरकार ने अब तक किशनगढ़ में 700 करोड़ रुपए के विकास कार्य कराए हैं। किशनगढ़ एयरपोर्ट के उद्घाटन के बारे में उनका कहना था कि इसके उद्घाटन की तिथि 11 अक्टूबर को केंद्र सरकार से बातचीत के बाद तय होगी। 

टोल और जीएसटी की समस्या को केंद्र तक पहुंचाएंगे
मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान व्यापारियों ने जीएसटी का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि जीएसटी मामले में जो संकट है उस बारे में जानकारी है।

बजट का जो बी-पार्ट है जिससे सरकार को राजस्व मिलता है वह अब केंद्र सरकार का पार्ट है। इस बारे में सबके साथ मिलकर केंद्र सरकार से बात की जाएगी।

वहीं नेशनल हाइवे पर लगने वाले टोल को लेकर लोगों की परेशानियों के संबंध में भी केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से चर्चा की जाएगी।

जमीन के लिए किसानों का ऐसा सत्याग्रह पहले कभी नहीं देखा होगा

1350 बीघा जमीन अवाप्त करने के खिलाफ गर्दन तक जमीन में धंसे इन किसानों ने अन्न त्याग दिया, फिर भी सरकार नहीं पसीजी 

जयपुर। जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से नींदड़ गांव में खेती की 1350 बीघा जमीन अवाप्त करने के खिलाफ किसानों ने शनिवार को अन्न त्याग दिया।

जेडीए कमिश्नर वैभव गालरिया की ओर से कलेक्टर के जरिए दुबारा सर्वे करवाने के वादे से मुकर जाने के बाद किसानों ने जमीन समाधि सत्याग्रह तेज कर दिया है और गुस्साए बुजुर्ग किसानों व महिलाओं ने अपने शरीर को गर्दन तक दबा लिया है। इससे कई किसानों की तबीयत बिगड़ गई। 

– पिछले पांच दिनों से किसान जमीन समाधि सत्याग्रह कर रहे हैं। इनमें कई बुजुर्ग किसान हैं।ब्लड प्रेशर, हार्ट व डायबिटीज की दिक्कत के बावजूद किसानों ने जमीन समाधि ली है। किसान जमीन को अपनी जिंदगी का मकसद मान संघर्ष कर रहे हैं।

किसानों का आंदोलन तेज हो जाने व भूख हड़ताल के बावजूद जेडीए व प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली है। इससे आसपास के किसानों व लोगों में भी आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

जेडीसी टालते रहे
– किसानों का कहना है कि पहले यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने बुलाकर जेडीसी वैभव गालरिया से मामले का समाधान करवाने का आश्वासन दिया। जेडीसी दो दिन तक मामले को टालते रहे।

फिर गुरुवार को बुलाकर कलेक्टर के जरिए जमीन व आबादी का दुबारा सर्वे करवाने का आश्वासन दिया, लेकिन शुक्रवार को दिनभर जेडीए के अफसर कलेक्टर के वार्ता मामले में गुमराह करते रहे। किसानों के साथ जेडीए छल-कपट कर रहे हैं।

यह है किसानों की मांगे
– सर्वे के लिए समन्वय समिति गठित हो। समिति में जेडीए अफसर, जनप्रतिनिधि व संघर्ष समिति में प्रतिनिधि शामिल हों।
– एक ढाणी व कॉलोनी का दुबारा सर्वे हो
– परिवार की न्यूनतम आवश्यकता रिपोर्ट बनाई जाए।
– मकान की स्थिति व नुकसान की रिपोर्ट तैयार हो।
– योजना से प्रभावितों की आर्थिक स्थिति का आकलन तथा अवाप्ति से उनके जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव का आंकलन हो।

यह है मामला
– जेडीए सीकर रोड स्थित नींदड़ गांव में 1350 बीघा जमीन पर आवासीय कॉलोनी ला रहा है। जेडीए ने 16 सितंबर को कॉलोनी का एंट्री गेट निकालने के लिए सीकर रोड की तरफ 15 जमीन का कब्जा लेते हुए सड़क बना दी थी, लेकिन दो दिन बाद अवाप्ति से प्रभावित लोग एकजुट होकर आंदोलन शुरु कर दिया और नई सड़क को ही खोद दिया।

-इसके बाद लगातार धरना- प्रदर्शन चल रहा है। जेडीए ने सड़क खोदने वालों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई है, लेकिन लोगों के आक्रोश के कारण अभी तक मौके पर नहीं गए हैं।

– अब तक करीब 500 बीघा जमीन पर जेडीए का मालिकाना हक हो गया है। वहीं 700 बीघा जमीन किसानों के पास ही है तथा लोगों ने मुआवजा भी नहीं लिया है।

-आवासीय स्कीम के एंट्री पॉइंट की 15 बीघा जमीन का मुआवजा देने के लिए जेडीए ने नोटिस जारी कर दिए थे, लेकिन लोगों ने मुआवजा नहीं लिया। जेडीए ने मुआवजा कोर्ट में जमा करवा दिया।

रक्तदाता राजीव ने डेंगू रोगी को एबी नेगेटिव एसडीपी दिया

0

कोटा। आज टीम रक्तदाता ने एक गम्भीर डेंगू मरीज को दुर्लभ रक्त ए बी नेगेटिव की एसडीपी तत्काल उपलब्ध करवाकर रोगी को राहत पहुंचाई ।

रक्तदाता टीम के संयोजक नीरज सिंह व सदस्य कुशाल जैन व हरजिंदर सिंह ने बताया कि सुबह फोन पर सूचना मिली कि डेंगू रोगी की प्लेटलेट्स 6000 रह गई है। नेगेटिव ग्रुप होने से एसडीपी मिलना मुश्किल हो गया। परिजन दिन भर नेगेटिव रक्त के लिए परेशान होते रहे।

