Tuesday, November 5, 2024
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शानदार स्वागत के बाद चेतन घर पहुंचे, मां ने कहा- हमारे लिए आज ही दिवाली

कोटा। मेरे लिए आज का दिन ही दिवाली है… आज सबसे बड़ा त्योहार है… मेरा बेटा सीने पर गोलियां खाकर जिंदा लौटा है, यह उसका पुनर्जन्म है। यह कहना है चेतन चीता की मां सुभद्रा देवी का।

शुक्रवार शाम जैसे ही चेतन खेड़ली फाटक अपने घर पहुंचे तो परिजनों और मोहल्लेवासियों ने दीपक जलाकर और पटाखे फोड़कर उनका स्वागत किया। सबसे पहले मां ने चीता की आरती उतारी, उनका मुंह मीठा करवाया और फिर विधि-विधान पूर्वक घर में प्रवेश करवाया। 

पिता रामगोपाल चीता ने भी बेटे चेतन की आरती उतारी। चेतन ने भी मां को प्रणाम किया और गले लगाया। मोहल्लेवासियों दोस्तों ने खुशी का इजहार करने के लिए करीब 15 मिनट तक आतिशबाजी की। पूरी गली को तिरंगे रंग के गुब्बारों से विशेष रूप से सजाया गया था। 

अपनी भतीजी को चूमकरआशीर्वाद देते हुए चीता

चीता ने घर में प्रवेश करने के बाद सबसे पहले अपनी तीन महीने की भतीजी मोक्षदा को चूमा। काफी देर तक चेतन मोक्षदा को निहारते रहे और फिर बोले- मेरी भतीजी बड़ी खूबसूरत है। चेतन ने उसे गोदी में लेने का प्रयास किया, लेकिन हाथ में चोट की वजह से वे नहीं ले पाए। उसकी टोपी हटाई और उसके सर पर हाथ फेरा। 

इससे पहले जिंदगी की जंग जीतने के बाद पहली बार कोटा आए सीआरपीएफ कमांडेंट चेतन चीता की शहरवासियों ने गर्मजोशी से अगवानी की। हर पहलू पर मीडियाकर्मियों कोचिंग स्टूडेंट्स से खुलकर बात की।

फ्लाइट लैंड होते ही गूंज उठे भारत माता के जयकारे
एयरपोर्ट पर 2:55 बजे जैसे ही उनकी फ्लाइट ने लैंड किया तो यहां पहले से मौजूद हुजूम ने भारत माता के जयकारे लगाने शुरू कर दिए।

चीता, उनकी पत्नी उमा सिंह, बेटा दुष्यंत और बेटी रिनय फ्लाइट से बाहर आए तो चीता के पिता रामगोपाल मां सुभद्रा ने उनकी अगवानी की।

लाउंज एरिया से बाहर आने के बाद भीड़ ने उन्हें घेर लिया और जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। यहां उनके लिए काफिला तैयार था, जिसमें खुली जीप, देशभक्ति के गाने बजाते डीजे शामिल थे। 

सोशल स्ट्रेंथ बढ़ाने से दूर होगा तनाव, चीता ने कोचिंग स्टूडेंट्स को दिए टिप्स

कोचिंग स्टूडेंट्स के बीच पहुंचे चीता,  तालियों के साथ किया स्वागत

कोटा। लोग मुझसे पूछते हैं कि इतनी गोलियां लगने के बाद आप कैसे बच गए, मैं उन्हें हंसते हुए जवाब देता हूं कि उनका निशाना ठीक नहीं था।’ जैसे ही कीर्ति चक्र से सम्मानित चेतन चीता ने यह बात कही तो पूरे पांडाल में बैठे हजारों कोचिंग स्टूडेंट्स तालियां बजाने लगे।

कोचिंग स्टूडेंट्स के बीच पहुंचे सीआरपीएफ कमांडेंट चेतन चीता ने स्टूडेंट्स की तरफ से पूछे गए सवालों के खुलकर जवाब दिए। बचपन की बातें सुनाई, पिता की डांट याद आई, पत्नी बच्चों के साथ होने वाली चर्चा और फौज में काम करने के दौरान आने वाली समस्याएं भी सार्वजनिक रूप से बयां की।

आप स्वस्थ हुए और अस्पताल से बाहर आते ही कहा-आई एम रॉकिंग, यह क्या था?

