Tuesday, November 5, 2024
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चोखी ढाणी होटल एवं रिसोर्ट समूह के 20 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी

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जयपुर। आयकर विभाग ने एक होटल एवं रिसोर्ट-श्रृंखला के बड़े समूह के देश भर में 20 ठिकानों पर कार्रवाई की। जयपुर में चोखी ढाणी के नाम से मशहूर रिसोर्ट के मालिकों के यहां अलसुबह आयकर विभाग की टीमों ने धावा बोल दिया, इनमें से चौदह ठिकानें तो जयपुर में ही है।

इसके अलावा दिल्ली, गुरुग्राम, चेन्नई, इंदौर, सोनीपत, पुणे, चंडीगढ़, पंचकूला और जैसलमेर में भी इनके ठिकानों पर छापे मारे हैं। इस घटना से समूह संचालकों व कर्मचारियों में हडकम्प मच गया।

सुबह से ही आयकर विभाग की टीमों ने चोखी ढाणी समूह के सभी संचालकों के ठिकानों पर एक साथ सर्वे कार्रवाई की।

आयकर विभाग ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज अपने कब्जे में लेकर आयकर चोरी की आशंका में छानबीन की है। देर शाम तक दस्तावेजों की जांच की जा रही थी। आयकर विभाग को इस समूह पर करोड़ों रुपए की कर चोरी की संभावना है।

आयकर विभाग की टीमों को इस समूह के जमीन, रियल स्टेट और दूसरे उद्योग धंधों में निवेश के दस्तावेज मिले हैं। बडी मात्रा में नकदी, सोने-चांदी भी मिली है। कार्रवाई दो-तीन दिन चल सकती है।

सोना 120 रुपये गिरकर 30400 रुपये प्रति 10 ग्राम बिका

नई दिल्ली/कोटा । दिल्ली सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। कमजोर वैश्विक संकेत और ज्वैलर्स की ओर से मांग में कमी के चलते सोना 120 रुपये कमजोर होकर 30400 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया है।

चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिली है। चांदी की कीमतें 675 रुपये की कमजोरी के साथ 39325 रुपये प्रति किलो ग्राम हो गई है। व्यापारियों का मानना है कि घरेलू हाजिर बाजार में स्थानीय ज्वैलर्स और रिटेलर्स की ओर से मांग में कमजोरी देखने को मिली है।

साथ ही तीसरी तिमाही में अमेरिका के बेहतर ग्रोथ डेटा के बाद कमजोर वैश्विक संकेत देखने को मिले हैं। इससे सोने की कीमतों पर दबाव देखने को मिला है। वैश्विक स्तर पर सिंगापुर में सोना 0.16 फीसद की कमजोरी के साथ 1281.40 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर और चांदी 0.15 फीसद की कमजोरी के साथ 16.48 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर आ गई।

देश की राजधानी दिल्ली में 99.9 फीसद और 99.5 फीसद शुद्धता वाला सोना 120 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 30,400 और 30250 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया है। जानकारी के लिए बता दें कि बीते सत्र में सोने की कीमतों में 20 रुपये की मामूली गिरावट दर्ज की गई थी।

इसी तरह चांदी तैयार 675 रुपये की गिरावट के साथ 39325 रुपये प्रति किलोग्राम और साप्ताहिक आधारित डिलिवरी 775 रुपये की कमजोरी के साथ 37920 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर आ गई है। चांदी के सिक्के 74000 रुपये लिवाल और 75000 रुपये बिकवाल प्रति सैंकड़ा के स्तर पर बरकरार रहे हैं।

कोटा सर्राफा
चांदी 39200 रुपये प्रति किलोग्राम। 
सोना केटबरी 30300 रुपये प्रति दस ग्राम,  सोना 35340 रुपये प्रति तोला।
सोना शुद्ध 30450 रुपये प्रति दस ग्राम,  सोना 35520 रुपये प्रति तोला।

सेंसेक्स दो महीने के निचले स्तर पर बंद, निफ्टी 10250 के नीचे

नई दिल्ली। निवेशकों में जीडीपी आंकड़ों को लेकर संशय बढ़ा और इसका सीधा असर शेयर मार्केट पर देखा गया। गुरुवार को सेंसेक्स 453.41 पॉइंट टूटकर 33,149 अंक पर बंद हुआ।

