थर्मल की दो यूनिट बंद करने का निर्णय अर्थव्यवस्था के लिए घातक : महासंघ

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कोटा। थर्मल की पहली और दूसरी इकाई को 30 जून से बंद करने के आदेश जारी होने के बाद से ही शहर के व्यापारी, राजनीतिक दल के लोग सहित जनता में विरोध के स्वर उठने लगे है। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन व महासचिव अशोक माहेश्वरी ने दो इकाइयों के बंद करने के निर्णय को कोटा की अर्थव्यवस्था के लिए घातक बताया।उन्होने इस निर्णय पर राज्य सरकार से पुनर्विचार करने की मांग की है।

व्यापार महासंघ ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि कोटा की अर्थव्यवस्था पर कुठाराघात करने वाली कोई भी नीति स्वीकार नहीं होगी। महासंघ इस मसले पर एकजुट है,जल्द ही इस विषय को लेकर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय को रोका जा सके। महासंघ ने सभी वर्गो से भी अपील की है कि राजनीति से ऊपर उठकर इस मसले पर एकजुट हो।

जैन एवं माहेश्वरी ने कहा कि पिछले 15 माह से कोटा में कोचिंग बंद होने से करीब 5 लाख लोग प्रभावित हुए। कोरोना काल के चलते पहले से कोटा की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है, कोटा का औद्योगिक वातावरण पूरी तरह से चौपट हो चुका है। ऐसे में सरकार को कोटा सुपर थर्मल पावर की इकाइया बंद करने के बजाय कोटा के औद्योगिक विकास पर ध्यान देना चाहिए। जिससे बिजली का सही उपयोग होगा।