-यह मैंने मेरे जवानों को एक मैसेज दिया था। असल में फौज में कमांडिंग ऑफिसर का घायल होना बड़ी बात होती है। इसके मायने अलग होते हैं। इसका मतलब यह था कि उन्होंने मुझे फिजिकली इंजर्ड किया, लेकिन हौसले नहीं तोड़ पाए। मेरी हमारे अफसरों से बात हुई तो उनसे भी मैंने यही पूछा कि मुझे दोबारा कश्मीर कब भेज रहे हो।

निगेटिव सिचुएशन से बाहर कैसे निकलें?

-यह आपका जज्बा होता है। मेरी वाइफ अक्सर मेरी इस बात से नाराज रहती है कि मैं हर जगह फ्रंट पर पहुंच जाता हूं। लेकिन एक दिन बात कर रहे थे, तब मैंने वाइफ को बोला था कि कुछ भी हो जाए, मैं वापस जरूर आऊंगा।

जैसे फौजी मिशन पर रहते हैं, स्टूडेंट्स पर मिशन पर ही कोटा आते हैं, उन्हें क्या कहेंगे?

कोचिंग छात्राएं चीता का तालियां बजाकर स्वागत करती हुईं।

-मैं तो खुद पढ़ाई से बहुत भागता था। फादर बहुत कहते थे कि पढ़ाई पर कांसन्ट्रेट करो, लेकिन मेरा झुकाव स्पोर्ट्स पर ज्यादा था।

आपको आश्चर्य होगा 12वीं तक मुझे यह नहीं पता था कि बीए, बीएससी या बीकॉम क्या होता है? इन्हें पढ़ने के बाद क्या करियर होते हैं। मैंने फौज में हर सिचुएशन में काम किया।

आप खुद देखिए, मैंने कभी लाइफ में ऐसा प्लान नहीं किया था कि आप लोग इस तरह मेरा स्वागत करेंगे। लेकिन, मैं कर्म करता गया और शोहरत मिलती गई। बस इतना ही कहूंगा कि कर्म किए जाओ।

आप भी घर से दूर रहते हो, कोचिंग करने आए बच्चे भी घर से दूर हैं, कैसे मैनेज करते हो?

-हम लोगों की एक साल की हार्ड ट्रेनिंग होती है। उसमें सबकुछ सिखाया जाता है। हमारे सीनियर बोलते थे कि आपने अब तक जीवन में जो सीखा है, उस हार्ड डिस्क को फॉरमेट करेंगे, अब नई स्टार्ट करेंगे। यही आपके साथ भी है, आप पक्का सफल हो जाओगे।

फौजी सरहद पर रहते हैं, तनाव तो जरूर होता होगा, कैसे बाहर निकल पाते हैं?

-आप लोगों ने कोबरा टीम का नाम सुना है…। मैं पहले उसी में था। महाराष्ट्र के गढ़ चिरौली में नक्सली एरिया में मेरी पोस्टिंग थी। वहां मलेरिया की बड़ी समस्या होती थी। हैडक्वार्टर से 250 किमी तक हमारे जवान तैनात रहते थे। जब कोई जवान मलेरिया का शिकार होता था तो उसे वहां से निकालकर लाना चुनौतीपूर्ण होता था।

क्योंकि गाड़ी भेजने पर आईईडी ब्लॉस्ट या हमले का खतरा रहता था। चॉपर मंगवाते थे। जब तक बीमार जवान को वहां से नहीं निकाल लेता था, खूब टेंशन रहती थी। क्योंकि मुझे पूरे समय उस फौजी का परिवार दिखता था। आप भी दूर है, आप इस तरह रहने के यूज टू नहीं है। बेहतर है कि आप इंडिपेंडेंट हो जाओ। इससे खुद की गलती पता चलेगी। सोशल स्ट्रेंथ आपको तनाव से बाहर निकालेगी।

देसावरी मांग निकलने से मैथी 125 रुपये प्रति क्विंटल तेज

कोटा। भामाशाह अनाज मंडी में शुक्रवार को धान की आवक 40 हजार बोरी, लहसुन की आवक 5000 हजार कट्टे की रही । माल की कुल आवक 70 हजार बोरी की रहीं ।