यह पिछले दो महीने में सबसे बड़ी गिरावट है।। इधर, निफ्टी भी 134.75 अंक गिरकर 10,226 पर बंद हुआ। इस तरह देश के दोनों ही प्रमुख सूचकांकों में क्रमशः 0.3 प्रतिशत और 1.3 प्रतिशत की गिरावट आई।आज दिनभर के कारोबार में भारत इन्फ्राटेल के 16 प्रतिशत जबकि वेदांता के शेयर 13.7 गिर गए।

इनके अलावा यूपीएल के शेयरों में भी 9.8 प्रतिशत की गिरावट आई।  गुरुवार को मेटल इंडेक्स 6.8 प्रतिशत और ऑटो इंडेक्स 1.3 प्रतिशत नीचे जबकि आईटी इंडेक्स 2.6 प्रतिशत ऊपर बंद हुए।

दरअसल, सेंसेक्स सुबह 9.40 बजे ही 153.81 अंकों की गिरावट के साथ 33,448.95 पर जबकि निफ्टी भी लगभग इसी समय 49.95 अंकों की कमजोरी के साथ 10,311.35 पर आ गया था।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 60.26 अंकों की गिरावट के साथ 33542.50 पर जबकि नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 28.6 अंकों की कमजोरी के साथ 10,332.70 पर खुला था।

राजधानी एक्सप्रेस बनेगी हाईटेक, बदलेगी सूरत

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रेल यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है। रेलवे अब राजधानी एक्सप्रेस को हाईटेक बनाने पर काम कर रहा है। ट्रेन की बोगियों में कई नई सुविधाएं यात्रियों को जल्द मिलने लेगेंगी। रेलवे की योजना ट्रेन की शक्ल-सूरत पूरी तरह से बदलने की है।  जानिए कैसी होगी नई राजधानी एक्सप्रेस..
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पूरे ट्रेन में रोशनी के लिए एलईडी लाइट्स का इस्तेमाल किया जाएगा।
ट्रेन में सीसीटीवी भी लगा होगा। कैमरा दरवाजे और गलियारे के पास लगा होगा।

दिसंबर 2018 तक सेंसेक्स छू सकता है 35700 का स्तर: मॉर्गन स्टेनले

नई दिल्ली। वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी मॉर्गन स्टेनले ने अनुमान लगाया है कि दिसंबर 2018 तक प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 35700 का स्तर छू सकता है, जो कि बुधवार के बंद स्तर (33602.76) से छह फीसद ज्यादा है।

ब्रोकरेज फर्म औद्योगिक, कॉरपोरेट बैंक, इंफ्रास्ट्रक्चर, विवेकाधीन खपत, घरेलू वस्तु और सॉफ्टवेयर स्टॉक को लेकर सकारात्मक है। निवेश बैंकिंग फर्म ने अपने हालिया नोट में कहा है कि समर्थित वैश्विक विकास दर, सुधरते पूंजीगत खर्चे एवं वित्तीय खर्चों और कंज्यूमर के उत्साहजनक रुझानों ने इसकी बेहतरी के संकेत दिए हैं।

साथ ही यह भी कहा है कि लिस्टेड कंपनियों की कमाई सात वर्ष में सबसे बेहतर स्थिति में है, फ्री कैश फ्लो बहुत मजबूत स्थिति में है। ऐसे में दुनियाभर के तमाम उभरते बाजारों में से भारतीय बाजार सबसे मजबूत होंगे। इस साल जून में ब्रोकरेज फर्म ने पूर्वानुमान लगाया था कि जून 2018 तक सेसेंक्स 34000 का स्तर छू सकता है।

साथ ही दिसंबर 2017 तक के लिए सेंसेक्स का 33000 के आंकड़ें का अनुमान लगाया था। 25 अक्टूबर, 2017 को सेंसेक्स ने पहली बार 33000 का आंकड़ा पार किया था और 33042 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, गोल्डमैन सैक ने निफ्टी के लिए दिसंबर 2018 तक 11,600 का लक्ष्य रखा है। इस साल घरेलू शेयर बाजार का बेंचमार्क बढ़ रहा है।

उत्पादन में कमी से चाय की कीमतों में उछाल

पश्चिम बंगाल के डुआर्स और तराई क्षेत्रों में प्रतिकूल जलवायु के कारण चाय उत्पादन में 90 लाख किलो की कमी दर्ज की गई