ऐसे में टीम का फोन मिलने पर राजीव अग्रवाल पत्नी नीलिमा अग्रवाल के साथ अस्पताल पहुंचे। पत्नी ने उनका मनोबल बढ़ाते हुए डेंगू रोगी को एबी नेगेटिव की एसडीपी देने के लिए राजी किया।

उन्होंने कहा कि करवा चौथ पर उपवास कर वे पति के दीर्घायु होने की कामना करेगी। नेगेटिव रक्तदान करने पर उन्हें गर्व है।

एसडीपी के मुस्तैद है टीम रक्तदाता
सांगोद निवासी रोगी घनश्याम सुमन 3 दिन पहले ओपेरा हॉस्पिटल में डेंगू के इलाज के लिए भर्ती हुए और परिजन 2 दिन से दुर्लभ ए बी नेगेटिव ग्रुप के प्लेटलेट्स के लिए परेशान हो रहे थे।

टीम रक्तदाता से उन्होंने संपर्क किया, इसके बाद टीम के सदस्यों ने तुरंत सुधा ब्लड बैंक में उनके लिए व्यवस्था करवाई। रक्तदाता राजीव अग्रवाल व नीलिमा अग्रवाल दोनों प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं।

टीम प्रभारी नीरज सिंह ने बताया कि टीम के सदस्यों ने पिछले 3 माह में शहर के प्रमुख ब्लड बैंकों में एसडीपी रक्तदान करने का कीर्तिमान बनाया। नेगेटिव रक्त मिल जाने से कई मरीज़ों को जीवनदान मिल सका। वे 24 घन्टे रक्तदान सेवाएं दे रहे हैं।

त्योहारी मांग से पिछले दो दिन में सोना 175 रुपए महंगा

नई दिल्ली/कोटा।  शनिवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिला है। आज के कारोबार में सोना 100 रुपए बढ़कर 30,550 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ है। शुक्रवार को सोना 75 रुपए बढ़कर 30,450 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं गुरुवार को सोना 225 रुपए लुढ़ककर 30,375 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था।

सोने की कीमत में आई इस तेजी की वजह घरेलू हाजिर बाजार में ज्वैलर्स की ओर से तेज मांग को बताया जा रहा है। वहीं चांदी की कीमत में भी तेज उछाल देखने को मिला है। चांदी 500 रुपए मजबूत होकर 40,600 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई है। इसकी प्रमुख वजह औद्योगिक इकाई और सिक्का निर्माताओं की ओर से तेज उठान को माना जा रहा है।

व्यापारी वर्ग का मानना है कि मजबूत वैश्विक संकेत के इतर घरेलू हाजिर बाजार में त्यौहारी सीजन की मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय आभूषण निर्माताओं की ओर से की गई ताजा खरीदारी ने सोने की कीमतों को तेज कर रखा है।
वैश्विक रूप से सोना बीते दिन न्यूयार्क एक्सचेंज में 1,276.10 डॉलर प्रति औंस के उच्च स्तर के साथ कारोबार कर बंद हुआ। वहीं चांदी भी 16.81 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर बंद हुई।

अगर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात करें तो 99.9 फीसद और 99.5 फीसद शुद्धता वाला सोना 100 रुपए बढ़कर 30,550 रुपए और 30,400 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। हालांकि आज गिन्ने के भाव 24,700 प्रति आठ ग्राम टुकडा पर बरकरार रहे हैं।

कोटा सराफा
चांदी 40100 रुपये प्रति किलो
सोना केटबरी 30500 रुपये प्रति 10 ग्राम, 35570 रुपये प्रति तोला।
सोना शुद्ध 30650रुपये प्रति 10 ग्राम, 35750 रुपये प्रति तोला।

भामाशाह अनाज मंडी में 40 हजार बोरी नई सोयाबीन की आवक

कोटा। भामाशाह अनाज मंडी में शनिवार को उड़द 250 चना 200 सरसो 50 धान 200 रुपए प्रति क्विंटल।
 मंदा रहा। माल की आवक 75हजार बोरी की रही । लहसुन की आवक13000 हजार कट्टे की रही । नई सोयाबीन की लगभग 40000 एवं नई धान की 2000 बोरी की आवक रहीं।

गेहूं मिल 1500 से 1531 लोकवान 1600 से 1700 पीडी 1650 से 1700 टुकडी 1600 से 1700 रुपए प्रति क्विंटल। धान सुगंधा 2000 से 2400 पूसा 1 2000 से 2400 पूसा4 (1121) 2000 से 2800 धान (1509) 2000 से 2600 रुपए प्रति क्विंटल।

सोयाबीन 2500 से 2771 सरसो 3200 से 3401 तिल्ली 5000 से 7000 रुपए प्रति क्विंटल। मैथी 2000 से 2500धनिया बादामी 3400 से 3800 ईगल 3800 से 4000 रंगदार 4500 से 5000 रुपए प्रति क्विंटल। मूंग 3500 से 4100उडद नया 2400 से 3800 चना 5000 से 5200 रुपए प्रति क्विंटल।

चना काबुली 7000 से 10500 चना पेपसी 4800 से 5800 चना मौसमी 4800 से 5800 मसूर 3500 से 4000 ग्वार 2500 से 3050 मक्का नई 1000 से 1200 जौ 1100 से 1200 ज्वार 1300 से 2000 रुपए प्रति क्विंटल।
लहसुन 800 से 4150 रुपए प्रति क्विंटल।