 लिवाली कमजोर रहने से धान पूसा 4 ( 1121 ) एवं धनिया 100-100और चना 200 रुपये प्रति क्विंटल मन्दा रहे। देसावरी मांग निकलने से मैथी 125 रुपये प्रति क्विंटल तेज बिकी।

गेहूं मिल 1550 से 1560 लोकवान 1600 से 1700 पीडी 1650 से 1700 टुकडी 1600 से 1700 रुपये प्रति क्विंटल रहे। धान सुगंधा 2000 से 2501 पूसा -1 2200 से 2825 पूसा-4 (1121) 2500 से 3200 धान (1509) 2000 से 2821 रुपये प्रति क्विंटल रहे। 

सोयाबीन 2200 से 2875 सरसो 3200 से 3650 तिल्ली 7400 से 8500 रुपये प्रति क्विंटल रहे। मैथी 2000 से 3125 धनिया बादामी 3400 से 4300 ईगल 3600 से 4500 रंगदार 4000 से 5000 रुपये प्रति क्विंटल रहे।

मूंग 3300 से 4200 उडद 2400 से 4100 चना 4000 से 4400 चना काबुली 7000 से 10500 रुपये प्रति क्विंटल रहे। चना पेपसी 4500 से 4500 चना मौसमी 4000 से 4600 मसूर 3000 से 3400 ग्वार 2500 से 3450 रुपये प्रति क्विंटल रहे।

मक्का नई 1000 से 1200 जौ 1100 से 1200 ज्वार 1300 से 2400 रुपये प्रति क्विंटल रहे।  लहसुन 800 से 4300 रुपये प्रति क्विंटल। 

मौद्रिक समीक्षा बैठक 5-6 दिसंबर को, ब्याज दरों में कमी की सम्भावना कम

मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति की 5-6 दिसंबर को होने वाली मौद्रिक समीक्षा बैठक में नीतिगत दर में किसी तरह के बदलाव की उम्मीद कम ही है।

मुद्रास्फीति के बढ़ते दबाव और वैश्विक केंद्रीय बैंकों की नीतियों के कारण घरेलू केंद्रीय बैंक सतर्क रुख अपना सकता है। नीतिगत दर के बारे में अर्थशास्त्रियों के बीच सर्वेक्षण कराया था, जिनमें से सभी 10 प्रतिभागियों ने अगले हफ्ते दरों में किसी तरह के बदलाव की संभावना नहीं जताई। कुछ ने कहा कि भारत में दरों में कटौती का चक्र पूरा हो चुका है।

एलऐंडटी फाइनैंस की समूह मुख्य अर्थशास्त्री रूपा रेगे नेस्तुरे ने कहा, ‘आरबीआई ने दर कटौती का मौका शायद गांवा दिया है।’ उन्होंने कहा कि जनवरी-फरवरी 2017 दरों में कटौती का सबसे उपयुक्त समय था। उस समय मुद्रास्फीति में गिरावट का रुख बना हुआ था।

हालांकि अर्थव्यवस्था में नरमी से दरों में कटौती की संभावना बन रही है लेकिन महंगाई ने आरबीआई के हाथ बांध दिए हैं। केयर रेटिंग्स के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि रीपो दर 6 फीसदी है और फिलहाल यह इसी स्तर पर बरकरार रह सकती है।

स्टैंडर्ड चार्टर्ड की मुख्य अर्थशास्त्री अनुभूति सहाय ने कहा, ‘आरबीआई ने पहले जिसे लेकर चिंता जताई थी वह इस बार भी बरकरार रह सकती है। मेरी राय में आरबीआई सतर्क रुख अपनाएगा।’ इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च के एसोसिएट निदेशक सौम्यजित नियोगी ने कहा कि आरबीआई दरें मौजूदा स्तर पर बरकरार रख सकता है।

पंडित ‘नागरजी’ की कथा 4 से, 80 बीघा में पांडाल व पार्किंग स्थल

गौसेवक संत पंडित कमल किशोर ‘नागरजी’ की कथा व गोरक्षा सम्मेलन को लेकर गांवों में उत्सवी माहौल, पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया ने तैयारियों का किया अवलोकन

बारां। बारां जिले में मांगरोल मार्ग स्थित बड़ा के बालाजी मंदिर परिसर में 4 से 10 दिसम्बर तक होने वाले ‘विराट श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ महोत्सव एवम गोरक्षा सम्मेलन-2017’ की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