नई दिल्ली । कई महीनों तक कीमतों में स्थिरता के बाद अब चाय की कीमतें धीरे-धीरे बढ़ रही हैं। इसके पीछे उत्पादन घटने के साथ ही अन्य कारण जिम्मेदार हैं। टीबोर्ड से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सितंबर में उत्तर भारत में चाय का उत्पादन 4.2 करोड़ किलो की गिरावट आई।

असम में चाय के उत्पादन में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। यह सितंबर में करीब 3.1 करोड़ किलोग्राम कम रहा। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के डुआर्स और तराई क्षेत्रों में प्रतिकूल जलवायु के कारण चाय उत्पादन में 90 लाख किलो की कमी दर्ज की गई। वर्ष 2016 में भारत में कुल 126.74 करोड़ किलो चाय का उत्पादन हुआ था।

इसमें से असम और पश्चिम बंगाल में कुल उत्पादन 105.45 करोड़ किलोग्राम रहा। उत्तर पूर्व चाय संघ के सलाहकार और टी बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष विद्यानंद बारकाकोटे ने बताया कि सितंबर व अक्टूबर महीने असम के सालाना चाय उत्पादन में 25 से 30 फीसद का योगदान करते हैं।

चाय बागान

यहां सितंबर में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में उत्पादन में 25 फीसद की गिरावट दर्ज की गई।

हालांकि अक्टूबर में उत्पादन ठीक-ठाक रहा। अनुमान है कि इस साल असम के चाय उत्पादन में पिछले साल की तुलना में कुल मिलाकर पांच फीसद तक की गिरावट आएगी।

इसे देखते हुए आने वाले महीनों में चाय की कीमतों में वृद्धि की आशंका बढ़ गई है। भारत के सालाना चाय उत्पादन का करीब 50 फीसद असम में ही होता है।

सहकारी समितियां नाम के साथ ‘बैंक’ न जोड़ें : आरबीआई

RBI की आम लोगों से भी सहकारी समितियों से कामकाज में सतर्कता बरतने की अपील 

नई दिल्ली । भारतीय रिजर्व बैंक ने कोऑपरेटिव सोसायटी यानी सहकारी समितियों को निर्देश दिया है कि वे अपने नाम के साथ बैंक शब्द का इस्तेमाल नहीं करें क्योंकि यह बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट के विरुद्ध है।

एक बयान में रिजर्व बैंक ने कहा कि उसे यह भी जानकारी मिली है कि राजस्थान के कोटा ,जयपुर और जोधपुर समेत कई शहरों कुछ सहकारी समितियां आम लोगों से जमा स्वीकार कर रही हैं। कानून के प्रावधानों के मुताबिक यह बैंकिंग कारोबार के दायरे में आता है, इस वजह से यह करना नियमों का उल्लंघन है।

बयान के अनुसार इन समितियों को बैंक का कोई लाइसेंस नहीं दिया गया है। RBI ने उन्हें बैंकिंग व्यवसाय के लिए अधिकृत भी नहीं किया है। समितियों में जमा राशि पर लोगों को डीआइसीजीसी की बीमा सुरक्षा भी नहीं मिलेगी।

रिजर्व बैंक ने आम लोगों से भी सहकारी समितियों से कामकाज में सतर्कता बरतने की अपील की है। समितियों के साथ बैंकों की तरह लेनदेन नहीं किया जाना चाहिए। सरकारी समितियां बैंक की तरह पैसा जमा नहीं कर सकती हैं।

आरबीआई ने कम किया नए नोटों की छपाई का ऑर्डर
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने नए नोटों की छपाई के ऑर्डर में कटौती कर दी है। यह कटौती बीते पांच वर्षों में सबसे कम है। इसका कारण करेंसी चेस्ट में पर्याप्त जगह न होना है।

यह जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट के जरिए सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक आरबीआई के करेंसी चेस्ट और कॉमर्शियल बैंकों में जगह न होने का मुख्य कारण बीते वर्ष देश में नोटबंदी के बाद पुराने 500 और 1000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करना है। ये पुराने नोट इन करेंसी चेस्ट में पहले से पड़े हैं।

रेल टिकटों के लिए डिजिटल पेमेंट्स पर चार्ज खत्म करें बैंक

नई दिल्ली। रेलवे ने बैंकों से रेल टिकटों के लिए डिजिटल पेमेंट्स पर लिए जाने वाले चार्ज को खत्म करने या इसमें बड़ी कटौती की मांग की है। रेलवे ने कहा है कि अगर बैंक यह चार्ज खत्म करते हैं या इसमें बड़ी कटौती करते हैं तो उन्हें और ज्यादा बिजनस मिलेगा।

