गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट खुले, केदारनाथ धाम में दर्शन 25 और बद्रीनाथ के 27 से होंगे

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हरिद्वार। गंगोत्री-यमुनोत्री धामों के कपाट 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के अवसर पर खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू हो गई है। दोनों धामों के कपाट खुलने के अवसर पर दिल्ली-एनसीआर, यूपी, एमपी सहित देश के कई राज्यों और विदेशों से भी तीर्थ यात्री भारी संख्या में मौजूद रहे। विदित हो कि बदरीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाएंगे। जबकि, केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं के दर्शन 25 अप्रैल से शुरू होंगे।

गंगोत्री-यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी-पीएम मोदी (PM Modi) के नाम से भी विशेष पूजा-अर्चना की गई। कपाट खुलने के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु मौजद रहे। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट शनिवार को अक्षय तृतीया के अवसर पर वैदिक मंत्रोच्चराण पूजा अर्चना के बाद सर्वार्थ सिद्धि योग में श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए।

गंगोत्री धाम के कपाट 12:35 व यमुनोत्री के कपाट ठीक दोपहर 12:41 मिनट अंन कूट पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए। वहीं शनिवार को दोनो धामों के कपाट खुलने के बाद चारधाम यात्रा का भी विधिवत शुभारंभ हो गया। शनिवार सुबह प्रात: सात बजे मां गंगा की डोली भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर से गंगोत्री के लिए रवाना हुई। जो कि ठीक साढ़े आठ बजे गंगोत्री धाम पहुंची।

जहां तीर्थ पुरोहितों ने गंगा लहरी हवन पूजन के बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ 12:35 पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये गए। इस मौके पर सीएम पुस्कर सिंह धामी, विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान,पूर्व विधायक विजयपाल सिंह सजवाण, मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, सचिव सुरेश सेमवाल, सहित आयुक्त गढ़वाल मंडल शुशील कुमार, डीएम अभिषेक रुहेला सहित हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।

वहीं दूसरी ओर, मां यमुना की डोली अपने शीतकालीन प्रवास खरसाली से शनिदेव महाराज की अगुवाई मे 9:बजे पर यमुनोत्री धाम को रवाना हुई, जो 11 बजे यमुनोत्री धाम पहुंची। जहां हवन, पूजा के बाद वैदिक मंत्रोचार के साथ 12:41 पर यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए।

इस अवसर पर यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल,यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल, जगमोहन कृतेश्वर उनियाल, एसडीएम जितेन्द्र कुमार, बागेश्वर उनियाल आदि मौजूद रहे। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर शनिवार को विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट दर्शनार्थ खोल दिये गए।

पौराणिक परंपरा अनुसार अक्षय तृतीया को यमुनोत्री धाम में विधिवत पूजा अर्चना के साथ अभिजीत मुहूर्त पर दोपहर 12 बजकर 41 मिनट पर वैदिक मंत्रोचार के साथ खोले गए।खरसाली से मां यमुना की डोली यमुनोत्री धाम के लिए रवाना होते समय हेलीकॉप्टर से मां यमुना की डोली, यमुना मंदिर तथा श्रद्धालुओं के ऊपर पुष्प वर्षा की गई।

मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली में अक्षय तृतीया को सुबह यमुना मंदिर में पूजा अर्चना की गई। जिसके बाद 9 बजे मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल, पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने पूजा अर्चना कर मां यमुना की डोली को यमुनोत्री धाम के लिए रवाना किया।

खरसाली से शनिदेव की डोली की अगुवाई में मां यमुना की डोली यमुनोत्री धाम पहुंची। जहां यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों द्वारा विधिवत हवन पूजा अर्चना की और शुभमुहूर्त पर दोपहर 12:41 बजे अभिजीत मुहूर्त में यमुनोत्री धाम के कपाट छह माह तक ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए गए। इसके बाद छह माह तक देश विदेश से आने वाली तीर्थयात्री ग्रीष्मकाल में मां यमुना के दर्शन यमुनोत्री धाम में कर सकेंगे।