शुक्रवार को पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया एवम उर्मिला जैन ने आयोजक  महावीर गोशाला कल्याण संस्थान के सदस्यों के साथ 80 बीघा क्षेत्रफ़ल में कथा स्थल का अवलोकन कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया।

उन्होंने बताया कि बारां जिले में बड़ा के बालाजी धाम को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया गया है। मंदिर परिसर की 80 बीघा भूमि पर कथा एवम गोरक्षा सम्मेलन के पांडाल व पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। मंदिर के नजदीक 20 बीघा भूमि पर विराट कथा पांडाल लगाने का काम शुरू हो गया है।

30 बीघा में बनेंगे तीन पार्किंग स्थल
श्भाया ने बताया कि कथा स्थल से जुड़े तीन मार्गों पर चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग स्थल बनाये जा रहे हैं। पहला, कथा स्थल से बारां की ओर, दूसरा, मांगरोल मार्ग की ओर तथा तीसरा पार्किंग स्थल ग्राम बड़ा की ओर बनाया जा रहा है।

दुपहिया वाहनों के लिए भी तीन पार्किंग स्थल रहेंगे। दो पार्किंग स्थल गौशाला के पास तथा एक बालाजी मंदिर परिसर के मेला ग्राउंड में रहेगा। वाहनों के आवागमन को सुचारू रखने लिए समितियों के कार्यकर्ता नियमित सेवाएं देंगे।

बुजुर्ग श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यस्था भी
समाजसेवी उर्मिला जैन भाया ने बताया कि श्रीमद भागवत कथा स्थल पर बाहरी राज्यों व जिलों से आने वाले सभी बुजुर्ग महिला व पुरुष श्रद्धालुओं के लिए 4 से 10 दिसम्बर तक ठहरने व भोजन के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।

सर्दी को देखते हुए 30 बीघा क्षेत्रफल में बनाये गए पांडाल में उनके ठहरने की निशुल्क व्यवस्था रहेगी, जहां दिन-रात वे सामूहिक भजन-संकीर्तन भी कर सकेंगे।

बालिकाओं की सेहत संवार रहे हैं किचन गार्डन

जयपुर। शैक्षिक चेतना, संसाधनों के विकास एवं विस्तार तथा शिक्षा क्षेत्र में बहुआयामी सकारात्मक बदलाव और उपलब्धियां पाने की दृष्टि से राजस्थान अग्रणी प्रदेश के रूप में पहचान बना रहा है। 

प्रदेश में हाल के 4 वर्ष में तालीम जगत ने तरक्की के तराने सुनाते हुए जो सुनहरे कैनवास संवार रहे हैं, वे अपने आप में अपूर्व और ऎतिहासिक हैं। 

मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के आशातीत सफल और कुशलतम नेतृत्व में उत्तरोत्तर और तीव्रतर इन्द्रधनुषी विकास का ही परिणाम है कि आज राजस्थान की छवि तेजी से प्रगतिरत प्रदेश के रूप में हर तरफ छायी हुई है।

बुनियादी लोक सेवाओं और सुविधाओं के क्षेत्र में अनवरत प्रगति के साथ ही खासकर शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान अपनी विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों और नवाचारों के साथ अग्रिम पंक्ति पर अनुकरणीय स्थान बना चुका है। 

प्रदेश के दूसरे सभी क्षेत्रों की तरह ही भीलवाड़ा जिला भी शैक्षिक, सहशैक्षिक, प्रशैक्षणिक आदि किसी भी दृष्टि से पीछे नहीं है। जिले में सर्व शिक्षा अभियान के अन्तर्गत चल रहे नवाचारों ने शिक्षा जगत की छवि को और अधिक उल्लेखनीय व स्वर्णिम स्वरूप दे डाला है। 

भीलवाड़ा जिले में सर्व शिक्षा अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों के माध्यम से बालिकाओं के सुनहरे भविष्य को आकार देने के बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं।

श्रेष्ठ शिक्षा-दीक्षा के साथ-साथ विभिन्न नवाचारों के क्रियान्वयन ने इन विद्यालयों की बालिकाओं को खासे सुकून का अहसास कराया है। विशेषकर इन विद्यालयों में  किचन गार्डन का भी संचालन किया जा रहा है।