इस चार्ज को मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) कहा जाता है। रेलवे ने कहा है कि इस कदम से डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा मिलेगा और बैंकों, ट्रैवलर्स और साथ ही रेलवे को भी फायदा होगा। अधिकारियों का कहना है कि इससे रेलवे को रेल टिकटों की विंडो बुकिंग पर होने वाले खर्च को घटान में मदद मिलेगी और यात्रियों की लागत कम होगी।

रेलवे चाहता है कि उसका टिकट बिजनस पूरी तरह से कैशलेस हो जाए ताकि टिकट विंडो को मैनेज करने पर आने वाली लागत कम की जा सके। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रेलवे ने सभी प्रमुख बैंकों के हेड्स को लिखकर एमडीआर में छूट देने की मांग की है ताकि डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा दिया जा सके।

अधिकारी ने कहा, ‘रेलवे ने बैंकों से कहा है कि अगर वे चार्जेज को खत्म या न्यूनतम करेंगे तो रेलवे इसके बदले उनकी बैंकिंग सुविधाओं का इस्तेमाल अपने डिपॉजिट्स और एंप्लॉयीज की सैलरी के लिए करेगा।’ अधिकारी ने बताया कि रेल मिनिस्टर पीयूष गोयल ने एसबीआई चेयरमैन रजनीश कुमार के साथ इस मसले पर कई मर्तबा बात की है।

एमडीआर एक दर होती है, जिसे बैंक क्रेडिट और डेबिट कार्ड सर्विसेज मुहैया कराने के बदले मर्चेंट से लेते हैं। यह वॉल्यूम, एवरेज टिकट प्राइस, रिस्क और इंडस्ट्री के हिसाब से तय होता है। अभी इंडियन रेलवे कैटरिंग ऐंड टूरिजम कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) एमडीआर को कन्ज्यूमर्स से वसूलती है।

आईआरसीटीसी रेलवे की कैटरिंग, टूरिजम और ऑनलाइन टिकटिंग ऑपरेशंस मैनेज करती है। यह चार्ज 10 रुपये और टैक्स से लेकर सौदे की 1.8 पर्सेंट और टैक्स तक जाता है। अधिकारियों ने कहा कि यह चार्ज टिकट खिड़की पर डिजिटल पेमेंट्स को हतोत्साहित करता है।

इसी तरह से रेलवे ने आईआरसीटीसी से कहा है कि वह नो सर्विस चार्ज पॉलिसी पर टिकी रहे और अपने कैटरिंग बिजनस के लिए भी मेकनिजम निकाले साथ ही कस्टमर्स को एमडीआर चुकाने के बोझ से बचाए। रेलवे रिजर्वेशन काउंटर्स पर 15,000 पॉइंट ऑफ सेल मशीनें लगा रहा है।

फिलहाल ऐसे टिकट काउंटरों की संख्या बेहद कम है, जहां डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स के जरिए पेमेंट करने के लिए पीओएस सर्विस मिलती हो। रेलवे की योजना सभी 12,000 टिकट काउंटरों को एक या अधिक पीओएस मशीनों से लैस करने की है। अधिकारी ने कहा, ‘हमारे स्टाफ के लिए कैश मैनेज करना बड़ा काम है। 

एयरटेल पेमेंट्स बैंक में चुपके से खोले अकाउंट्स?

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UIDAI ने दिया भारती एयरटेल के खिलाफ जांच का आदेश

नई दिल्ली। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आधार ऐक्ट के कथित उल्लंघन के मामले में भारती एयरटेल के खिलाफ जांच का आदेश दिया है।

आरोप है कि ग्राहकों ने मोबाइल नंबर का आधार वेरिफिकेशन कराया, उसी दौरान कंपनी ने ग्राहकों के एयरटेल पेमेंट्स बैंक में चुपके से खाते खोल दिए। यूआईडीएआई भारती एयरटेल पर जुर्माना लगाने की धमकी दे रहा है।  पहली नजर में शिकायत सही पाए जाने के बाद कंपनी के खिलाफ जांच का आदेश दे दिया गया।

पहचान गुप्त रखने की शर्त पर एक सूत्र ने बताया, ‘ये गड़बड़ियां बेहद गंभीर प्रकृति की हैं। पहली नजर में यह विश्वास और अनुबंध का आपराधिक उल्लंघन है। साथ ही, आधार ऐक्ट के प्रावधानों का भी उल्लंघन हुआ है।’

