बालिकाओं की सेहत संवार रहे हैं किचन गार्डन

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कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय सराणा में स्थित किचन गार्डन।

जयपुर। शैक्षिक चेतना, संसाधनों के विकास एवं विस्तार तथा शिक्षा क्षेत्र में बहुआयामी सकारात्मक बदलाव और उपलब्धियां पाने की दृष्टि से राजस्थान अग्रणी प्रदेश के रूप में पहचान बना रहा है। 

प्रदेश में हाल के 4 वर्ष में तालीम जगत ने तरक्की के तराने सुनाते हुए जो सुनहरे कैनवास संवार रहे हैं, वे अपने आप में अपूर्व और ऎतिहासिक हैं। 

मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के आशातीत सफल और कुशलतम नेतृत्व में उत्तरोत्तर और तीव्रतर इन्द्रधनुषी विकास का ही परिणाम है कि आज राजस्थान की छवि तेजी से प्रगतिरत प्रदेश के रूप में हर तरफ छायी हुई है।

बुनियादी लोक सेवाओं और सुविधाओं के क्षेत्र में अनवरत प्रगति के साथ ही खासकर शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान अपनी विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों और नवाचारों के साथ अग्रिम पंक्ति पर अनुकरणीय स्थान बना चुका है। 

प्रदेश के दूसरे सभी क्षेत्रों की तरह ही भीलवाड़ा जिला भी शैक्षिक, सहशैक्षिक, प्रशैक्षणिक आदि किसी भी दृष्टि से पीछे नहीं है। जिले में सर्व शिक्षा अभियान के अन्तर्गत चल रहे नवाचारों ने शिक्षा जगत की छवि को और अधिक उल्लेखनीय व स्वर्णिम स्वरूप दे डाला है। 

भीलवाड़ा जिले में सर्व शिक्षा अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों के माध्यम से बालिकाओं के सुनहरे भविष्य को आकार देने के बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं।

श्रेष्ठ शिक्षा-दीक्षा के साथ-साथ विभिन्न नवाचारों के क्रियान्वयन ने इन विद्यालयों की बालिकाओं को खासे सुकून का अहसास कराया है। विशेषकर इन विद्यालयों में  किचन गार्डन का भी संचालन किया जा रहा है।

इनमें विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगाई जा रही हैं। इन किचन गार्डन्स में रसोई का अवशिष्ट खराब पानी छोड़ दिया जाता है, जिससे गंदगी से बचाव हो जाता है और रसोई से निकले पानी का उपयोग होकर पर्याप्त सिंचाई का दौर बना रहता है। 

इससे साल भर विभिन्न प्रकार की ताजी और हरी सब्जियों का उत्पादन होता रहता है। किचन गार्डन योजना जिले के माण्डलगढ़ ब्लॉक में अच्छी तरह संचालित हो रही है।

ब्लॉक के सराणा गांव स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में बना किचन गार्डन विद्यालयी बालिकाओं को हरियाली का मनोहारी सुकून दे रहा है और साथ ही इसमें उगने वाली हाइजेनिक सब्जियां उनके लिए सेहत का वरदान भी बाँटने वाली सिद्ध हो रही हैं।

 इन स्वास्थ्यवर्धक सब्जियों का स्वाद ले रही बालिकाओं का मानना है कि किचन गार्डन योजना से उन्हें बहुत कुछ सीखने को भी मिला है तथा वे भी अपने घरों में उपलब्ध जमीन के अनुसार सब्जियों का गार्डन बनाएंगी ताकि ताजी सब्जियों के सेवन से परिवार की सेहत बनी रह सके और सब्जियों का खर्च भी बचे। 

भीलवाड़ा जिले में किचन गार्डन योजना की आशातीत सफलता और बेहतर उपयोग परिवेशीय स्वच्छता के साथ ही नई पीढ़ी को ताजगी और सेहत का मनभावन अहसास करा रही है। इसका अन्य क्षेत्रों में भी अनुकरण होने लगा है।