इनमें विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगाई जा रही हैं। इन किचन गार्डन्स में रसोई का अवशिष्ट खराब पानी छोड़ दिया जाता है, जिससे गंदगी से बचाव हो जाता है और रसोई से निकले पानी का उपयोग होकर पर्याप्त सिंचाई का दौर बना रहता है। 

इससे साल भर विभिन्न प्रकार की ताजी और हरी सब्जियों का उत्पादन होता रहता है। किचन गार्डन योजना जिले के माण्डलगढ़ ब्लॉक में अच्छी तरह संचालित हो रही है।

ब्लॉक के सराणा गांव स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में बना किचन गार्डन विद्यालयी बालिकाओं को हरियाली का मनोहारी सुकून दे रहा है और साथ ही इसमें उगने वाली हाइजेनिक सब्जियां उनके लिए सेहत का वरदान भी बाँटने वाली सिद्ध हो रही हैं।

 इन स्वास्थ्यवर्धक सब्जियों का स्वाद ले रही बालिकाओं का मानना है कि किचन गार्डन योजना से उन्हें बहुत कुछ सीखने को भी मिला है तथा वे भी अपने घरों में उपलब्ध जमीन के अनुसार सब्जियों का गार्डन बनाएंगी ताकि ताजी सब्जियों के सेवन से परिवार की सेहत बनी रह सके और सब्जियों का खर्च भी बचे। 

भीलवाड़ा जिले में किचन गार्डन योजना की आशातीत सफलता और बेहतर उपयोग परिवेशीय स्वच्छता के साथ ही नई पीढ़ी को ताजगी और सेहत का मनभावन अहसास करा रही है। इसका अन्य क्षेत्रों में भी अनुकरण होने लगा है। 

जयपुर फूड टेक आरंभ, खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों का प्रदर्शन

जयपुर। उद्योग आयुक्त  कुंजी लाल मीणा ने शुक्रवार को एमएसएमई-विकास संस्थान में तीन दिवसीय जयपुर फूडटेक के चौथे संस्करण का फीता काटकर उदघाटन किया। 

मीणा ने आयोजकों के साथ एक-एक स्टॉल का अवलोकन किया और जानकारी प्राप्त की। जयपुर फूडटेक के चौथे संस्करण में तीन डोम में 125 स्टॉलों में रसोई से संबंधित सभी सामानों में मसाले, ज्यूस, उपकरण, खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों के साथ ही इस क्षेत्र में कार्यरत उद्योगों द्वारा मशीनरी व उपकरणों का भी प्रदर्शन किया गया है।

उन्होंने बताया कि जयपुर फूडटेक में जरुरी सामान एक ही छत के नीचे उपलब्ध हो आम नागरिकों व इस क्षेत्र में कार्य करने वालेे उद्यमियों के लिए उपादेय है।

इस एक्सपो में स्वरोजगार परामर्श सेवाएं, आईपीआर, गवर्नमेंट रेगूलेटरी बॉडीज़, बैंकिंग, वित्तीय संबंधी सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। खाद्य व्यापार संघ के बाबू लाल गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी में 5 तकनीकी सेमिनार व बिजनेस सत्रों का भी आयोजन किया जा रहा है।

जिसमें खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के उद्योग एवं स्टार्टअप लगाने, आधुनिक फूड प्रोसेसिंग तकनीकों, इनोवेटिव प्रोडक्टस् विकसित करने की जानकारी, विभिन्न सरकारी विभागों तथा वृहद उद्योगों की खरीद नीति एवं प्रक्रिया आदि की लगभग 40 विषय-विशेषज्ञों द्वारा प्रजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी दी जा रही है।

उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में बी 2 बी व बी 2 सी सेशन भी आयोजित किए जा रहे हैं। मीणा ने इस अवसर पर प्रति घंटे निकलने वाले ईनामी ड्रा का पहला ड्रा निकाल कर विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। इस अवसर पर एमएसएमई के वरिष्ठ प्रबंधक वाई के शर्मा, अतिरिक्त निदेशक डीसी गुप्ता, संयुक्त निदेशक एसएस शाह, आयोजन प्रभारी विकास गुप्ता व प्रदीप औझा भी उपस्थित थे।