भारती एयरटेल की चालबाजी तब पकड़ी गई जब एयरटेल के कुछ ग्राहकों की एलपीजी सब्सिडी की रकम उनकी ओर से निर्धारित बैंकों के बचत खातों की जगह एयरटेल पेमेंट्स में जमा होने लगी।ऐसे ज्यादातर ग्राहकों ने सब्सिडी की रकम यूं ट्रांसफर होने की शिकायत की और कहा कि उन्हें एयरटेल पेमेंट्स बैंक अकाउंट्स की कोई जानकारी नहीं है।

उनका कहना है कि उन्होंने एयरटेल पेमेंट्स बैंक में अपने खाते खोलने की अनुमति नहीं दी थी और उन्हें बिना बताए खाते खोल दिए गए। केंद्र सरकार की प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) योजना के तहत करीब 40 करोड़ रुपये सब्सिडी के रूप में सीधे ग्राहकों के खाते में जमा होते हैं।

लेकिन शिकायत की सूचना मिलने के बाद यूआईडीएआई ने पहले एयरटेल को शोकाउज नोटिस जारी किया। संपर्क किए जाने पर यूआईडीएआई के सीईओ अजय भूषण पाण्डेय ने कहा कि आधार वेरिफिकेशन प्रोसेस के दौरान कुछ खास टेलिकॉम कंपनियों के खिलाफ गड़बड़ियों की शिकायतें मिली हैं।

पाण्डेय ने कहा, ‘हमने इस मामले की जांच का आदेश दिया है। अगर सिलसिलेवार जांच के बाद शिकायतें सही पाई गईं तो यह एक गंभीर मामला होगा।’ उन्होंने कहा, ‘जांच चल रही है और हम जल्द ही इस मामले में फैसला लेंगे।’

इधर, एयरटेल से संपर्क करने पर उसके प्रवक्ता ने कंपनी की ओर से कोई गड़बड़ी किए जाने की बात खारिज कर दी, हालांकि उन्होंने कहा कि कंपनी अपने रीटेल पार्टनर्स से आधार वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को दुरुस्त करने और इसमें पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए काम काम कर रही है।

सवालों की एक बड़ी फेहरिस्त के जवाब में कंपनी ने कहा, ‘एयरटेल पेमेंट्स बैंक पूरी तरह सभी निर्देशों का पालन करता है और ग्राहकों को जोड़ने की काफी सघन प्रक्रिया अपनाता है। एयरटेल पेमेंट्स बैंक अकाउंट्स ग्राहकों की स्पष्ट सहमति के बाद ही खोले जाते हैं। डीबीटी के लिए ग्राहकों की अलग से सहमति ली जाती है।’

150 अंक टूटा सेंसेक्स, निफ्टी 10,300 के आसपास

नई दिल्ली। नवंबर डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्टस की एक्सपायरी से पहले गुरुवार को शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ खुले।

30 शेयरों का बीएसई सेंसेक्स 33,542 और 50 शेयरों का एनएसई निफ्टी 10,328 अंकों के साथ खुलने के बाद 9:46 बजे क्रमशः 172.46 और 57.95 अंक टूटकर 33,430 और 10,303 पॉइंट्स तक गिर गए। दरअसल, निवेशकों की नजर आज आनेवाले जीडीपी के आंकड़ों और तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक के फैसलों पर भी है।

वेदांता, टेक महिंद्रा, ऐक्सिस बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, एसबीआई, कोटक महिंद्रा बैंक, अडाणी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों के शेयर शुरुआती कारोबार में ही टूट गए। हालांकि, इस दौरान सन फार्मा, इंडियाबुल्स हाउजिंग फाइनैंस, बॉश, इंडसइंड बैंक, विप्रो और ऑरबिंदो फार्मा जैसे शेयरों ने मजबूती हासिल की।

शुरुआती कारोबार में निफ्टी मिडकैप शेयरों में 0.4 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। फ्यूचर रिटेल, मैकलॉयड रसेल, बालाजी टेलिफिल्म्स, जीएनए ऐक्सलेस, इंडियाबुल्स रियल, पूर्वांकरा, डेल्टा कॉर्प और गैटी के शेयर 1 से 4 प्रतिशत तक टूट गए जबकि टीबीजेड के शेयर 9 प्रतिशत गिरे और मुक्ता आर्ट्स ने 13 प्रतिशत तेजी हासिल की।