जीएसटी के नाम पर अवैध वसूली तो यहाँ करें शिकायत

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कानपुर। आम आदमी और व्यापारियों को ज्यादा से ज्यादा राहत देने के लिए लगातार टैक्स स्लैब में बदलाव किए जा रहे हैं। जरूरी चीजों पर टैक्स का बोझ घटाया जा रहा है लेकिन इसका फायदा अभी भी ग्राहकों को नहीं मिल रहा है। जीएसटी के नाम पर अवैध रूप से शुल्क वसूला जा रहा है।

इस पर रोक के लिए सेंट्रल जीएसटी विभाग ने टोल फ्री नंबर और ई मेल जारी किया है। इस पर कोई भी व्यक्ति जीएसटी के नाम पर की जा रही वसूली की शिकायत कर सकता है। जीएसटी परिषद ने करीब 200 उत्पादों की कीमत में अहम बदलाव किए हैं। इस फैसले से टैक्स में 10 से 16 फीसदी तक की कमी आई है।

यानी कई चीजें सस्ती हो गई हैं। लेकिन दर्जनों शिकायतें आ रही हैं कि उनसे जीएसटी के नाम पर ज्यादा दाम लिए जा रहे हैं। ऐसे में सेंट्रल जीएसटी विभाग ने ग्राहकों से कहा है कि इस तरह की बहानेबाजी को लेकर सतर्क रहें। 
अगर कोई दुकानदार कहता है कि नया स्टॉक आने के बाद ही नई कीमतें लागू होंगी, तो कतई विश्वास न करें।

जीएसटी काउंसिल साफ कर चुका है कि सभी दुकानदारों और कंपनियों को पुराने स्टॉक पर भी नया एमआरपी लगाना होगा और तभी उसे बेचा जा सकेगा। साफ है कि 15 नवंबर के बाद कोई भी दुकानदार ग्राहक को घटे रेट का फायदा देने से इनकार नहीं कर सकता।

होटल-रेस्त्रां में केवल 5 प्रतिशत टैक्स
एयरकंडीशंड होटल में खाना खाने जाएं या फिर नॉन-एसी में, दोनों ही होटलों में आप से सिर्फ 5 फीसदी जीएसटी रेट वसूला जाएगा। हालांकि पांच सितारा होटलों में खाने पर 18 फीसदी की दर से टैक्स लगेगा, जो पहले 28 प्रतिशत था। रीटेल स्टोर हो या किराने की दुकान,  किसी भी उत्पाद को लेने से पहले उसका अधिकतम खुदरा मूल्य जरूर चेक करें।

अगर स्टॉक पुराना होगा, तो उस पर दो एमआरपी रेट दिखेंगे। इसमें एक नया होगा और दूसरा पुराना। ध्यान रखिए कि आपको वही रेट चुकाना है, जो नया है। ग्राहक cbec-gst.gov.in/gst-goods-services-rates.html पर जाकर जीएसटी शुल्क की जानकारी हासिल कर सकते हैं।

यहां आपको किसी भी उत्पाद पर कितना जीएसटी लग रहा है, उसकी जानकारी मिल जाएगी। इसके अलावा आप अपने मोबाइल में जीएसटी रेट फाइंडर ऐप को डाउनलोड कर भी नये रेट्स की जानकारी हासिल कर सकते हैं।

यहां करें शिकायत
आपको लगता है कि किसी ने तय रेट से ज्यादा जीएसटी वसूला है, तो आप उसकी शिकायत ऑनलाइन कर सकते हैं। इसके लिए आपको cbec-gst.gov.in पोर्टल पर जाना होगा। यहां पर एक विकल्प चुनने के बाद ‘Raise Web Ticket’ चुनना है। इस पर क्लिक करते ही एक नई विंडो खुलेगी।

यहां आपको ‘ Tax Fraud/Avoidance’ का विकल्प चुनना है। इसमें आपको नाम, पता  और ईमेल समेत सभी जरूरी जानकारी फीड  करनी हैं। रिपोर्ट बॉक्स में आपको मामले का पूरा ब्यौरा लिखना होगा। 

ईमेल भी कर सकते हैं
ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने के अलावा ईमेल के जरिए भी शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए cbecmitra.helpdesk@icegate.gov.in. पर अपनी शिकायत कर सकते हैं। इसमें अपने बारे में जरूरी जानकारी और उस रेस्तरां अथवा सर्विस प्रोवाइडर के बारे में भी जरूर बताएं, जिसने आप से धोखाधड़ी की है।

आप helpdesk@gst.gov.in पर भी शिकायत कर सकते हैं। सीबीईसी के टोल फ्री नंबर पर कॉल कर भी अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके लिए आप 18001200232 पर कॉल कर सकते हैं। यहां से फ्रॉड डिपार्टमेंट से कनेक्ट हो जाएंगे। 

सोना लगातार तीसरे दिन सस्ता, जानिए कितने रहे दाम

नई दिल्ली/ कोटा । शुक्रवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में गिरावट दर्ज की गई है। कमजोर वैश्विक रुझान और घरेलू ज्वैलर्स की ओर से घटी मांग के चलते सोना 150 रुपये गिरकर 30250 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया है।कोटा में सोना 200 रुपये प्रति दस ग्राम टूट कर 30200 रुपये रह गया। 

इसी तरह चांदी की कीमतें भी 125 रुपये की कमजोरी के साथ 39200 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर आ गई है।
व्यापारियों का मानना है कि कमजोर वैश्विक संकेत और अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं की बास्केट की तुलना में डॉलर में तेजी देखने को मिली है। इससे सोने की कीमतों पर दबाव देखने को मिला है।

साथ ही इसके मौजूदा भाव पर ज्वैलर्स और रिटेलर्स की ओर से कम खरीदारी के चलते भी पीली धातु में कमजोरी देखने को मिली है। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में बीते सत्र सोना 0.69 फीसद की कीमजोरी के साथ 1274.60 औंस प्रति डॉलर के स्तर पर आ गया है।

दिल्ली में 99.9 फीसद और 99.5 फीसद शुद्धता वाला सोना 150 रुपये कि गिरावट के साथ क्रमश: 30,250 और 30100 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। जानकारी के लिए बता दें कि बीते सत्र में सोने की कीमतों में 120 रुपये की कमजोरी दर्ज की गई थी। गिन्नी के भाव, हालांकि, 24700 रुपये प्रति आठ ग्राम के स्तर पर बरकरार रहे हैं।

ओवलऑल रुझान को देखते हुए चांदी तैयार 125 रुपये गिरकर 39200 रुपये प्रति किलो और साप्ताहिक आधारित डिलिवरी 210 रुपये घटकर 37710 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर आ गई है। चांदी के सिक्कों के भाव में भी दबाव के चलते 1000 रुपये की कमजोरी के साथ 73000 रुपये लिवाल और 74000 रुपये बिकवाल प्रति सैंकड़ा हो गया है।

कोटा सर्राफा
चांदी 39000 रुपये प्रति किलोग्राम। 
सोना केटबरी 30200 रुपये प्रति दस ग्राम, सोना 35220 रुपये प्रति तोला। 
सोना शुद्ध 30350 रुपये प्रति दस ग्राम, सोना 35400 रुपये प्रति तोला।

शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन गिरावट, सेंसेक्स 316 अंक फिसला

मुंबई। शेयर बाजार शुक्रवार को भले ही उत्साह के साथ खुला था, लेकिन दिन भर के कारोबार का अंत 316 अंकों की बड़ी गिरावट के साथ हुआ। सेंसेक्स 316.41 अंकों की गिरावट के साथ 32,832 के स्तर पर बंद हुआ।

वहीं, 50 शेयरों वाले नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांक निफ्टी में भी 104.75 अंकों की गिरावट आई। निफ्टी 10,121 के स्तर पर बंद हुआ।

इससे पहले सुबह 117.45 अंकों की बढ़त के साथ सेंसेक्स 33,266 के स्तर पर खुला थी, निफ्टी भी 36 अंकों की बढ़त के साथ 10,262 के स्तर पर खुला था।

गौरतलब है कि गुरुवार को भी बाजार 453.41 पॉइंट्स की दो महीने की सबसे बड़ी गिरावट के साथ 33,149 के स्तर पर बंद हुआ था।

निफ्टी में भी 134.75 अंक की गिरावट देखने को मिली थी। कहा जा रहा है कि जीडीपी के आंकड़ों में संशय को लेकर यह गिरावट बाजार में यह गिरावट देखने को मिल रही है।